अरुणाभ रतूड़ी
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने राजभवन में भारतीय बाल कल्याण परिषद द्वारा आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता में राज्य स्तर पर स्थान पाने वाले 15 बच्चों को पुरस्कार प्रदान किये। राज्यपाल ने बच्चों द्वारा बनाई गयी पेंटिंग देखी और सराहना करते हुए कहा कि बच्चों ने बेहद सुंदर चित्रकला का प्रदर्शन किया है। उन्होंने पेंटिंग निहारते हुए कहा कि जीवन में कला की बेहद महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि चित्रकला मानव जीवन की महत्वपूर्ण विधा है, जो अद्वितीय प्रतिभा से अपनी कल्पनाओं के ब्रश और रंगों से मूर्त रूप देकर ऐसी कला का सृजन करते हैं, जिसे देखकर मन स्वतः ही आत्मविभोर हो जाता है। प्रतियोगिता में सामान्य बच्चों के साथ ही शारीरिक एवं मानसिक रूप से अक्षम बच्चों द्वारा बनाई गयी पेंटिंग मुख्य आकर्षक रहीं। उन्होंने कहा कि दिव्यांग बच्चे प्रतिभा के धनी होते हैं, उन्हें कम नहीं आंका जाना चाहिए। ऐसे बच्चों को विशेष स्नेह और सहयोग की आवश्यकता है।
राज्यपाल ने कहा कि बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ अन्य कलाओं और गतिविधियों में भी रूचि लेनी चाहिए, जिससे उनका सर्वांगीण विकास हो सके। उन्होंने बच्चों को आगे बढ़ने के लिए इस तरह के मंच प्रदान करने के लिए बाल कल्याण परिषद की सराहना की।
चित्रकला के प्रति रूचि पैदा करने और उनके अन्दर छिपी प्रतिभा को निखारने के उद्देश्य से बाल कल्याण परिषद प्रत्येक वर्ष विभिन्न वर्गों में चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन करती है। प्रतियोगिता में बच्चे विद्यालय, ब्लॉक व जनपद स्तर से चयनित होकर राज्य स्तर पर भाग लेते हैं। प्रत्येक स्तर पर प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पाने वाले बच्चों की पेंटिग्स राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय बाल कल्याण परिषद, नई दिल्ली भेजे जाते हैं, जहां पर देश भर से संकलित पेंटिग्स का मूल्यांकन किया जाता है।