-अरुणाभरतूड़ी
मुख्यमंत्री श्री तीरथसिंह रावत ने राष्ट्रपति व केन्द्रीय मंत्रियों से भेंट की।
मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने सोमवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी से शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति को केदारनाथ व बदरीनाथ मंदिर की प्रतिकृति और शॉल भेंट किया और उन्हें स्थिति सामान्य होने पर चारधाम के लिये आमंत्रित किया।
इसके पश्चात उन्होंने कुछ केन्द्रीय मंत्रियों से भी भेंट की।उन्होंने केन्द्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण से भेंट की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड में बहुत सी विकास परियोजनाओं पर तेजी से काम चल रहा है। केन्द्र सरकार द्वारा उत्तराखण्ड का हर सम्भव सहयोग किया जाता रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जीएसटी के लागू होने के बाद उत्तराखण्ड राज्य को राजस्व हानि उठानी पङी है। इसे देखते हुए केन्द्र द्वारा राज्य को जीएसटी कम्पनसेशन मंजूर किया गया। परंतु इस कम्पनसेशन की अवधि जून 2022 में समाप्त होने जा रही है। कोविड की आपात स्थिति में राज्य के वित्तीय संसाधनों पर विपरीत प्रभाव पङा है। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय वित्त मंत्री से उत्तराखण्ड की विपरीत परिस्थितियों और सीमित आर्थिक संसाधनों को देखते हुए जीएसटी कम्पनसेशन की अवधि को जून 2022 से आगे और पांच वर्ष बढाने का अनुरोध किया।
केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) खेल एवं युवा मामले श्री किरण रिजीजू से भेंट कर उत्तराखण्ड में खेलों के विकास पर विस्तार से विचार विमर्श किया गया। मुख्यमंत्री के अनुरोध पर केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि खेलो इण्डिया योजना के अन्तर्गत खेलो इण्डिया स्टेट लेवल सेंटर एवं स्पोर्टस सांइस सेंटर का निर्माण स्पोर्टस कॉलेज, देहरादून में किया जायेगा।
इसी प्रकार खेलो इण्डिया योजना के अन्तर्गत खेलो इण्डिया स्मॉल सेंटर, उत्तराखण्ड के सभी 13 जनपदों में न्यूनतम एक सेंटर प्रत्येक जनपद में खोला जायेगा। उत्तराखण्ड के पौड़ी जनपद में रांसी स्टेडियम में हाई एल्टीट्यूड ट्रेनिंग सेंटर बनाया जायेगा जबकि गैरसैंण में योगा सेंटर बनाया जायेगा। धारचूला (पिथौरागढ़) एवं नानकमत्ता उधमसिंह नगर में खेल प्रशिक्षण केन्द्र की स्थापना की जायेगी। उत्तराखण्ड में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय खेलो के आयोजन हेतु अनुदान की मांग का प्रस्ताव खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वित्त मंत्रालय भारत सरकार को प्रेषित किया जायेगा
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री श्री किरण रिजीजू का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज लिए गये निर्णयों से उत्तराखण्ड में खेल विकास को नई दिशा मिलेगी।
श्री तीरथ सिंह रावत ने सोमवार को नई दिल्ली में केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान से भेंट कर केंद्रीय मंत्री से आग्रह किया कि उत्तराखण्ड राज्य में सिटी गैस वितरण परियोजना का विस्तार देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर व नैनीताल के पूर्ण नगर क्षेत्र व उससे लगे अर्द्धनगरीय क्षेत्रों तक करते हुए राज्य में सिटी गैस वितरण परियोजना के कार्यों को शीघ्र पूरा किया जाए।
मुख्यमंत्री ने राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों की विषम भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए मासिक मांग 1185 के.एल. मिट्टी तेल के आवंटन के लिये भी केन्द्रीय मंत्री से अनुरोध किया।
केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत को हर सम्भव सहयोग के प्रति आश्वस्त किया।
उन्होंने केन्द्रीय कपङा, महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी से भेंट की।
केन्द्रीय मंत्री ने उत्तराखण्ड में क्राफ्ट टूरिज्म विलेज स्थापित करते हुए इसे होम स्टे से जोङने को कहा। मुख्यमंत्री व केन्द्रीय मंत्री ने उत्तराखण्ड की कला ऐंपण पर विशेष चर्चा की। केन्द्रीय मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी ने कहा कि मधुबनी आर्ट की तर्ज पर ऐंपण कला पर फोकस किया जाना चाहिए। इसे टेक्सटाईल से जोङते हुए निर्यात पर विशेष ध्यान दिया जाए।
प्रदेश में वन स्टॉफ़ कारीगर मेलों का आयोजन किया जाए। इनमें स्थानीय कारीगरों के प्रशिक्षण व उन्हें आधुनिक जानकारियां दी जाएं। राज्य के लोकल आर्गेनिक उत्पादों को प्रोत्साहित किये जाने की आवश्यकता है। 1 से 7 अगस्त तक प्रत्येक जिले में हैंडलूम मेलों का आयोजन हो। इन्हें लोकल उत्पादों से जोङा जाए। इसे ई कामर्स से भी जोङा जाए। इसी प्रकार 1 से 15 अगस्त तक टेक्सटाईल मेले भी आयोजित किये जाएं जिसका फायदा स्थानीय कारीगरों को होगा। हर जिले में एक लोकल प्रोडक्ट को चिन्हित कर उसे प्रोत्साहित किया जाए। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि वे स्वयं टेक्सटाईल मेले में आएंगी।
मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने केंद्रीय मंत्री को मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने प्रदेश में संचालित महिला एवं बाल विकास से संबंधित विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि वन स्टाप सेंटर महत्वपूर्ण योजना है। इसका लाभ हर जरूरतमंद को मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि निर्भया योजना से संबंधित राज्य सरकार के प्रस्तावों को मंजूरी दी जाएगी।
केन्द्रीय मंत्रियों से भेंट के समय उनके साथ प्रदेश के मुख्य सचिव श्री ओमप्रकाश, सचिव श्री अमित नेगी, श्रीमती राधिका झा, श्री शैलेश बगोली सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे हैं।
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जिलाधिकारी पौड़ी गढवाल ने ग्रामीण क्षेत्रों में वैक्सीनेशन शिविर लगाने तथा औषधि किट वितरण, कोविड जांच आदि कार्य में तेजी लाने के निर्देश अधिकारियों को दिये।
जिलाधिकारी गढ़वाल कैंप कार्यालय के वीसी कक्ष में जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे ने जनपद में ग्रामीण क्षेत्रों में वैक्सीनेशन शिविर लगाने तथा औषधि किट वितरण, कोविड जांच आदि कार्य में तेजी लाने हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पी. रेणुका देवी, मुख्य विकास अधिकारी श्री आशीष भटगांई, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 मनोज शर्मा सहित संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक ली। उन्होंने जनपद के क्षेत्रान्तर्गत वैक्सीनेशन कार्य एवं औषधि किट वितरण कार्य की अद्यतन जानकारी लेते हुए, संबंधित अधिकारियों को कार्य में तेजी लाने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये। साथ ही वर्चुअल के माध्यम से जनपद के समस्त उपजिलाधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी सहित संबंधित अधिकारी को उक्त कार्यक्रम को सफलता पूर्वक संपादन हेतु सहयोग मुहैया कराने एवं स्थलीय निरीक्षण करने के आवश्यक निर्देश दिये। उन्होने कहा कि क्षेत्र में वैक्सीनेशन शिविर कार्यक्रम में कोई लाभार्थी न छूटे इस बात को गम्भीरता से लेना सुनिश्चित करें। जिस हेतु उन्होने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को ग्रामीण क्षेत्र में वैक्सीनेशन शिविर की शेड्यूल का वृहद स्तर पर प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिये। कहा कि इसकी जानकारी जनमानस को होनी चाहिए जिससे वे अपने क्षेत्र में आयोजित वैक्सीनेशन शिविर में समय पर पहुंच कर टीका लगा सकें। उन्होने जिला पंचायत राज अधिकारी को भी आयोजित वैक्सीनेशन कार्यक्रमों की जानकारी से ग्रामीणों को जागरूक कराने के निर्देश दिये। साथ ही ग्राम पंचायतो में मुहैया औषधि को बीमार एवं लक्षण वाले लोगों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये, कहा कि औषधि की कमी किसी प्रकार होने नही दिया जायेगा। कोई व्यक्ति औषधि से वंचित न रहे इस बात को गंभीरता से लेना सुनिश्चित करेंगे।
इस दौरान जिलाधिकारी डा0 जोगदण्डे ने वर्चुअल के माध्यम से उपस्थित सभी उपजिलाधिकारी एवं संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया कि अपने अपने क्षेत्रों में कोविड 19 के दृष्टिगत आयोजित हो रही समस्त कार्यो का स्थलीय निरीक्षण कर, रिपोर्ट उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। आयोजित वैक्सीनेशन शिविर, कोरोना जांच, औषधि किट वितरण, मेडिकल स्टोरों एवं संचालित स्वास्थ्य केन्द्रों का निरीक्षण करते हुए समुचित व्यवस्था को सुविधाजनक बनायेगें। अनियमितता पाये जाने पर कठोर कार्यवाही अमल में लायी जाय। साथ ही कहा कि क्षेत्र में दिव्यांग, असहाय, वृद्ध, बीमार, मजदूर आदि व्यक्तियों की डेटा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। जबकि कोविड 19 की महामारी से अपने माता, पिता, अभिभावक की मृत्यु होने वाले 18 वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों की पुनः सत्यापन कर डेटा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजित वैक्सीनेशन शिविर में समुचित व्यवस्था को कोविड 19 के गाइडलाइन के अनुरूप सुविधाजनक बनाने के दिये निर्देश। आवश्यकता अनुरूप वैक्सीनेशन केन्द्रों में सुरक्षा कार्मिक की भी तैनाती कराने के भी निर्देश दिये।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी डा0 एस.के. बरनवाल, उपजिलाधिकारी पौड़ी श्याम सिंह राणा, डीपीआरओ एम एम खान, डा0 आशीष गुसाई तहसीलदार एच एम खंडूरी, तहसीलों से उपजिलाधिकारी कोटद्वार, योगेश मेहरा, श्रीनगर रविन्द्र बिष्ट, सतपुली संदीप कुमार, लैसडोन अपर्णा ढौडियाल सहित खण्ड विकास अधिकारी, तहसीलदार आदि ने वीसी के माध्यम से प्रतिभाग किया।
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मुख्यमंत्री ने नेताप्रतिपक्ष इन्दिरा हृदयेश के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्वांजलि दी।
मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिह रावत ने सोमवार को हल्द्वानी में नेता प्रतिपक्ष, विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री स्व0 डा0 श्रीमती इन्दिरा हृदयेश के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्वांजलि दी।
अपनी संवेदना व्यक्त करते हुये मुख्यमंत्री श्री तीरथ ने कहा कि डा0 हृदयेश ने पिछले चार दशकों से उत्तर प्रदेश से लेकर उत्तराखण्ड की राजनीति मे बडी भूमिका निभाई है वे एक कुशल प्रशासक, वरिष्ठ राजनैतिज्ञ तथा संसदीय ज्ञान की अच्छी जानकार थी। विकास कार्यो के लिए सदैव तत्पर रहती थी। उन्होने जीवन की आंखरी सांस तक जनसेवा की और विधायक, एमएलसी मंत्री तथा नेता प्रतिपक्ष के रूप में सेवाएं देकर जनसेवा की विशाल विरासत को छोडा है। डा0 हृदयेश प्रदेश का एक मजबूत स्तम्भ रही है। उन्होंने कहा कि स्व0 इन्दिरा हृदयेश की स्मृति मे किसी बडे विकास कार्य का नामकरण किया जायेगा।