समाचार प्रस्तुति-अरुणाभ रतूड़ी
मुख्यसचिव ने स्कूलों व आंगनबाड़ी केन्द्रों में पेयजल उपलब्धता लक्ष्य शीघ्र पूरा किया जाय के निर्देश दिए
मुख्य सचिव श्री ओमप्रकाश ने सोमवार को सचिवालय में जल जीवन मिशन की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में पेयजल की उपलब्धता का टारेगट शीघ्र पूर्ण किया जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत निर्धारित मानकों को पूर्णतः पालन करते हुए पेयजल उपलब्ध कराया जाय। इसकी लगातार मॉनिटरिंग भी की जाए। जिलाधिकारी भी कार्यों की प्रगति बैठक समय-समय पर लेते रहें। उन्होंने सुस्ती दिखा रहे डिवीजन पर कार्यवाही करते हुए, रिपोर्ट मुख्य सचिव कार्यालय शीघ्र भेजे जाने के भी निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि योजना को प्राथमिकता पर लेते हुए जनपद मुख्यालयों में रिक्त जे.ई. व ए.ई. की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने मुख्य अभियंताओं को फील्ड में जाकर समस्याओं के निराकरण किए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चीफ इंजीनियर लगातार भ्रमण कार्यक्रम संचालित कर क्षेत्र की समस्याओं का निराकरण करें।
मुख्य सचिव श्री ओम प्रकाश ने कहा कि प्रति व्यक्ति पानी की उपलब्धता में कमी न हो इसके लिए जल जीवन मिशन में तेजी लाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि पानी मौलिक आवश्यकता है। प्रत्येक घर तक इसकी उपलब्धता सुनिश्चित की जानी चाहिए।
इस अवसर पर जल संस्थान एवं जल निगम के अधिकारी तथा वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से सभी जिलाधिकारी उपस्थित थे।
एम्स ऋषिकेश में टैट्रोलॉजी ऑफ फैलो विद एबसेंट पल्मनरी वाल्व की सफलतापूर्वक की जटिल सर्जरी
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकश के पीडियाट्रिक कॉर्डियक सर्जरी विभाग ने एक 15 वर्षीय किशोरी की जटिल सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम देकर उसे नया जीवनदान दिया है। उत्तरप्रदेश निवासी इस किशोरी को जन्म से शरीर में नीलेपन की शिकायत थी। चिकित्सकों के अनुसार इस तरह का जटिल ऑपरेशन अब तक उत्तराखंड में किसी सरकारी मेडिकल संस्थान में नहीं किया गया है। जटिल सर्जरी को सफलतापूर्वक करने पर एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने संस्थान के सीटीवीएस व कॉर्डियोलॉजी विभाग की टीम की सराहना की और चिकित्सकों को प्रोत्साहित किया। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने बताया कि संस्थान में मरीजों को वर्ल्ड क्लास स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं,जिससे उत्तराखंड व समीपवर्ती अन्य राज्यों के मरीजों को किसी भी तरह के उपचार के लिए राज्य से बाहर के मेडिकल संस्थानों में नहीं जाना पड़े। उन्होंने बताया कि एम्स ऋषिकेश मरीजों को समग्र चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रहा है। चिकित्सकों ने बताया कि घर के आसपास मुकम्मल स्वास्थ्य सेवा नहीं मिलने की वजह से किशोरी के परिजनों ने अन्यत्र उपचार कराना उचित नहीं समझा। उपचार में अनावश्यक विलंब के चलते किशोरी को सांस फूलने की समस्या होने लगी थी,जिसके कारण वह अपने रोजमर्रा के कार्य करने में भी असमर्थ हो गई। समस्या अधिक बढ़ने पर किशोरी के परिजन उसे लेकर एम्स ऋषिकेश पहुंचे, जहां कॉर्डियोलॉजी विभाग में उसकी जांच कराई गई,जिसमें पता चला कि किशोरी के दिल में जन्मजात छेद है और फेफड़े की नस सिकुड़ी हुई है। उसके दिल का एक वाल्व भी जन्म से ही अविकसित था,जिसे मेडिकल साइंस में टैट्रोलॉजी ऑफ फैलो विद एबसेंट पल्मनरी वाल्व कहते हैं। इस बीमारी में बहुत से बच्चों को पैदा होते ही सांस की धमनी में रुकावट हो जाती है। मगर संयोग से इस किशोरी को वह समस्या 15 वर्ष तक नहीं आई,मगर समय पर उपचार में विलंब होने से अब उसका दिल फेल होना शुरू हो गया था लिहाजा ऐसी स्थिति में ऑपरेशन के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचा था। सीटीवीएस विभाग के डा. अनीश गुप्ता के नेतृत्व में इस जटिल ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया, जिसमें किशोरी के दिल का छेद बंद करने के साथ ही फेफड़े का रास्ता बड़ा किया गया व पल्मोनरी वाल्व बदला गया। किशोरी को इस मेजर सर्जरी के अगले ही दिन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया,जिसे अब अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। उन्होंने बताया कि किशोरी अब पूरी तरह से स्वस्थ है। जटिल ऑपरेशन को अंजाम देने वाली टीम में सीटीवीएस विभाग के डा. अनीश गुप्ता के अलावा डा. अजेय मिश्रा, डा. यश श्रीवास्तव व विभाग के अन्य सदस्य शामिल रहे।
जिलाधिकारी के निर्देश पर आधारकार्ड से वंचित लोगों के लिए पाबौं में आधारकार्ड बनाने का शिविर का आयोजन।
जिलाधिकारी गढ़वाल श्री धीराज सिंह गर्ब्याल के निर्देशन में आज विकास खण्ड परिसर पाबौं में आधार कार्ड से वंचित लोगों के लिए आधार कार्ड बनाने हेतु शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में दूरस्थ गांव बरसीला के 02 दिव्यांग हिमांशु व यशवंत के आधार कार्ड भी बनाए गये। उन्होंने जिलाधिकारी का आभार व्यक्त किया। गौरतलब है कि लंबे समय से दोनो दिव्यांगों के आधार कार्ड नहीं बन पा रहे थे, जिसको लेकर दिव्यांग के परिजन द्वारा जिलाधिकारी को समस्या से अवगत कराया गया, जिस पर जिलाधिकारी ने त्वरित संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों को पाबौं में आधार कार्ड बनाने हेतु शिविर लगाने के निर्देश दिये। ताकि क्षेत्र मंे आधार कार्ड से वंचित दिव्यांगजनों एवं अन्य लोगों के आधार कार्ड बनवाकर केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ मिल सके।
शिविर में आधार कार्ड बनाने व पुराने कार्ड में सुधारीकरण आदि के कार्यों के लिए क्षेत्र के आस-पास के गांवो से बड़ी संख्या में ग्रामीणों के पहुंचने के कारण जिलाधिकारी ने शिविर को दो दिन और बढ़ाने के निर्देश दिये हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि पहले मनोचिकित्सक की टीम उपलब्ध नहीं हो पाती थी, किन्तु अब मेडिकल काॅलेज श्रीनगर में हर सप्ताह सोमवार को मानसिक रूप से दिव्यांगजनों का चैकअप कर उनको सर्टिफिकेट उपलब्ध कराये जाने का कार्य किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि आज शिविर में 02 दिव्यांगजनों के आधार कार्ड बनाये गये हैं, जो मानसिक रूप से भी परेशान हैं, जिनको सोमवार को जिला समाज कल्याण अधिकारी द्वारा मेडिकल काॅलेज श्रीनगर ले जाकर उनका चेकअप करवाया जायेगा तथा उसी आधार पर दिव्यांग सर्टिफिकेट उपलब्ध कराया जायेगा, ताकि उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके।
दिव्यांगजनों एवं दूरस्थ क्षेत्र के लोगों को केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ मिल सके, इस हेतु आज विकास खण्ड पाबौं में आधार कार्ड शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 02 दिव्यांगजनों सहित क्षेत्र के आस-पास के लगभग 150 ग्रामीणांे ने अपने आधार कार्ड बनवाये। इसके साथ ही क्षेत्रीय लोगों द्वारा नया आधार पंजीकरण, बायोमेट्रिक अद्यतन एवं डेमोग्राफिक अद्यतन कार्य भी करवाया गया। शिविर में कोविड-19 के दृष्टिगत सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा गया। बरसीला गांव के दो दिव्यांगों के परिजनों ने जिलाधिकारी से मुलाकात कर उनके समक्ष दिव्यांगों को सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ न मिलने की बात रखी, जिसका जिलाधिकारी ने तुरन्त संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि विकास खण्ड पाबौं में शीघ्र ही आधार कार्ड बनाये जाने हेतु शिविर लगाकर मौके पर ही समस्याओं का निस्तारण करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन लोगों के आधार कार्ड में सुधारीकरण होना हो, उन लोगों को भी शिविर में शामिल कर उनकी समस्या का समाधान करें, ताकि सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ उन्हें मिल सके।
इस मौके पर ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर प्रकाश चैहान, खण्ड विकास अधिकारी बी.पी. जुयाल, ग्राम प्रधान पाबौं हरेन्द्र कोली, ग्राम प्रधान बरसीला विक्रम सिंह कंडारी, जिला पंचायत सदस्य पुष्पा नेगी सहित दीपक कंडारी, गुलाब सिंह गुसांई, लक्ष्मी चैहान, संबंधित ब्लाॅक स्तरीय अधिकारी, दिव्यांगजन व क्षेत्रीय ग्रामीण मौजूद थे।