मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वंदना कटारिया को सम्मानित किया #आयुष्मान योजना के कारण डायलिसिस जैसे महंगे उपचार भी अब आमजन की पहुंच में आ गए हैं।-Janswar.com

-अरुणाभ रतूड़ी

 

  1. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वंदना कटारिया को सम्मानित किया
  2. भारतीय महिला हॉकी टीम की खिलाड़ी वंदना कटारिया के घर जाकर किया सम्मानित
  3. ओलम्पिक में शानदार प्रदर्शन के लिए 25 लाख रूपये का चेक और तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया
  4. वंदना कटारिया को महिला सशक्तीकरण के तहत ‘‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान का ब्रांड एम्बेसडर भी बनाया गया है

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने भारतीय महिला हॉकी खिलाड़ी सुश्री वन्दना कटारिया के रोशनाबाद, हरिद्वार स्थित आवास पर जाकर टोकियो ओलंपिक में वंदना के शानदार प्रदर्शन पर उन्हें बधाई दी। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सुश्री वन्दना कटारिया को 25 लाख रूपये का चेक प्रदान किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वन्दना कटारिया को तीलू रौतेली पुरस्कार से भी सम्मानित किया। इसके तहत उन्हें 31 हजार रूपये का चेक एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। वंदना कटारिया को महिला सशक्तीकरण के तहत ‘‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान का ब्रांड एम्बेसडर भी बनाया गया है।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वन्दना कटारिया ने टोकियो ओलंपिक में अपने शानदार प्रदर्शन से प्रदेश का मान-सम्मान बढ़ाया है। उत्तराखण्ड की बेटी ने एक मैच में हैट्रिक बनाकर अपनी अलग पहचान बनाई। उन्होंने वन्दना को आगे भी इसी मनोबल से खेलने के लिए प्रेरित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि खिलाड़ियों को अधिक से अधिक सुविधाएं मिल सके, इसके लिए राज्य में नई खेल नीति बनाई जा रही है। उन्होंने वंदना कटारिया के उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, श्री यतीश्वरानन्द, विधायक श्री आदेश चौहान, श्री देशराज कर्णवाल, सचिव श्री हरि चन्द्र सेमवाल एवं सुश्री वंदना कटारिया के परिवारजन मौजूद थे।

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राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा संचालित की जा रही आयुष्मान योजना यूं तो सभी रोगों से लड़ने में संजीवनी का काम कर रही है। वहीं डायलिसिस जैसे महंगे उपचार भी अब आमजन की पहुंच में आ गए हैं। योजना के अंतर्गत किडनी के मरीज 1 लाख 33 हजार से अधिक बार मरीज डायलिसिस करा चुके हैं। इस उपचार पर सरकार 42 करोड़ से अधिक की राशि खर्च हो चुकी है।

डायलिसिस की प्रक्रिया काफी महंगी होती है। एक जानकारी के मुताबिक डायलिसिस कराने का कुल खर्च लगभग 12,000 से रु 15,000 प्रति माह और पेरिटोनियल डायलिसिस का खर्च 18,000 से रु 20,000 प्रति माह लग सकता है। सही मायने में डायलिसिस पर होने वाला खर्च हर किसी की क्षमता में नहीं हो सकता। सामान्य आय वर्ग के लिए तो यह विकार जानलेवा यह साबित होता था।
आयुष्मान योजना ने अब स्थितियों को बेहतर कर दिया है। डायलिसिस जैसा महंगा उपचार भी अब हर किसी की पहुंच में आ गया है। आयुष्मान योजना किडनी रोगियों को जीवनदान प्रदान कर रही है। इसके साथ ही मरीजों का मुफ्त उपचार से उनकी आर्थिकी भी प्रभावित नहीं हो रही है।
प्रदेश में अभी तक किडनी के मरीज 133105 बार डायलिसिस करा चुके हैं। जिस पर 42 करोड़ का खर्च हो चुका है।

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