मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा की सदस्यता की शपथ ग्रहण की##राज्यपाल ने नैनीताल की हनुमान गढी में पूजा अर्चना की।राज्यपाल ने मनोरा पीक, नैनीताल के आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज) का भ्रमण किया।#मुख्यमंत्री धामी ने माधव सेवा विश्राम सदन“ का शिलान्यास किया।#कैच द रैन कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन हेतु केन्द्रीय टीम ने कई स्थानों का निरीक्षण किया।# जनपद पौड़ी गढवाल के जिलाधिकारी ने नीलकंठ धाम में सावन माह की काँवड़ यात्रा प्रबंधन बैठक की।

-अरुणाभ रतूड़ी

 

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को विधानसभा देहरादून में विधानसभा सदस्य के रूप में शपथ ली। विधानसभा अध्यक्ष श्रीमती ऋतु खण्डूड़ी भूषण ने श्री पुष्कर सिंह धामी को शपथ दिलाई।

शपथ ग्रहण के बाद मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड की सम्पूर्ण जनता का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि  चम्पावत  की देवतुल्य जनता के आशीर्वाद से उन्होंने चम्पावत विधानसभा उपचुनाव में बड़ी जीत हांसिल की। उन्होंने उत्तराखण्ड की जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश की जनता ने उन्हें जो प्यार, स्नेह एवं आशीर्वाद दिया। उसके लिए वे प्रदेश की जनता के आभारी हैं। उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का भी आभार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड राज्य को 2025 तक देश के सर्वश्रेष्ठ राज्यों की श्रेणी में लाने के पूरे प्रयास किये जायेंगे। 2025 में जब उत्तराखण्ड राज्य अपनी स्थापना का रजत जंयती वर्ष मनायेगा, उस समय हम हर क्षेत्र में अग्रणी राज्यों की श्रेणी में होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की जनता ने उन पर जो भरोसा जताया है,  उसके अनुरूप उत्तराखण्ड को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए वे पूरी क्षमता एवं ऊर्जा से कार्य करेंगे। जन सहभागिता से उत्तराखण्ड का समग्र विकास किया जायेगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड हर क्षेत्र में तेजी से प्रगति करे, यह सबकी सामुहिक जिम्मेदारी है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के धेय वाक्य ‘‘ सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास एवं सबका प्रयास’’ पर हम सब आगे बढ़ेंगे।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज उनके साथ प्रदेश के हर व्यक्ति ने प्रदेश के विकास के लिए संकल्प लिया है। यह विकल्प रहित संकल्प है। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य अन्त्योदय के मार्ग पर चलना है। प्रदेश की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए राज्य सरकार ‘‘सरलीकरण, समाधान, निस्तारण एवं संतुष्टि’’ के मंत्र पर कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दृष्टिपत्र/ संकल्प पत्र में जनता से किये वायदों को गंभीरता से पूरा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नई सरकार के गठन के बाद पहली कैबिनेट में ही हम राज्य में समान नागरिक संहिता लागू करने की दिशा में आगे बढ़े। इसके लिए समिति का गठन किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि  देवभूमि उत्तराखण्ड आध्यात्म एवं संस्कृति का केन्द्र तो है ही, साथ ही वीरों की भूमि भी है।

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राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह(से नि) ने रविवार को नैनीताल स्थित हनुमानगढ़ी मंदिर में दर्शन किए। उन्होंने मन्दिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश वासियों की समृद्धि और खुशहाली के लिए कामना की। उन्होंने कहा की यहां आकर एक अलग ही शांति एवं दिव्यता की अनुभूति हुई। राज्यपाल ने मंदिर में साफ-सफाई, शांत वातावरण के लिए मंदिर प्रशासन की तारीफ की। इस दौरान उनके साथ प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर भी उपस्थित रहीं।
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राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह(से नि) ने रविवार को मनोरा पीक, नैनीताल स्थित आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज) का भ्रमण किया।

इस दौरान वैज्ञानिकों ने राज्यपाल को शोध संस्थान की विभिन्न गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने जानकारी दी कि भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के तहत एक स्वायत्त निकाय है। मनोरा पीक, नैनीताल खगोलीय वेधशाला का गठन उत्तर प्रदेश राजकीय वेधशाला के नाम से उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 20 अप्रैल 1954 को वाराणसी में किया गया। तदोपरांत 1955 में नैनीताल एवं 1961 में अपने वर्तमान स्थान मनोरा पीक में स्थापित किया गया। सन् 2000 में उत्तराखण्ड राज्य के गठन के बाद यह “राजकीय वेधशाला” के रूप में जाना जाने लगी। 22 मार्च 2004 से यह भारत सरकार के अधीन एक स्वायत्तशासी संस्थान के रूप में कार्य कर रहा है।

राज्यपाल ने कहा की उत्तराखंड का सौभाग्य है कि यहां विश्व प्रतिष्ठित शोध संस्थान है जो खगोल विज्ञान, सौर भौतिकी, खगोल भौतिकी और वायुमंडलीय विज्ञान शोध के क्षेत्र में बेहतरीन योगदान दे रहा है। इस अवसर पर राज्यपाल ने टेलीस्कोप से चंद्रमा का अवलोकन किया और कहा कि यह देखना एक अद्भुत अनुभव रहा। वैज्ञानिकों द्वारा अवगत कराया गया कि 104 से0मी0 संपूर्णानंद टेलीस्कोप एशिया में सबसे पुरानी व प्रथम टेलीस्कोप है। इसी वर्ष टेलीस्कोप की स्थापना के 50 वर्ष पूर्ण होने जा रहे हैं। राज्यपाल ने कहा कि वेधशाला को आगे बढ़ाने में यहां कार्यरत हर कर्मचारी का योगदान रहा है। उन्होने कहा कि 50 ऐसे संबंधित वैज्ञानिकों, शोधार्थियों एवं कर्मचारियों को चिन्हित किया जाए जिनका वेधशाला के संचालन में सर्वश्रेष्ठ योगदान रहा हो उन्हें सम्मानित किया जाएगा। हल्द्वानी में स्थापित किये जाने वाले एस्ट्रोपार्क, विज्ञान केन्द्र के स्थापना संबंधित प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान उन्होंने निदेशक एरीज को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।

इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा की वर्तमान में युवाओं का रुझान अंतरिक्ष व खगोल विज्ञान की ओर बढ़ता जा रहा है। इसके अतिरिक्त इन क्षेत्रों में बहुत अधिक संभावनाएं भी है। इसको ध्यान में रखते हुए उन्होंने एस्ट्रो टूरिज्म की संभावनाओं पर भी विचार करने को कहा। वैज्ञानिकों द्वारा अवगत कराया गया कि जिला प्रशासन के सहयोग से जिले के देवस्थल और ताकुला को एस्ट्रो टूरिज्म विलेज के लिए चुना गया है। यहां पर छोटी टेलीस्कोप की मदद से आने वाले पर्यटक घूमने के साथ साथ तारों को भी निहार सकेंगे। राज्यपाल ने अन्य जिलों में भी एस्ट्रो टूरिज्म क्रियान्वयन पर विचार करने को कहा। उन्होंने यह भी कहा की संस्थान को आगे बढ़ाए जाने के लिए हर संभव सहयोग किया जाएगा।
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  1.   मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को वीरभद्र मंदिर मार्ग, ऋषिकेश में भाऊराव देवरस सेवा न्यास द्वारा बनाए जा रहे “माधव सेवा विश्राम सदन“ के भूमि पूजन कार्यक्रम में प्रतिभाग एवं “माधव सेवा विश्राम सदन“ का शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने माधव सेवा विश्राम सदन हेतु उत्तराखंड सरकार की ओर से ₹50 लाख की धनराशि दिए जाने की घोषणा की।
    कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा की योग नगरी ऋषिकेश में एम्स के कारण यह स्वास्थ्य सेवाओं का केंद्र भी है उन्होंने कहा उत्तराखंड राज्य के साथ ही उत्तर प्रदेश एवं अन्य राज्य के लोग भी ऋषिकेश इन समय अपने इलाज हेतु आते है। उन्होंने कहा माधव सेवा विश्राम सदन बनने से बड़ी संख्या में आने वाले मरीजों एवं उनके परिजनों के ठहरने खाने रहने जैसी तमाम सुविधाएं आसानी से मिलने लगेंगी। उन्होंने कहा सेवा सदन के बनने से परिजनों को होने वाली दिक्कते दूर होंगी। उन्होंने सेवा सदन के कार्य को ईश्वरीय कार्य बताया।
    मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा की भारत माता की कोख से ऐसे अनगिनत लाल जन्मे हैं, जिन्होंने देश हित में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। भाऊराव देवरस जी ने अपने जीवन का एक-एक क्षण राष्ट्र के लिए जिया एवं धरती मां को समर्पित किया। उन्होने बताया वर्ष 1937 (20 वर्ष की उम्र में)  डाक्टर साहब जी की संघ विस्तार की योजना के अंतर्गत भाऊराव जी नागपुर से सुदुर उत्तर प्रदेश के लखनऊ आ गए। स्वतंत्रता के पांच वर्ष पश्चात 1952 में शिशुमंदिर योजना आंरम्भ करने के पीछे जो उनका सपना था उसका क्रियान्वयन उत्तर प्रदेश के गोरखपुर केंद्र से रहा। उनका मानना था कि ’किसी राष्ट्र का भविष्य उस राष्ट्र के सामान्य जन ही होते हैं, इसलिए शिक्षा का निर्माण देश के सामान्य जनों को ध्यान में रखकर किया जाना चाहिए। उन्होने कहा आदरणीय भाऊ राव जी ने वस्तुतः बीज बनकर स्वयं को त्यागकर समाजरूपी पेड़ को पुष्पित और पल्लवित करने का कार्य किया।
    मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने विद्यार्थी जीवन को याद करते हुए कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय में बना भाऊराव देवरस द्वार हमारे लिए सेवा एवं प्रेरणा का प्रतीक था। उन्होंने कहा एक छात्र के नाते मेरे सामाजिक जीवन में हीरो एवं आदर्श भाऊराव जी रहे। उनके नाम पर रखे गए विश्राम सदन का शिलान्यास करने का अवसर प्राप्त हुआ है। मुझे पूर्ण विश्वाश है की इसका उद्घाटन भी शीघ्र होगा। उन्होंने माधव सेवा विश्राम सदन हेतु हरसंभव मदद का आश्वासन देते हुए उसे गरीबों की सेवा का सदन एवं गैर व्यवसायिक सदन बताया। उन्होंने, सेवा परमो धमर्रू के सिद्धांत को आगे बढ़ाने के लिए  माधव सेवा न्यास से जुड़े प्रत्येक स्वयंसेवक को नमन किया।
    मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने ऋषिकेश नगरी को चार धाम यात्रा का प्रथम स्थान बताते हुए कहा कि आज ऋषिकेश से कर्णप्रयाग रेलवे लाइन का कार्य तेजी से चल रहा है एवं चार धामों को जाने वाली सड़कों को डबल लेन बनाकर सुगम एवं सुरक्षित यात्रा का संदेश भारत के साथ पूरे विश्व में दिया गया है उन्होंने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केदारनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण भव्यता एवं दिव्यता से किया गया।

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कैच द रैन कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन हेतु केन्द्र सरकार की टीम ने कई स्थानों का निरीक्षण किया।

ल शक्ति अभियान कैच द रैन के सफल क्रियान्वयन हेतु भारत सरकार की केंद्रीय टीम द्वारा जनपद के विभिन्न स्थानों में निरीक्षण किया जाएगा। जिलाधिकारी डॉ0 विजय कुमार जोगदण्डे ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनपद के अंतर्गत चिन्हीकरण तालाबों में हो रहे कार्यो की तैयारी पूर्ण तथा निरीक्षण दिवस पर उपस्थित होना सुनिश्चित करें।

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जिलाधिकारी ने कहा कि भारत सराकर की केंद्रीय टीम द्वारा 14 जून, 2022 से 18 जून तक विभिन्न विकासखंड़ों में कैच द रैन तालाबों का निरीक्षण किया जाएगा। कहा कि भारत सरकार द्वारा निरीक्षण टीम में निदेशक अरूण कुमार केंद्रीय अधिकारी तथा वैज्ञानिक डी डॉ0 अश्वनि रानाडे को तकनीकि अधिकारी नामित किया गया है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि आवश्यक तैयारियां पूर्ण तथा भ्रमण के दौरान संबंधित अधिकारियों के साथ कार्यस्थल पर समय से उपस्थित होना सुनिश्चित करें। साथ ही उन्होंने कहा कि संबंधित विभागों द्वारा निर्मित जल संरचानाओं का निरीक्षण तथा चिन्हीत कार्यो का उद्धघाटन व वृक्षारोपण भी किया जाना है।

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जिलाधिकारी डॉ0 विजय कुमार जोगदण्डे की अध्यक्षता में आज नीलकंठ मंदिर सभागार में आगामी कावंड यात्रा को लेकर संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ विभिन्न व्यवस्थाओं के संपादन हेतु समीक्षा बैठक आयोजित की गई। जिलाधिकारी ने पेयजल, लोक निर्माण, परिवहन विभाग, पुलिस, वन विभाग, जल संस्थान, फायर पुलिस, जिला पंचायत, ग्राम पंचायत, स्वास्थ्य विभाग, विद्युत, नगर निकायों, उरेड़ा विभाग सहित अन्य विभागीय अधिकारियों को पेयजल, सड़क, विद्युत, स्वास्थ्य व्यवस्था, फायर सुरक्षा, यातायात व्यवस्था, यात्रा मार्ग सुरक्षा, भीड़ प्रबंधन, पार्किंग को दुरूस्त करने तथा इसके लिए विभागीय स्तर पर व अन्य विभागीय कार्यो को आसान, व्यवस्थित, सुरक्षित करने के निर्देश दिये। उन्होंने अधिशासी अभियंता पेयजल निगम को नीलकंठ तथा ऋषिकेश से नीलकंठ रूट पर पेयजल की समुचित व्यवस्था के लिए नियमित पेयजल सप्लाई के साथ ही पेयजल के लिए वाटर टैंक इत्यादि के माध्यम से वैकल्पिक व्यवस्था बनाने के निर्देश भी दिये। साथ ही उन्होंने नीलकंठ स्थित सभी पेयजल टैंकों की एक सप्ताह के भीतर सफाई करने तथा सभी हैंडपंपों को व्यवस्थित करने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग को कावंड यात्रा से जुड़े सभी सड़कों को सुधारीकरण के कार्यो को मानसून सीजन से पूर्व तत्काल पूर्ण करने को कहा। उन्होंने संपूर्ण यात्रा मार्ग पर बैरिकेटिंग में वाइटवाश करने, सड़क किनारे नालियों की सफाई, क्षतिग्रस्त पुस्तों को ठीक करने, सुरक्षा दीवार तथा अन्य सुधारीकरण कार्यो को भी तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिये। साथ ही मार्ग अवरूद्व होने पर जेसीबी मशीनों की तैनाती करने के निर्देश भी दिये। उन्होंने यातायात रूट पर विभिन्न स्थानों पर डिस्प्ले बोर्ड के साथ ही मार्ग के आसपास शौचालय, एटीएम, पुलिस स्टेशन, खानपान, पार्किंग तथा विभागीय अधिकारी नाम व फोन नम्बर इत्यादि अनिवार्य रूप से बोर्ड पर चस्पा करने को कहा। जिलाधिकारी ने कावंड यात्रा की संपूर्ण व्यवस्थाओं के संचालन तथा तैयारियों के संपादन हेतु एक कमेठी का गठन किया। जिसमें उपजिलाधिकारी, पुलिस क्षेत्राधिकारी, मंदिर समिति, लोक निर्माण विभाग, पेयजल निगम, जिला पंचायत, ग्राम पंचायत सहित मुख्य विभागों के सदस्य सामिल रहेंगे।  उन्होंने कहा कि कावंड यात्रा समिति, पार्किंग, सफाई कर्मी तथा अन्य वॉलन्टियर्स को अनिवार्य रूप से वर्दी तथा उनको पहचान पत्र जारी करके ही तैनात करें। साथ ही उन्होंने निर्देशित किया कि समस्त वॉलन्टियर्स नियमित रूप से तैनात रहने चाहिए। उन्होंने सभी होटल संचालकों तथा बड़े दुकानदारों को अपने फ्रंट साइड पर अनिवार्य रूप से सीसीटीवी कैमरा लगाने व उसनी नियमित सूचना स्थानीय पुलिस से साझा करने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने वन विभाग को निर्देशित किया कि यात्रा रूटों पर पेड़ों की लॉपिंग तथा स्वास्थ्य विभाग को अलग-अलग स्थानों पर एंबुलेंश के साथ ही मेडिकल स्टॉॅफ की तैनाती करने को कहा। उन्होंने जिला पंचायत, पेयजल निगम व पुलिस निर्देशित किया कि कावंड यात्रा के समय कंट्रोल रूम स्थापित करें। इस दौरान उन्होंने पुलिस विभाग को यातायात व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण, अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने जिला पंचायत को निर्देशित किया कि बैठने के लिए छांवदार बेंच की व्यवस्था करने के निर्देश दिये। उन्होंने उरेड़ा व जिला पंचायत को निर्देशित किया कि यात्रा रूट पर 12-12 स्ट्रीट लाइट लगाने के निर्देश दिये। उन्होंने मेला प्रबंधन समिति को निर्देशित किया कि चिन्हीत भूमि पर उचित पार्किंग व्यवस्था तथा आने-जाने के लिए मार्ग खुलवाएं। इसके अलावा उन्होंने संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया कि नियमित रूप से साफ-सफाई के लिए 30 नये सफाई कर्मियों की तैनाती करना सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर नीलकंठ मंदिर समिति के मंहत सुभाष गिरी, उपजिलाधिकारी प्रमोद कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 प्रवीण कुमार, सीओ श्यातदत्त नौटियाल, तहसीलदार मनजीत सिंह, ग्राम प्रधान नीरज सहित विभागीय अधिकारी व अन्य उपस्थित थे।