राज्यपाल के हस्ताक्षर के बाद दो बच्चों सेअ‌धिक बच्चे वाले नहीं लड़ पाएंगे पंचायत चुनाव।@@जनपद चम्पावत के लिएआबकारी व प्रवर्तन सिपाही की शारीरिक परीक्षा 1जुलाई से 9जुलाई तक।कैबिनेट मंत्री पाण्डेय के पुत्र के आकस्मिक निधन मुख्यमंत्री ने‌ शोक प्रकट किया।विधानसभा सत्र अनिश्चित काल के लिए स्थगित।पढिए janswar.com में


प्रस्तुति-नागेन्द्रप्रसाद रतूड़ी
राज्यस्तरीय मान्यता प्राप्त स्वतंत्र पत्रकार
चिन्हित राज्य आन्दोलनकारी
अध्यक्ष प्रेसक्लब मुनिकीरेती (टिहरी गढवाल।)

राज्यपाल ने हस्ताक्षर के बाद दो बच्चों सेअ‌धिक बच्चे वाले नहीं लड़ पाएंगे पंचायत चुनाव।
उत्तराखंड में दो से ज्यादा बच्चे पैदा करने वाले पंचायत चुनाव नहीं लड़ सकेंगे. राज्य सरकार ने इसके लिए पंचायतीराज (संशोधन) अधिनियम 2019 को विधानसभा से पारित करा लिया है. अब इसे स्वीकृति हेतु राज्यपाल के पास भेजा जाएगा और उनके हस्ताक्षर होने पर यह कानून बन कर प्रदेश में लागू होगा. इस तरह आगामी चुनाव में यह बदलाव लागू होने का रास्ता साफ हो गया है. जिस दिन एक्ट लागू होगा उस दिन से 2 बच्चों से अधिक बच्चों वाले लोग पंचायत चुनाव नहीं लड़ सकेगा. विधेयक में कहा गया है कि दो बच्चों से अधिक बच्चे वाले ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत का चुनाव नहीं लड़ सकते हैं. वहीं चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी की शैक्षणिक योग्यता भी निर्धारित हो सकती है इस संशोधन के बाद पंचायत में किसी भी पद पर चुनाव लड़ने के लिए अब न्यूनतम शैक्षिक योग्यता दसवीं पास होगी. हालांकि, महिला, एससी-एसटी वर्ग को इससे छूट दी गई है. सामान्य श्रेणी की महिला के साथ अनुसूचित जाति-जनजाति श्रेणी के पुरुषों की न्यूनतम योग्यता आठवीं पास रखी गई है. जबकि अनुसूचित जाति-जनजाति की महिलाओं की न्यूनतम योग्यता पांचवीं पास रखी गई है.
सरकार के इस फैसले कुछ लोगों ने यह कह कर स्वागत किया कि इससे पंचायतों की बागडोर एक शिक्षित व्यक्ति के हाथों में होगी जिससे गांव का बेहतर विकास हो पायेगा. वहीं कई लोग इसका यह कह कर विरोध कर रहे हैं कि यह कानून नागरिक अधिकारों के विरुद्ध है।जिसमें भारत के हर नागरिक को चुनाव लड़ने का अधिकार दिया गया है।
संसदीय कार्यमंत्री के रूप में मदन कौशिक ने यह प्रस्ताव सदन में पेश किया. अब तक उत्तराखंड में पंचायत चुनाव लड़ने के लिए शैक्षिक योग्यता या परिवार से जुड़ी कोई शर्त नहीं थी।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कैबिनेट मंत्री श्री अरविन्द पाण्डेय के पुत्र श्री अंकुर पाण्डेय के आकस्मिक निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शान्ति तथा शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है।
बुधवार को मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ऊधमसिंह नगर के गुलरभोज स्थित श्मशान घाट में स्व. अकुंर पाण्डेय के अन्तिम संस्कार में शामिल हुए व शोक संतप्त परिजनों को सांत्वना दी। 
इस अवसर पर  पूर्व मुख्यमंत्री श्री भगत सिंह कोश्यारी, कैबिनेट मंत्री श्री यशपाल आर्य ने भी अंकुर पाण्डेय को श्रद्धांजलि अर्पित की। 

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