मुख्यमंत्री ने विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के सभागार में जनपद के अधिकारियों की बैठक ली।
अल्मोड़ा पहुॅचे मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आज विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के सभागार में जनपद के अधिकारियों की बैठक ली। मुख्यमंत्री द्वारा विकास योजनाओं की समीक्षा सहित अन्य बिन्दुओं पर अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की गयी। उन्होंने अल्मोड़ा मेडिकल कालेज के अवशेष कार्यों में तेजी लाते हुए जल्द से जल्द कक्षायें संचालित करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। मेडिकल कालेज हेतु सीवर लाईन की डीपीआर 15 दिन के भीतर तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने आयुक्त कुमाऊ मण्डल को इस कार्य का पर्यवेक्षण करने की जिम्मेदारी दी। मुख्यमंत्री ने यूपीआरएनएन के अधिकारियों से तत्काल बैठक कराते हुए कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये गये।
जनपद में स्वीकृत जिला योजना की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि जिन विभागों द्वारा स्वीकृत धनराशि व्यय नहीं की जाती उन विभागों हेतु अगले वर्ष से परिव्यय स्वीकृत नहीं किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने जनपद की स्वीकृत जिला योजना के सापेक्ष व्यय पर संतोष जताया। पेयजल निगम के अधिकारियों को सरयू-बैलख पम्पिंग योजना को 15 फरवरी तक दुरूस्त करते हुए पेयजल व्यवस्था सुचारू करने के निर्देश दिये। उन्होंने पेयजल निगम के अधिकारियों को जल जीवन मिशन के अन्तर्गत तय लक्ष्यों को निर्धारित समय में प्राप्त करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि जिले में ई-आफिस व्यवस्था पर तीव्र गति से कार्य किया जाय जिससे ई-आफिस की परिकल्पना साकार हो सके। चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि संस्थागत प्रसव के लिये नये प्रसव केन्द्र चिन्ह्ति किये जाय। बन्दरों व सुअरों द्वारा खेती को नुकसान पहुॅचाने की समस्या को लेकर उन्होंने अधिकारियों को ठोस कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों में यह समस्या बेहद गम्भीर है।
मुख्यमंत्री द्वारा पुलिस विभाग के अधिकारियों को नशे पर लगाम लगाने के लिए इस कार्य में लिप्त लोगो पर कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि पुलिस महकमे को सख्ती दिखानी होगी जिससे आने वाले भविष्य की पीढ़ी को हम नशावृत्ति से दूर रख सके। पुलिस विभाग के अधिकारियों को नेटर्वक बढ़ाने व जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिये। उन्होंने मुख्यमंत्री त्वरित समाधान कार्यक्रम के अन्तर्गत अधिक से अधिक कैम्प आयोजित कर लोगो की समस्याओं के निस्तारण करने के निर्देश दिये। इस दौरान मुख्यमंत्री के सम्मुख विभिन्न विभागों द्वारा अपना प्रस्तुतीकरण दिया गया।
इस दौरान एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना के चौघाटपाटा स्थित हिलांस आउटलेट शोरूम का मुख्यमंत्री द्वारा वर्चुवल उद्घाटन किया गया। वहीं हिलांस के उत्पादों का विमोचन भी किया गया। बैठक के दौरान पर्यटन विभाग के कैलेंडर.का विमोचन भी किया गया। इसके अलावा कोविड-19 के दृष्टिगत जनपद में स्थापित आरटीपीसीआर लैब का भी उन्होंने वर्चुवल उद्घाटन किया गया। लगातार दूसरे वर्ष राष्ट्रीय जल पुरस्कारों में जनपद को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है जिसकी ट्राफी व प्रशस्ति पत्र भी मुख्यमंत्री द्वारा जिलाधिकारी नितिन सिहं भदौरिया व प्रो0 जे0एस0 रावत को सौंपा गया।
बैठक से पूर्व विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान परिसर में लगे स्टॉलों का निरीक्षण व उन्नत कृषि बीजो व यन्त्रों का अवलोकन मुख्यमंत्री द्वारा किया गया। संस्थान के निदेशक डा0 लक्ष्मीकान्त द्वारा उनको जानकारी प्रदान की गयी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन एवं ग्रीन हिल्स संस्था के संयुक्त प्रयासो से कसारदेवी, मजखाली, कटारमल व चितई के ग्रामीण क्षेत्रों के अजैविक कचरे प्रबन्धन हेतु वाहन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इसके अलावा जनपद को जिला योजना व राज्य सैक्टर में मिली 03 एम्बुलेंस वाहनों को भी हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। कार्यक्रम में उन्होंने नगर में आवागमन को और सुचारू बनाने के लिए 04 ई-रिक्शा को भी हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
इस बैठक में इस अवसर पर विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डा0 धन सिंह रावत, बाल विकास राज्यमंत्री श्रीमती रेखा आर्या, सांसद श्री अजय टम्टा, सहकारी बैंक अध्यक्ष श्री ललित लटवाल, चाय विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री गोविन्द सिंह पिलख्वाल, विधायक श्री महेश नेगी, जिलाध्यक्ष रवि रौतेला, आयुक्त कुमाऊ मण्डल अरविन्द सिंह हयांकी, पुलिस महानिरीक्षक अजय रौतेला, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट व अन्य जनप्रतिनिधि व अधिकारी उपस्थित रहे।
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डबललेन सड़कों से जुड़ेंगे विकास खण्ड मुख्यालय : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा है कि प्रदेश में विकास खण्ड स्तर तक बेहतर सड़क सुविधाओं के विकास एवं सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने के लिये विकास खण्ड मुख्यालयों को डबल लेन सड़क से जोड़ा जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास खण्ड मुख्यालयों को जोड़ने वाली अधिकांश सड़कें कम चौड़ी होने के कारण यातायात की सुगमता के लिये कम आबादी वाले विकास खण्डों को जोड़ने वाली सड़कों को डेढ़ लेन तथा अधिक आबादी वाले विकास खण्डों को डबल लेन सड़क से जोड़ा जायेगा। डबल लेन सडक से इन क्षेत्रों में अवागमन और अधिक सुरक्षित तथा सुविधापूर्ण हो सकेगा। यातायात नियंत्रण एवं सड़क दुर्घटनाओं को रोकने में भी इससे मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास खण्डों को जोड़ने वाली सड़कों के चौड़ीकरण से राज्य के सुदूरवर्ती क्षेत्रों तक आवागमन सुरक्षित होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी गांवों को सडक से जोड़ने का लक्ष्य भी पूर्ण होने वाला है। इससे विकास खण्डों तक ग्रामीण क्षेत्र वासियों को आवगमन में सुविधा होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सडकों का सुदृढ़ीकरण क्षेत्रीय विकास की राह भी प्रशस्त करती है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में देश की राजधानी से राज्य को जोड़ने वाली सड़कों के और अधिक सुदृढ़ीकरण एवं चारधाम तथा भारतमाला सड़क परियोजनाओं से राज्य के सभी लोग बेहतर सड़कों से जुड़ जायेंगे। कर्णप्रयाग तक रेल पहुंचने से राज्य वासियों को तो सुविधा होगी ही, चार धाम यात्रा को भी नये आयाम प्राप्त होंगे।
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एम्स ऋषिकेश में अब बिना सर्जरी के होगा पथरी का उपचार।
पथरी (स्टोन) की समस्या से जूझ रहे रोगियों के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश की ओर से अच्छी खबर है। संस्थान में अब बिना सर्जरी के भी गुर्दे की पथरी का इलाज संभव हो सकेगा। एम्स में अति अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित इस सुविधा का विस्तार करते हुए एडवांस यूरोलाॅजी सेंटर स्थापित कर सेवाओं की शुरुआत कर दी गई है। बताया गया है कि यह उपचार आयुष्मान भारत योजना में शामिल है।
लगातार आधुनिकतम तकनीकियों और मेडिकल सुविधाओं में इजाफा कर रहे एम्स ऋषिकेश ने यूरोलाॅजी विभाग में अति आधुनिक मशीनों को स्थापित कर मरीजों की सुविधा के मद्देनजर यूरोलाॅजिकल सेवाओं में विस्तार किया है।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने कहा कि मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराना एम्स की प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि एडवांस यूरोलाॅजी सेंटर में बिना सर्जरी किए अथवा बिना चीरा लगाए गुर्दे की पथरी के उपचार की सुविधा शुरू कर दी गई है। लिहाजा अब एम्स अस्पताल में उपलब्ध नई तकनीक और सुविधाओं से पथरी तोड़ने के लिए मरीज को बेहोश करने की आवश्यकता नहीं होगी। उन्होंने बताया कि उच्च तकनीक आधारित इस नई सुविधा के शुरू होने से गुर्दे की पथरी का इलाज कराने वाले मरीज को उसी दिन अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस सेंटर के वीडियो यूरोडायनेमिक यूनिट में यूरिन की रुकावट संबंधी सभी तरह के परीक्षण आसानी से हो सकेंगे और इस प्रक्रिया में मरीज को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी।
संस्थान के यूरोलॉजी विभागाध्यक्ष डाॅ. अंकुर मित्तल ने इस बाबत बताया कि एडवांस यूरोलाॅजी सेन्टर एक समर्पित केंद्र के रूप में कार्य करेगा। इस केंद्र में यूरोलाॅजी से संबंधित सभी तरह की अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं और सर्जिकल की सुविधाएं मौजूद हैं। उन्होंने बताया कि इस नए केंद्र में अतिरिक्त काॅर्पोरल शाॅक वेव लिथोट्रिप्सी सुविधा उपलब्ध है। जिससे किडनी में स्थित अधिकतम डेढ़ सेमी. आकार की पथरी को बिना ऑपरेशन के तोड़ा जा सकता है। यह तकनीक बहुत ही सटीक और सुविधाजनक है।