-अरुणाभ रतूड़ी
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) के द्वारा देवभूमि उत्तराखंड तथा प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि तथा खुशहाली के लिए राजभवन उत्तराखंड में 12 अप्रैल से 14 अप्रैल वैसाखी तक श्री अखंड पाठ करवाया जा रहा है | विशेष बात यह है कि राजभवन में इस पावन अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि ) के आमंत्रण पर गुरु गोबिंद सिंह जी के पंज प्यारे या पांच प्यारो के वंशज भी इस पावन श्री अखंड पाठ में राजभवन में उपस्थित है | पंज प्यारों में भाई दया सिंह के वंशज बाबा नौनिहाल सिंह तथा भाई धर्म सिंह के वंशज श्री गुरुप्रीत सिंह इस पवित्र आयोजन में सम्मिलित है |
उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड के राजभवन में पहली बार श्री अखंड पाठ का आयोजन किया जा रहा है | राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने देवभूमि उत्तराखंड तथा प्रदेशवासियों की सुख- समृद्धि एवं खुशहाली के लिए 3 दिन के श्री अखंड पाठ का आयोजन किया है | बैसाखी के दिन श्री अखंड पाठ के समापन के अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी, मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक तथा राज्य के विशिष्ट गणमान्य सहित बहुत से लोग इसमे सम्मिलित होंगे |
गौरतलब है कि सिक्ख नववर्ष वैशाखी के अवसर पर 323 वर्ष पूर्व सन् 1699 में दसवें सिक्ख गुरु गुरु गोबिंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना तथा पांच प्यारों का चयन किया था | इस पावन अवसर के महत्व को देखते हुए राज्यपाल द्वारा राजभवन में प्रदेश की खुशहाली के लिए यह आयोजन करवाया जा रहा है |