हनुमान जी! आपके जन्मदिन पर निकली यह आर्त पुकार आप जरूर सुनेंगे।क्योंकि इन्हें मेरे मन में लाने वाले भी आप ही हैं।इस विषम समय में आपके सिवा रक्षक कोई नहीं दीखता।आपकी शरण में हैं आओ और हमें इस चीनी दानव के चंगुल से बचाओ जय बजरंगबली।
रक्षा करो हनुमान
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हे कपीश!मारुतिनन्दन!
हे असुर विनाशक! हे जग वंदन!
हे अंजनीसुत!जगत बचाओ,
कोविड भारी इसे संहारो।।
तुम कपि श्रेष्ठ राम दुलारे
भक्त्तशिरोमणि सब के रखवारे
बजरंगबली नित राम उचारो
प्रभु भीर पड़ी अब तुमही उबारो
कलयुग में तुम ही रक्षक
बला ,व्याधि को तुम तक्षक
स्वर्ण लंक सा इसे जलाओ
करो न विलंब इसे भगाओ
हे लक्ष्मण के प्राण बचैया
सागर लांघ्यो लंक जलैया
दया सिन्धु हे करुणा निधान
विनष्ट हो कोविड करो विधान
अति चतुर राम अनुरागी
भक्तों के रक्षक तुम बडभागी
त्राहि त्राहि हे रुद्रावतार
गदा उठाओ कोविड मारो
भारत भू पर संकट छाया
कोविड ने त्राहि त्राहि मचाया
हे सुग्रीव संताप निवारक
कोविड के बनो संहारक
राम न आये भरत, चिता रचाये
आ रहे प्रभु तुम प्राण बचाये
भारत भू पर संकट भारी
हुंकार भर, विनाशो महामारी
जगत हित तुम अवतारे
सीता राम के सुत प्यारे
रामनाम में सब सुख पाये
करो जतन यह दारुण दुख भागे
चरण युगल की शरण में,आये हम सब आज।
दुर्गुण बिसार कर हमारे, रक्षा करो महाराज।।
आर्त पुकार करने वाला- नागेन्द्र प्रसाद रतूड़ी
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परमपिता परमात्मा महावीर रुद्रवतार हनुमानजी के जन्मोत्सव पर आप सभी को मेरा प्रणाम।आज का शॉट संकटमोचक बजरंग बली जी को सादर समर्पित है।जिनकी कृपा से मेरा वजूद वजूद में है।
क्रेजी शॉट
सारे रिश्ते नाते झूठे
झूठी सारी माया।
मिट्टी ही हो जानी है
ये मिट्टी की काया।।
सच्चा है तो केवल ईश्वर
और ईश्वर का नाम।
हर पल जप ले मन से बंदे
तू परमपिता का नाम।।
रिश्ते नाते जब छुट जायेंगे
छुट जाएगा ये संसार।
तब केवल साथ मे होंगे
तेरे पालनहार।।
तेरी भक्ति में लीन हो जाऊं
है मेरे भगवान।
हर श्वांस में जपता रहूँ
राम राम हनुमान।।
में तो हूँ बस मूढ़मति
नही पूजा का ज्ञान।
अपनी शरण में ले लो मुझे भी
है मेरे भगवान।।
सुख दे तू चाहे मुझे
दे चाहे अवसाद।
मैं तो हूँ बस तेरा सेवक
मेरे लिये सब प्रसाद।।