-अरुणाभ रतूड़ी
राज्यपाल को सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर लगाया झंडा,राज्यपाल ने दी शुभकामनाएं
देहरादून: सशस्त्र सेना झंडा दिवस” के अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से निदेशक, सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास ब्रिगेडियर अमृत लाल (से नि) ने मुलाक़ात कर फ़्लैग लगाया। इस दौरान राज्यपाल ने सशस्त्र सेना झंडा कोष में सहयोग राशि देते हुए प्रदेशवासियों से भी अंशदान देने का आह्वान किया।
राज्यपाल ने प्रदेश के सभी सैनिकों, पूर्व सैनिकों एवं शहीद सैनिकों के परिजनों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सशस्त्र सेना झंडा दिवस हमें देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर सैनिकों की याद दिलाता है। राज्यपाल ने सैनिक कल्याण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश के सभी जनपदों में पूर्व सैनिक, वीरांगनाओं, वीरता पुरस्कार प्राप्त सैनिकों एवं उनके परिजनों की समस्याओं को दूर करने के लिए एक ठोस व्यवस्था बनाई जाए। राज्यपाल ने कहा कि पूर्व सैनिकों के लिए ईसीएचएस (स्वास्थ्य सेवाएं), सीएसडी कैंटीन सुविधा के लिए विशेष प्रयास किए जाएं। राज्यपाल ने कहा कि विभाग पूर्व सैनिकों के फ़ोन नंबरों को संकलित कर मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से उसे संकलित करे। राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड सैन्य भूमि है और हम सब का प्रयास होना चाहिए कि प्रदेश के पूर्व सैनिकों और शहीद सैनिकों के परिजनों की अधिक से अधिक सहायता की जाए।
इस दौरान उपनिदेशक सैनिक कल्याण कर्नल एम.एस.जोधा(से नि), सूबेदार मेजर एम.एल.भट्ट, श्री हेमचंद्र चौबे मौजूद रहे।
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देहरादून : सशस्त्र सेना झंडा दिवस’ के अवसर पर मुख्यमंत्री आवास में सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास निदेशालय के निदेशक ब्रिगेडियर अमृत लाल (से.नि.) उप निदेशक कर्नल एम.एस.जोधा (से.नि) ने मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी को फ्लैग लगाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की रक्षा हेतु सदैव तत्पर रहने वाले अपने वीर सैनिकों पर हमें गर्व है। ‘सशस्त्र सेना झंडा दिवस‘ का यह अवसर राष्ट्र के सजग प्रहरियों के अविस्मरणीय बलिदानों और सेवाओं को स्मरण करने और उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का भी दिन है।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश के नागरिकों से ‘सशस्त्र सेना झंडा दिवस कोष’ में सैनिक परिवारों के कल्याण के लिए अपना योगदान देने की भी अपील की है।
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देहरादून: समग्र शिक्षा उत्तराखंड के तत्वावधान में आयोजित राज्य स्तरीय कला उत्सव कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने सुंदर गीतों की प्रस्तुति देकर दर्शकों को आनंदित कर दिया।
रिंग रोड स्थित किसान भवन में आयोजित कार्यक्रम में शिक्षा एवं सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने स्वयं मौजूद रहकर दूर-दराज से आए बच्चों का उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश के बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजनों से बच्चों के आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। इस अवसर पर उन्होंने दृष्टि दिव्यांग छात्रा ज्योति की पारंपरिक गीत की प्रस्तुति पर उसका विशेष रूप से उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि ज्योति का समर्पण हम सबके लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने कहा कि हमारे बच्चों का भविष्य सुरक्षित हाथों में है। इस अवसर पर कई बच्चों ने अपनी प्रस्तुतियां दी। जिसे दर्शकों ने खूब सराहा।
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मूल निवासियों पर हमलों के खिलाफ यूकेडी का बड़ा प्रदर्शन
देहरादून:पहाड़ से रोजगार के लिए मैदानी इलाकों में आने वाले उत्तराखंड के युवकों पर लगातार प्राणघातक हमलो से आक्रोशित यूकेडी ने आज देहरादून में बड़ा प्रदर्शन किया।
यूकेडी कार्यकर्ताओं ने आज गांधी पार्क से घंटाघर तक जुलूस निकाला और घंटाघर पर सरकार का पुतला फूंका।
जुलूस में शामिल कार्यकर्ता मूल निवास लागू करने को लेकर और मूल निवासियों पर हमलों को और आगे न सहने को लेकर जमकर नारेबाजी कर रहे थे।
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि पहाड़ों से देहरादून तथा अन्य मैदानी जिलों में रोजगार की तलाश में आने वाले युवक मैदानी क्षेत्रों में आपराधिक तत्वों का निशाना बन रहे हैं।
सेमवाल ने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन अपराधियों को बचाने का काम कर रहे हैं, अथवा पीड़ित परिवारों पर ही समझौता करने का दबाव डालकर हतोत्साहित कर रहे हैं।
यूकेडी नेता शक्ति शैल कपरुवान ने कहा कि इस तरह के हमले सहन नहीं किए जाएंगे और यदि उत्तराखंड के लोगों ने कानून अपने हाथ में लिया तो फिर इसकी सारी जिम्मेदारी सरकार और शासन प्रशासन की होगी।
यूकेडी के मुख्य प्रवक्ता अनुपम खत्री ने कहा कि हमलों के खिलाफ उत्तराखंड के सभी मूल निवासियों को एकजुट होने की जरूरत है।
केंद्रीय महामंत्री मोहन असवाल ने बताया कि इस दौरान देवप्रयाग में हमले का शिकार हुए एक युवक अनिल के परिजनों के साथ यूकेडी कार्यकर्ता पुलिस महानिदेशक से भी मिले और मृतक अनिल के हत्यारों को तत्काल गिरफ्तार करने को लेकर मांग पत्र भी सौंपा।
महिला नेत्री ऊषा चौहान ने बताया कि पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने प्रदर्शनकारियों को उचित कार्यवाही का भरोसा दिलाया।
यूकेडी केंद्रीय अध्यक्ष सुलोचना ईष्टवाल ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ भाजपा सरकार का नकारात्मक रवैया आश्चर्यजनक है जबकि भाजपा पूरे देश में “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” का नारा बुलंद करते हुए नहीं थकती।
यूकेडी युवा मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष लूशुन टोडरिया ने कहा कि उत्तराखंड के मूल निवासी होने के बावजूद सरकार ने मूल निवास प्रमाण पत्र देना बंद कर रखा है तथा अस्थाई निवास प्रमाण पत्र दिया जा रहा है इसका यूकेडी विरोध करेगा।
युवा नेता सूर्या रावत ने कहा कि मैदानी क्षेत्रों में उत्तराखंड के लोगों पर बढ़ते अपराध से पहाड़ की युवा बहुत आक्रोशित है और यदि वे लोग सड़कों पर उतरे तो उनको संभालना सरकार के लिए बहुत मुश्किल होगा।
इस मौके पर कार्यकारी अध्यक्ष शक्ति शैल कपरुवान, एपी जुयाल, केंद्रीय श्रमिक संगठन के अध्यक्ष शांति भट्ट, महिला मोर्चा की महामंत्री मधु सेमवाल, युवा मोर्चा के अध्यक्ष राजेंद्र बिष्ट, उपाध्यक्ष जय प्रकाश उपाध्याय, कार्यकारी अध्यक्ष किरण कश्यप, पूर्व महानगर अध्यक्ष दीपक रावत, सूर्या रावत,मनोज नेगी,आशीष, अभिषेक डंगवाल, ह्रदयेश शाही, सुलोचना ईष्टवाल, उतरा पंत आदि दर्जनों कार्यकर्ता शामिल थे।