मुख्यमंत्री ने सचिवालय में सस्टनेबल डेवलपमेंट गोल (एस.डी.जी) मोनिटरिंग डैश बोर्ड का विमोचन किया।#एम्स ऋषिकेश में एचआईवी वायरस मरीजो के लिए एंटी रिट्रोवायरल थैरेपी सेंटर प्रारम्भ। # गढवाल प्रेसक्लब पौड़ी ने पुष्पगुच्छ व स्मृतिचिह्न देकर जिलाधिकारी को सम्मानित किया।पढिए JANSWAR.COM में।

समाचार प्रस्तुति- अरुणाभ रतूड़ी

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मंगलवार को सचिवालय में यू.एन.डी.पी तथा एवं सेंटर फॉर पब्लिक पॉलिसी एण्ड गुड गवर्नेंस, नियोजन विभाग के सहयोग से तैयार सस्टनेबल डेवलपमेंट गोल (एस.डी.जी) मोनिटरिंग हेतु तैयार डैश बोर्ड का विमोचन किया।
     मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि 2030 तक सतत विकास का जो लक्ष्य रखा गया है, इसके लिए और तेजी से प्रयासों की आवश्यकता है। इस दिशा में कुछ क्षेत्रों में अच्छा कार्य हुआ है। राज्य में कुपोषण से मुक्ति के लिए चलाये गये अभियान, अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना, जल संचय, संरक्षण तथा नदियों के पुनर्जीवीकरण की दिशा में भी अनेक प्रयास किये गये हैं। लोगों को स्वच्छ एवं उच्च गुणवत्तायुक्त पेयजल उपलब्ध कराने के लिए अनेक प्रयास किये जा रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में मात्र एक रूपये में पानी का कनेक्शन दिया जा रहा है। शहरी क्षेत्रों में भी जल्द ही पानी का कनेक्शन सस्ती दरों पर दिया जायेगा। इन सभी प्रयासों के आने वाले समय में बहुत अच्छे परिणाम मिलेंगे। जिला योजना का 40 प्रतिशत बजट स्वरोजगार के लिए खर्च किया जा रहा है। उत्तराखण्ड के स्थानीय उत्पादों की ब्रांडिंग करने की दिशा में कार्य किये जा रहे हैं। भारत नेट 2 से नेटवर्किंग और कनेक्टिविटी बढ़ेगी, इसका भी लोगों की आजीविका पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।  
     मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि लक्ष्यों के आधार पर जो भी योजनाएं बनाई गई हैं, उनको पूरा करने के लिए नियमित मॉनिटरिंग भी की जाय। विजन 2030 राज्य के भविष्य व आर्थिक विकास की रूपरेखा है। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि सतत विकास लक्ष्य के लिए जो 17 क्षेत्र चुने गये हैं, उनमें दिये गये सभी इन्डीकेटर पर किये जा रहे कार्यों की समय-समय पर समीक्षा की जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि डैशबोर्ड में सभी जनपद समय-समय पर अपनी उपलबिधयां अपलोड करेंगे तथा रैंकिंग के आधार पर जिन योजनाओं/ इंडीकेटरों में कमी प्रदर्शित होती है उनको प्राथमिकता में लेते हुए सतत विकास का लक्ष्य कार्यान्वयन में सुधार करने के हर संभव प्रयास करेंगे। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने सतत विकास लक्ष्य के विभिन्न आयामों गरीबी समाप्त करने, कुपोषण को कम करने, स्वस्थ जीवन, गुणवत्तापरक शिक्षा, लैंगिक समानता, शुद्ध पेयजल तथा स्वच्छता, स्वच्छ ऊर्जा, आर्थिकी में वृद्धि, राज्य में असमानताओं को कम करने, शहरों के विकास, जलवायु परिवर्तन, वनों का प्रबंधन तथा जैव विविधता की रक्षा करने तथा त्वरित न्याय के साथ सुशासन हेतु संस्थानों को मजबूत बनाने पर बल दिया।
      अपर मुख्य सचिव नियोजन, श्रीमती मनीषा पंवार ने कहा कि राज्य में सतत विकास लक्ष्य के क्रियान्वयन हेतु 2018 में उत्तराखण्ड विजन 2030 बनाया गया। जो 17 क्षेत्रों में वैश्विक लक्ष्यों को प्राप्त करने हेतु रौडमेप प्रदान कर रहा है। नीति आयोग भारत सरकार के दिशा निर्देशों पर 371 संकेतक चयनित किये गये हैं, जिसमें राष्ट्रीय संकेतक तथा राज्य की प्रासंगिकता के अनुसार संकेतक सम्मिलित हैं। 

     यूएनडीपी की राष्ट्रीय प्रमुख सुश्री शोको नोडा ने कहा कि उत्तराखण्ड ने एसडीजी के फ्रेमवर्क निर्माण एसडीजी के स्थानीयकरण में सराहनीय कार्य किया है।
     अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी सी.पी.पी.जी.जी डॉ. मनोज कुमार पंत द्वारा सतत विकास लक्ष्यों के सबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि प्रत्येक लक्ष्य के अनुसार विभागों को चिन्हित करते हुए योजनाओं तथा संकेतकों की मैपिंग का कार्य पूर्ण किया गया है। जिसको पुस्तिका के रूप में जनपद स्तर से ग्राम पंचायत स्तर तक वितरित किया गया है।
    इस अवसर पर सचिव श्री आर. मीनाक्षी सुंदरम, डॉ. पंकज पाण्डेय, श्री सुशील कुमार, यूएनडीपी की स्टेट हैड सुश्री रश्मि बजाज, वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से सभी जिलाधिकारी तथा सीडीओ उपस्थित थे।
#############################

एम्स ऋषिकेश में एचआईवी वायरस मरीजो के लिए एंटी रिट्रोवायरल थैरेपी सेंटर प्रारम्भ।                                                                                             ।की समग्र जांच एवं उपचार के लिए  एंटी रिट्रोवायरल थैरेपी सेंटर( एआरटी सेंटर) का विधिवत शुरू हो गया। एम्स में खुले सेंटर में गढ़वाल मंडल के विभिन्न जिलों के पंजीकृत एड्स मरीजों को सरकार द्वारा प्रदत्त निशुल्क उपचार मिल सकेगा। इस दौरान आसपास के क्षेत्रों से आए एचआईवी से ग्रस्त मरीजों को इस बीमारी के प्रति जागरुक भी किया गया।                                                                                               मंगलवार को वर्ल्ड एड्स-डे के अवसर पर एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने संस्थान में एंटी रिट्रोवायरल थैरेपी एआरटी सेंटर का विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रविकांत ने कह कि 2019 में विश्वभर में लगभग 6 लाख 90  हजार लोगों की मौत हुई है। उन्होंने बताया कि इस बीमारी का कोई शर्तिया इलाज नहीं है लिहाजा इसे सिर्फ जनजागरूकता से ही रोका जा सकता है।

 एम्स के जनरल मेडिसिन विभाग में स्थापित एआरटी सेंटर में मरीज सप्ताह में दो दिन (सोमवार व बुधवार को) निशुल्क परामर्श व उपचार प्राप्त कर सकते हैं।                                                                                           इस अवसर पर डीन एकेडमिक प्रोफेसर मनोज गुप्ता, डीएचए प्रो.यूबी मिश्रा, प्रो.लतिका मोहन, प्रो.वर्तिका सक्सेना, डा.नैरिता हजारिका आदि मौजूद थे।

##############################
गढवाल प्रेसक्लब पौड़ी ने पुष्पगुच्छ व स्मृतिचिह्न  देकर जिलाधिकारी को सम्मानित किया।

जिलाधिकारी कैंप कार्यालय पौड़ी में आज गढ़वाल प्रेस क्लब पौड़ी के सम्मानित पत्रकार एवं पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल द्वारा जनपद में किये गए एवं किये जा रहे विभिन्न विकास कार्यो की सराहना करते हुए उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। पे्रस क्लब के पदाधिकारियों ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देशन में जिला प्रशासन द्वारा जनपद में पर्यटन, स्वरोजगार, कृषि, पशुपालन, मत्स्य आदि के क्षेत्र में बेहतर कार्य किये जा रहे हैं। पौड़ी जनपद पर्यटन के क्षेत्र पूरे देश में विशिष्ट पहचान बनाने में निरन्तर अग्रसर हो रहा है।
     गढ़वाल प्रेस क्लब पौड़ी ने जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल को पुष्प गुच्छ व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। गढ़वाल प्रेस क्लब के अध्यक्ष राजीव खत्री व संरक्षक गुरूवेंद्र सिंह नेगी ने अपने संबोधन में कहा कि जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने जनवरी 2019 में जनपद का कार्यभार संभालते ही विभिन्न विकास परक योजनाओं को धरातल पर उतारने की शुरूआत की। जिलाधिकारी ने पौड़ी की सुंदरता एवं विहंग हिमालय दृश्य को वैश्विक पटल पर लाने हेतु मानसून मैराथन, शूटिंग प्रतियोगिता, नयार एडवेंचर फेस्टिवल आदि का भी सफल संचालन किया। गढ़वाली बोली को भाषा के रूप में दर्जा दिलाने व स्कूलों में गढ़वाली भाषा पाठ्यक्रम, गढ़वाली बोली में प्रार्थना की शुरूआत भी करवाई। जिलाधिकारी ने खिर्सू में बासा होम स्टे बनाकर सामुदायिक रूप से पर्यटन को विकसित करवाया, जिसमें स्थानीय महिलाओं को भी रोजगार मिला है।
     जिलाधिकारी ने विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारते हुये पशुपालन में कृत्रिम गर्भाधान, बागवानी, मत्स्य पालन, फ्लोरीकल्चर सहित कृषि कार्यो में अभिनव कार्य कर स्थानीय लोगों को आत्मनिर्भर बनाया है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के द्वारा कंडोलिया पार्क का जो कायाकल्प हो रहा है वह पौड़ी को पर्यटन के नक्शे पर एक अलग पहचान देगा। कंडोलिया पार्क को पारम्परिक एवं आधुनिक सुविधाओं से युक्त कर विकसित किया जा रहा है। वहीं सरकार के दिशा-निर्देशन में धार्मिक स्थल, सीता माता सर्किट एवं पौड़ी शहर को नये रूप में विकसित करने की कवायद शुरू की जा रही है।
    इस अवसर पर प्रेस क्लब गढ़वाल के उपाध्यक्ष मनोहर बिष्ट, मुकेश सिंह, सचिव मुकेश बछेती, सहसचिव कुलदीप बिष्ट, कोषाध्यक्ष दीपक बड़थ्वाल, मीडिया प्रभारी सिंद्वात उनियाल, सदस्य गणेश नेगी, महेंद्र नेगी, प्रदीप सिंह आदि मौजूद थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *