रविवार को प्रदेशवासियों को सूर्यधार का तोहफा देंगे सीएम त्रिवेंद्र।#मुख्यमंत्री ने वीडियोकांन्फ्रेंस से कोविड-19 की समीक्षा। डेथ रेट कम करने के प्रयास करने के दिए निर्देश।#सेवायोजन विभाग की ओर से युवाओं को फौज की भर्ती के गुर सिखाये।पढिए Janswar.Com में।

समाचार प्रस्तुति-अरुणाभ रतूड़ी।

रविवार को प्रदेशवासियों को सूर्यधार का तोहफा देंगे सीएम त्रिवेंद्र।

    पहले डोबराचांठी, जानकी सेतु और अब सूर्यधार। विकास की इबारत लिखते मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत रविवार को प्रदेशवासियों को सूर्यधार झील के रूप में एक नया तोहफा देने जा रहे हैं।  सूर्यधार में झील बनकर तैयार हो गई है जिसका रविवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत लोकार्पण करेंगे।
    सूर्यधार झील मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के ड्रीम प्रोजेक्टों में से एक है। इस झील से क्षे़त्र को पेयजल और सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होगा। इससे लगभग 18 गांवों को सिंचाई और 19 गांवों को पेयजल मिलेगा जो कि पूरी तरह से ग्रैविटी आधारित होगी। बता दें कि इस क्षेत्र में लंबे समय से पेयजल और खेतों की सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता न होने की समस्या रही है। क्षेत्रवासियों की इसी दिक्कत को समझते हुए मुख्यमंत्री ने  सूर्यधार में झील बनाने का ऐलान किया था।  

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र द्वारा समय-समय पर सूर्यधार में निर्माणाधीन झील के निरीक्षण किए जाते रहे। अब, रिकार्ड समय में यह झील बनकर तैयार हो गई है। यह झील आने वाले दिनों में देहरादून जिले में नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर भी उभरेगी। यहां पर सरकार की योजना नौकायन के साथ ही लोगों को प्रकृति का दीदार कराने व अन्य पर्यटन गतिविधियां संचालित करने की है। इस बहुउद्देशीय योजना के माध्यम से प्रति वर्ष 7 करोड़ रुपये की बिजली की बचत भी होगी. इससे किसानों को बारह महीने पानी मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने वीडियोकांन्फ्रेंस से कोविड-19 की समीक्षा। डेथ रेट कम करने के प्रयास करने के दिए निर्देश।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शनिवार को सचिवालय में सभी जिलाधिकारियों से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से कोविड-19 की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि कोविड डेथ रेट को कम करने के लिए विशेष प्रयास किये जाय। कोविड के कारण जिन लोगों की मृत्यु हो रही है, किसी अन्य रोग से ग्रसित होने, देरी से अस्पताल में पहुंचने या अन्य किस कारण से हो रही है, इसका पूरा विश्लेषण किया जाय। किसी भी कोविड के मरीज को हायर सेंटर रेफर किया जाना है, तो इसमें बिलकुल भी विलम्ब न किया जाय। रिकवरी रेट बढ़ाने के लिए और प्रयासों की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि जिलों में टेस्टिंग और तेजी से बढ़ाई जाय। आरटीपीसीआर टेस्ट पर विशेष ध्यान दिया जाय। एन्टीजन टेस्ट में नेगेटिव पाये जाने पर यदि व्यक्ति सिम्पटोमैटिक है, तो उनका शत प्रतिशत आरटीपीसीआर हो। यह सुनिश्चित किया जाय कि सैंपल लेने के बाद शहरी क्षेत्रों में 24 घण्टे के अन्दर व पर्वतीय क्षेत्र में 48 घण्टे के अन्दर लोगों को कोविड की रिपोर्ट मिल जाय। रूद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ एवं देहरादून को पोजिटिविटी को नियंत्रित करने के लिए और अधिक प्रयास करने होंगे। मास्क न लगाने पर जिन लोगों के चालान किये जा रहे हैं, उनको मास्क जरूर उपलब्ध हो। हमारा उद्देश्य कोविड से लोगों को बचाना है, न कि चालान कर राजस्व वसूलना। बिना मास्क दिये चालान करने वालों पर सख्त कारवाई की जायेगी।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि सर्दियों, आगामी हरिद्वार कुंभ, योग महोत्सवों व पर्यटन की दृष्टि से आने वाले कुछ माह चुनौतीपूर्ण होंगे। इन सबको ध्यान में रखते हुए कोविड से बचाव के लिए जनपदों में लगातार जागरूकता अभियान चलाये जाएं। कोविड से बचाव के लिए लोगों को जागरूक किया जाय कि किसी भी प्रकार के लक्षण दिखने पर कोविड कन्ट्रोल रूम एवं टोल फ्री नम्बर पर कॉल करें। जो लोग होम आईसोलेशन में हैं, उनके नियमित स्वास्थ्य की जानकारी ली जाय एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा विजिट किया जाय। कोविड के लक्षण पाये जाने पर भी यदि कोई टेस्ट कराने के लिए मना कर रहें है, तो ऐसे लोगों पर सख्ती बरती जाय। जब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं आती है, तब तक पूरी सतर्कता बरती जाय।
मुख्य सचिव श्री ओम प्रकाश ने कहा कि कोरोना वैक्सिनेशन के लिए भी पूरी प्लांनिंग कर ली जाय। जिला टास्क फोर्स एवं ब्लॉक टॉस्ट फोर्स की नियमित बैठकें की जाय। सभी को मॉर्बिड, ओल्ड ऐज, प्रेग्नेंट महिलाओं, हैल्थ एवं फ्रंट लाईन वर्कर का पूरा डाटा रखा जाय। वैक्सीनेशन को ध्यान में रखते हुए मानव संसाधन की अभी से पूरी व्यवस्था रखी जाय। ट्रू-नाट टेस्टिंग और बढ़ाने की जरूरत है। ओल्ड ऐज एवं को मार्बिड लोगों को यदि कोई सिम्पटम आता है तो उन्हें होम आइसोलेशन के बजाय अस्पताल में भर्ती होने के लिए प्रेरित किया जाय।
डीजी लॉ एण्ड ऑर्डर श्री अशोक कुमार ने कहा कि पर्यटक स्थलों एवं भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर कोरोना से बचाव के लिए पुलिस द्वारा विभिन्न माध्यमों से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है।
सचिव स्वास्थ्य श्री अमित नेगी ने कहा कि प्रदेश में हाई रिस्क कांटेक्ट को 99.89 प्रतिशत टेस्ट हो चुका है। 80 प्रतिशत आरटीपीसीआर टेस्ट कराये जा रहे हैं। पर्यटक स्थलों पर लगातार कोरोना की सैंपलिंग की जा रही है। उन्होंने कहा कि सभी जिलाधिकारी एवं मुख्य चिकित्साधिकारी यह भी सुनिश्चित कर लें कि नॉन कोविड हैल्थ फैसिलिटी भी सुचारू रहे। उन्होंने कहा कि सीएचसी, पीएचसी एवं अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं को और मजबूत किया जाय। इसके लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध कराई जायेगी। मास्क पहनने के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए एनसीसी, एनएसएस के बच्चों के माध्यम से भी जागरूकता के लिए मास्क वितरित करवाये जांए।
बैठक में सचिव श्री शैलेष बगोली, श्री एस.ए. मुरूगेशन, डॉ. पंकज पाण्डेय, मेलाधिकारी श्री दीपक रावत, आईजी श्री अभिनव कुमार, श्री संजय गुंज्याल, डीआईजी श्री अरूण मोहन जोशी, अपर सचिव श्री युगल किशोर पंत, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. अमिता उप्रेती, वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से सभी जिलाधिकारी, एसएसपी एवं सीएमओ उपस्थित थे।


सेवायोजन विभाग की ओर से युवाओं को फौज की भर्ती के गुर सिखाये।

गढ़वाल रेजिमेंट के लैंसडोन सेंटर की ओर से आगामी 20 दिसंबर, 2020 से कोटद्वार में होने वाली भर्ती रैली के लिए सेवायोजन विभाग की ओर से युवाओं को सेना में भर्ती होने के गुर सिखाये गये। सेवायोजन विभाग की ओर से कल्जीखाल और खिर्सू विकास खंडों के युवाओं को सेना भर्ती हेतु में शारीरिक मापदंडों और लिखित परीक्षाओं की जानकारियां दी गई।
नगर सेवायोजन कार्यालय के तत्वाधान मंें आयोजित एक दिवसीय परामर्श सत्र के तहत क्षेत्रीय सेना भर्ती कार्यालय लैंसडोन की ओर से वेबीनार के माध्यम से युवाओं को सेना में भर्ती होने की तकनीकी जानकारियां दी गई। साथ ही युवाओं को सेना की लिखित परीक्षा से संबंधित प्रश्नों की जानकारी एवं जिज्ञासाओं का समाधान किया गया। इस अवसर पर नगर सेवायोजन अधिकारी पौड़ी मुकेश रयाल ने कहा कि युवाओं को सेना भर्ती में प्रतिभाग से पूर्व विकास खंडों में एक दिवसीय परार्मश सत्र आयोजित किया जा रहा है। जिसमें भर्ती विशेषज्ञों द्वारा युवाओं को सेना में भर्ती होने के टिप्स दिये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि परामर्श सत्र के तहत अभी तक कल्जीखाल और खिर्सू में एक दिवसीय सत्र आयोजित किया जा चुका है। जिसमें युवाओं को शारीरिक मापदंड, लिखित परीक्षा एवं भर्ती में आवश्यक अभिलेखों की विस्तार से जानकारियां दी गई। इस अवसर पर भर्ती विशेषज्ञ व रिसर्च फैलो विनीत चकवाल ने लिखित परीक्षा पाठ्यक्रम में सफलता की रणनीतियों की भी जानकारियां दी। उन्होंने बताया कि परामर्श सत्र में तनुज रावत, दीपांशू, अमन रावत, विकस नेगी, विजय नेगी आदि ने प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर बीडीओ कल्जीखाल भारद्वाज, सहायक खंड विकास अधिकारी खिर्सू भंडारी, अभ्यर्थी आदि उपस्थित रहे

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