राज्यपाल ने पाँचवें गुरु अर्जुनदेव के शहीदीदिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि दी# चुनाव जीतने के बाद मुख्यमंत्री श्री धामी ने चम्पावत बाजार में जनसभा को संबोधित किया#तीन कौशल विकास रथों को झंडी दिखा कर मंत्री सौरभ बहुगुणा ने किया रवाना#उत्तराखंड को जल्द मिलेगा पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर।आपदा से निपटने हेतु थलीसैण तहसील के बगवाडी में मॉकड्रिल । www.janswar.com

-अरुणाभ रतूड़ी

सिखों के पांचवे गुरू श्री अर्जुन देव जी के शहीदी दिवस के अवसर पर राजभवन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह(से नि) ने उन्हें याद करते हुए श्रद्धांजलि दी। एक सूक्ष्म कार्यक्रम में राज्यपाल ने शहीदों के ‘सरताज’ कहे जाने वाले वीर योद्वा श्रीगुरू अर्जुन देव जी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वे धर्म रक्षक और मानवता के सच्चे सेवक थे। उन्होंने राष्ट्र, एवं भारतीय समाज के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। उनका बलिदान देश, समाज एवं मानवता के लिए महत्वपूर्ण है जिसे युगों-युगों तक याद किया जाता रहेगा।

राज्यपाल ने कहा कि श्रीगुरू जी ने अपना जीवन धर्म और लोगों की सेवा में बलिदान कर दिया। वे दिन-रात लोगों की संगत में लगे रहते थे। वे सभी धर्मों को एक समान दृष्टि से देखते थे। उन्हें कई यातनाएं देने के बावजूद भी वे अपने सिद्धान्तों पर अडिग रहे जो हमें एक नयी सीख देते हैं। राज्यपाल ने कहा कि श्री गुरू ग्रन्थ साहिब के सम्पादन में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा। गुरू ग्रन्थ साहिब का मुख्य संदेश समरसता, ज्ञान और विद्या है। गुरू अर्जुन जी का जीवन दर्शन भी समरसता से प्रेरित था। आज के युग में उनकी वाणी का एक-एक शब्द पूरे राष्ट्र को एक सूत्र में बांधता है। उनके जीवन से परोपकार की भावना की सीख मिलती है। उन्होने संदेश दिया कि हमें अपनी कमाई का दशम (10%) हिस्से को परोपकार, नेक एवं अच्छे कार्यों के लिए करना चाहिए। इस दौरान छबील का आयोजन भी किया गया।

इस अवसर पर विधि परामर्शी अमित कुमार सिरोही, परिसहाय श्री राज्यपाल मेजर तरूण कुमार, विशेष कार्याधिकारी बी0पी0 नौटियाल, कम्प्ट्रोलर प्रमोद चमोली के अलावा राजभवन के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

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मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को चंपावत विधानसभा उपचुनाव में ऐतिहासिक जीत के बाद मुख्य बाजार चंपावत में आयोजित जनसभा को संबोधित किया।  इस दौरान उन्होंने चंपावत विधानसभा से  ऐतिहासिक जीत (55025 वोटों से विजयी रहे) दिलवाने हेतु जनता एवं कार्यकर्ताओं  का धन्यवाद  किया।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने  सभा को संबोधित करते हुए कहा कि चंपावत की  देवतुल्य जनता द्वारा दिए गए समर्थन मत एवं स्नेह प्यार से मैं भावुक हूं। उन्होंने कहा चंपावत की जनता की हर आकांक्षाओं पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करूंगा, उन्होंने चंपावत से चुनाव लड़ने के प्रस्ताव को तुरंत स्वीकृति दिए जाने पर केंद्रीय नेतृत्व का भी धन्यवाद किया। उन्होंने कहा माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने  उत्तराखंड के लोगों का धन्यवाद किया है, साथ ही उन्होंने चंपावत की जनता का विशेष रूप से धन्यवाद  किया है।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कैलाश गहतोड़ी जी द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों को और आगे बढ़ाने के साथ ही हमारी सरकार क्षेत्र में विभिन्न विकास योजनाओं का संचालन पूरी गुणवत्ता एवं तेजी के साथ करेगी। उन्होंने कहा  जनता के साथ समन्वय बनाकर पूरे प्रदेश के साथ ही चंपावत में विकास कार्य करेंगे।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चंपावत में हम जल्द ही मां हिंगला देवी मंदिर को रोप वे से जोड़ने का कार्य करेंगे, पूर्णागिरी मंदिर से संबंधित सभी समस्याओं का निस्तारण होगा , चंपावत शहर को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किए जाने, सोवन सिंह जीना विश्वविद्यालय का कैंपस चंपावत में खोले जाने जैसे विभिन्न कार्यो को जल्द किए जाने की बात कही।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चंपावत की जनता के आशीर्वाद से हम चंपावत के विकास के साथ ही उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाएंगे एवं राज्य की 25 वीं वर्षगांठ पर हमारा राज्य शिक्षा, स्वास्थ्य, बागवानी, कृषि, पर्यटन, जैसे विभिन्न क्षेत्र में आगे बढ़े इसके लिए हम पूरी ताकत से काम करेंगे। उन्होंने कहा चंपावत के प्रत्येक गांव में सड़क, स्वास्थ्य शिक्षा एवं संचार जैसी मूलभूत सुविधाएं पहुंचे इसके लिए हम हर क्षेत्र के भौगोलिक आधार पर  विभिन्न योजनाएं बनाएंगे।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि केंद्र में श्री नरेंद्र मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद एक भी घोटाला नहीं हुआ है। हमारी सरकार ने भ्रष्टाचारियों पर रोक लगाने का कार्य किया है। उन्होंने कहा आज प्रत्येक योजनाएं जमीनी स्तर पर लागू हो रही हैं एवं प्रत्येक वर्ग को ध्यान में रखकर योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक सरकार पहुंचे इसके लिए कई कार्य किए गए हैं। देश एक सशक्त भारत के रूप में आगे बढ़ा है। उन्होंने कहा  देश के विभिन्न क्षेत्रों की कार्यशैली में बदलाव आया है।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा की  इतनी बड़ी जीत के लिए वे अपने  हमेशा चंपावत की जनता के आभारी रहेंगे। इस दौरान उन्होंने पूर्व विधायक कैलाश गहतोड़ी का विशेष रूप से धन्यवाद किया, उन्होंने कहा श्री कैलाश गहतोड़ी ने अपनी सीट छोड़कर उन्हें जिताने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इस दौरान पूर्व विधायक श्री कैलाश गहतोड़ी, सांसद श्री अजय टम्टा, चुनाव प्रभारी श्री कैलाश शर्मा, विधायक श्री राम सिंह कैड़ा, विधायक श्री शिव अरोड़ा, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री दीप पाठक, एवं अन्य लोग उपस्थित रहे।

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उत्तराखण्ड कौशल विकास मिशन (यूकेएसडीएम), उत्तराखण्ड सरकार और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी), उत्तराखण्ड राज्य कार्यालय के तत्वावधान में उत्तराखण्ड राज्य में तीन कौशल रथ (मोबाइल वैन) को कौशल विकास मंत्री श्री सौरभ बहुगुणा द्वारा विधान सभा से झंडी दिखाकर रवाना किया गया।

मंत्री ने कहा कि ये कौशल रथ (मोबाइल वैन) 15 दिनों में राज्य के समस्त जनपदों के 260 गांवो में जाकर विभाग की समस्त योजनाओं का प्रचार-प्रसार करेंगे। इस प्रक्रिया में कौशल विकास योजनाओं से जुड़ने हेतु इच्छुक युवाओं का पंजीयन भी किया जायेगा तथा पंजीकृत युवाओं से विभाग सम्पर्क कर उन्हंे अभिरूचि एवं योग्यता के अनुरूप कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम से जुड़ने हेतु जानकारी देते हुए प्रेरित किया जायेगा।

इन रथो के माध्यम से प्रदेश सरकार द्वारा कौशल विकास हेतु संचालित विभिन्न योजनाओं यथा आई0टी0आई0, लघु अवधि कौशल प्रशिक्षण, कौशल प्रतियोगिता की जानकारी सुदूर क्षेत्र के युवाओं को प्रदान की जाएगी। इस पहल से कौशल विकास कार्यक्रम में राज्य के युवा विशेषकर महिलाऐं, अनुसूचित जाति/जनजाति के युवाओं की प्रतिभागिता बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।

कौशल विकास एवं सेवायोजन विभाग के अन्तर्गत उत्तराखण्ड कौशल विकास मिशन के माध्यम से लधु अवधि कोर्स, आई0टी0आई0 के माध्यम से दीर्धावधिक कोर्स तथा रोजगार कार्यालयों के माध्यम से कैरियर काउंसिलिंग सम्बन्धी योजनाओं के द्वारा युवाओं को दक्ष बनाया जायेगा।

उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य युवाओं को कुशल एवं हुनरमंद बनाने हेतु प्रेरित कर उन्हें स्वावलम्बी बनाना है।

इस अवसर पर सेवायोजन एवं कौशल विकास सचिव विजय कुमार यादव, संयुक्त निदेशक सेवायोजन सुश्री चन्द्रकान्ता, यूएनडीपी के स्टेट हैड डा0 प्रदीप मेहता अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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उत्तराखंड को जल्द मिलेगा पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर
राज्य में महामारी एवं आपदा जनित रोगों पर निगरानी, त्वरित रोकथाम व नियंत्रण हेतु इंटीग्रेटेड डिसीज सर्विलांस प्रोग्राम (आई.डी.एस.पी.) द्वारा राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र, दिल्ली;स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, भारत सरकार; सेण्टर फॉर डिजीज कण्ट्रोल (सी.डी.सी.) एवं राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान, गृह मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन 2 से 4 जून तक देहरादून में किया जा रहा है।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. शैलजा भट्ट ने बताया कि उत्तराखंड राज्य भौगोलिक परिस्थितियों के कारण भूस्खलन, बाढ़, भूकंप आदि विभिन्न प्रकार की प्राकृतिक आपदाओं से ग्रसित रहता है जिससे संक्रामक, जलजनित व वेक्टर जनित रोगों जैसे डेंगू, मलेरिया के महामारी के रूप में प्रसारित होने की संभावना रहती है। साथ ही जलवायु परिवर्तन के कारण भी विभिन्न रोगों के प्रसारित होने की संभावनाएं होती है।
डॉ. भट्ट द्वारा जानकारी दी गयी कि उक्त चुनौतियों से निपटने एवं संक्रामक व आपदा जनित रोगों पर निगरानी, त्वरित रोकथाम व नियंत्रण हेतु राज्य में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र दिल्ली, भारत सरकार व सेण्टर फॉर डिजीज कण्ट्रोल एवं राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान के सहयोग से पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर की स्थापना की जाएगी।
डॉ. सरोज नैथानी, निदेशक, राष्ट्रीय कार्यक्रम, स्वास्थ्य निदेशालय, उत्तराखंड ने कार्यशाला के दौरान बताया कि गत दो वर्षों में कोविड महामारी के प्रभावी नियंत्रण एवं रोकथाम में राज्य एवं जनपद स्तरीय आई.डी.एस.पी. टीम का अहम योगदान रहा है। कोविड जैसी महामारियों के प्रभावी प्रबंधन के लिए आई.डी.एस.पी. टीम को प्रशिक्षण देना अत्यधिक महत्वपूर्ण है। जिसके लिए इस तरह की कार्यशाला एक मील का पत्थर साबित होगी।
डॉ. नैथानी द्वारा बताया गया कि राज्य में अग्रिम पंक्ति में कार्य कर रहे स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं आम जनसमुदाय को भी पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी मैनेजमेंट में प्रशिक्षित किया जायेगा।
उक्त बैठक में डॉ. हिमांशु चौहान, संयुक्त निदेशक एवं प्रभारी- आई.डी.एस.पी., राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र दिल्ली, भारत सरकार ने जानकारी देते हुए बताया कि कोविड-19 तथा आपदा जनहित रोगों के प्रभावी प्रबंधन हेतु पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर शीघ्र ही उत्तराखंड में स्थापित होने जा रहा है जिसके लिए भारत सरकार के एन.सी.डी.सी तथा सी.डी.सी. द्वारा तकनीकी सहयोग दिया जाएगा।
कार्यशाला में आई.डी.एस.पी के राज्य नोडल अधिकारी डॉ. पंकज कुमार सिंह, भारत सरकार के सी.डी.सी. प्रतिनिधि डॉ. राजीव शर्मा, डॉ. अखिलेश त्रिपाठी, डॉ. अमृता गुप्ताएवं इमरजेंसी मैनेजमेंट टीम तथा गढ़वाल मंडल के सभी जनपदों के आई.डी.एस.पी. यूनिट से जिला सर्विलांस अधिकारी, एपिडेमियोलॉजिस्ट, माइक्रोबायोलॉजिस्ट एवं उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (यू.एस.डी.एम.ए.), पंचायती राज संस्थान, महिला सशक्तीकरण और बाल विकास विभाग, रेडक्रॉस आदि विभागों के अधिकारी एवं मेंटर्स के रूप में कम्युनिटी मेडिसिन विभाग फैकल्टी, मेडिकल कॉलेज एवं यू.एस.डी.एम.ए. के अधिकारियों ने भाग लिया।

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उप जिलाधिकारी थलीसैंण अजयवीर सिंह के नेतृत्व आज थलीसैंण तहसील के अन्तर्गत बगवाड़ी में आपदा की स्थिती से निपटने के लिए मॉकड्रिल का आयोजन किया गया। आयोजित मॉकड्रिल में पुलिस, फायर, वन, स्वास्थ्य, पशु चिकित्सा, लोकनिर्माण विभाग आदि सम्बधिंत विभागों ने प्रतिभाग किया। माकॅड्रिल में उपजिलाधिकारी ने विभिन्न दुर्घटनाओं के संबंध में जानकारी ली। जिसमें एक वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने की जानकारी, लैण्ड स्लाइड, गुलदार के दिखने, आग लगने आदि घटनाओं के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त हुई तथा सम्बधित घटनाओं पर काबू पाया गया।
थलीसैंण के अन्तर्गत बगवाड़ी में उप जिलाधिकारी थलीसैण अजयवीर के नेतृत्व में आपदा से पूर्व स्थितियों से निपटने का जायजा लिया गया। उपजिलाधिकारी ने बताया कि आपदा आने की स्थिती में फायर व पुलिस की टीम समय पर पहुंच गयी थी। जिसमेें टीम के पास समस्त उपकरण ठीक स्थिती में पाये गये, फायर की टीम के पास आग बुझाने के यंत्र ठीक स्थिती में पाये गये किन्तु बिजली/तेल से लगने वाली आग को बुझाने के लिए फॉम की कमी देखने देखी गयी साथ ही पुली, केरीविनर, व टार्च की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिये गये। इसके अतिरिक्त वुड कटर के ठीक से न चलने पर उसे ठीक करने के निर्देश दिये। उपजिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया कि एम्बुलेंस के कार्मिक यूनीफॉम रहें साथ ही एम्बुलेंस में अन्दर की लाइट व स्टेचर ठीक करने तथा फस्ट एड किट से सम्बधित सभी दवाईयां रखने के निर्देश दिये।