मुख्यमंत्री ने रुद्रपुर में विकासकार्यों व कोविड -19 की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए।##वननिगम कर्मियों की समस्याओं का तत्काल निराकरण करे -वनमंत्री डा. हरक सिंह##एम्स ऋषिकेश में 3कोरोना पॉजीटिव की मौत,11 नये कोरोना पॉजीटिव##पौड़ी गढवाल में 25 आईसोलेशन में 34 क्वारंटीन ## पौड़ी में जनपदस्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक।पढिए Janswar.com में।

मुख्यमंत्री ने रुद्रपुर में विकासकार्यों व कोविड -19 की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गुरूवार को रूद्रपुर में विकास कार्यो के साथ ही कोविड 19 के सम्बन्ध में प्रशासन द्वारा किये जा रहे कार्यो एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की। समीक्षा बैठक में जनपद के प्रभारी एवं शहरी विकास मंत्री श्री मदन कौशिक भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कोविड 19 के चलते प्रशासन द्वारा किये गये कार्यो एवं व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त करते हुये अधिकारियों से आपसी समन्वय तथा सूझबूझ से स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाते हुये उसका लाभ जनता को देने को कहा। उन्होंने कहा कि कोविड 19 के लिए स्वास्थ्य विभाग, पुलिस, प्रशासन के अलावा आंगनबाडी एवं एएनएम जो कि फ्रंट वारिर्यस के रूप मे कार्य कर रहे है उनकी सुरक्षा भी की जाए ताकि ये सभी स्वस्थ एवं सुरक्षित रहते हुये लोगों को जनस्वास्थ्य की बेहतर सुविधायें दे सकें। उन्होंने कहा कि लोगों के बीच अनिवार्य रूप से मास्क, सेनिटाइजर तथा सामाजिक दूरी का संदेश स्पष्ट तौर पर दिया जाए। क्योंकि जागरूकता एवं बचाव ही कोरोना संक्रमण को फैलने से रोक सकता है। उन्होंने कहा कि मास्क एवं सामाजिक दूरी व अन्य नियमों का यदि कोई पालन ना करे तो उसके विरूद्ध चालान के अलावा अन्य दण्डात्मक कार्यवाही भी अमल में लाई जाए।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि जो कोरेन्टीन व्यक्ति कोरेन्टीन नियमों का पालन नही करते हैं उनसे सख्ती से पालन करवाया जाए। यह संक्रमण का दौर है सभी इसमें अपनी जिम्मेदारियों को समझें तथा सहयोग करें। मुख्यमंत्री ने जनपद में कोविड -19 के दृष्टिगत किये जा रहे कार्यो एवं व्यवस्थाओं की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से आधुनिकतम उपकरणों की व्यवस्था कर रही है। स्वास्थ्य विभाग हमारी फ्ंरट लाइन वारियर टीम है इसलिए स्वास्थ्य कर्मी सहज व सक्रिय रहकर कार्य करें। मेडिकल वेस्ट नियमानुसार डिस्पोज किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के लिहाज से आने वाला समय काफी अहम एवं संवेदनशील है। ऐसे में हमें एहतियात बरतने की जरूरत होगी। उन्होंने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों से कहा कि वह पूरी तत्परता, कार्यकुशलता एवं निष्ठा के साथ संक्रमण काल में टीम भावना के साथ दायित्वां का निर्वहन करें।
मुख्यमंत्री ने बताया कि अप्रवासी उत्तराखण्डियों तथा यहां के निवासियों को स्वरोजगार से जोडने के लिए स्थानीय उत्पादों पर आधारित ग्रोथ सेन्टरों को विकसित करने की दिशा में कार्य किया जाए ताकि स्थानीय तौर पर विशेषकर ग्रामीण इलाकों में स्थानीय लोगों को स्वरोजगार के मौके मिलें तथा उनकी कुछ आमदनी हो। इन ग्रोथ सेन्टरों के जरिये पलायन को भी रोका जा सकेगा। ऊधमसिंह नगर जिला काश्तकारों एव उद्योगपतियों की कर्म स्थली है इन दोनों वर्गों के सहयोग से प्रदेश के आर्थिक विकास में बहुत बडा योगदान रहता है। उन्होंने कहा कि ऊधमसिंह नगर के पंतनगर एयरपोर्ट को इन्टरनेशनल एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने की दिशा में सरकार ने पहल शुरू कर दी है। इन्टरनेशनल एयरपोर्ट के अस्तित्व में आ जाने से क्षेत्र के काश्तकारों एवं उद्योगपतियों को सीधा लाभ मिलेगा तथा ऊधमसिंह नगर के काश्तकारों के फूल, सब्जी तथा अनाज राष्ट्रीय एवं अन्तराष्टीय स्तर पर पहुंच सकेंगे। उन्होने कहा कि रूद्रपुर में टर्मिनल मण्डी की दिशा में भी सरकार कार्य कर रही है। इसके सकारात्मक परिणाम जल्द देखने को मिलेंगे।
कैबिनेट मंत्री श्री मदन कौशिक ने बाहर से आने वाले प्रवासियों से अपील की है कि वे कोरेन्टीन के नियमों का अनिवार्य रूप से पालन करें, नियम तोडने वालों से सख्ती से निपटने के भी निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने भी जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग व अन्य विभागीय अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा इस आपदा दौर में किये जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि सरकार की पहली प्राथमिकता प्रत्येक नागरिक को बचाने की है। प्रदेश में विभिन्न प्रान्तों से आने वाले लोगों की संख्या बढ रही है इसलिए आने वाले समय में कोविड केयर चिकित्सालय में पर्याप्त व्यवस्थाओं के साथ ही कोविड केयर सेन्टर व कोरेन्टीन सेन्टर में भी पर्याप्त व्यवस्थायें रखी जाएं। उन्होंने कहा कि होम एवं संस्थागत कोरेन्टीन किये गये व्यक्तियां की नियमित चैकिंग की जाए तथा कोरेन्टीन का पालन कराया जाए जो कोरोन्टीन नियमों का पालन नही करता है उनके खिलाफ कार्यवाही की जाए। श्री कौशिक ने कोरेन्टीन सेन्टर व स्टेजिंग एरिया मे साफ सफाई की व्यवस्था, सेनेटाइजेशन सुनिश्चित कराने के भी निर्देश दिये। बैठक में प्रभारी सचिव स्वास्थ्य डा0 पंकज कुमार पाण्डे ने बताया कि रूद्रपुर मेडिकल कालेज में स्थापित कोविड केयर सेन्टर में पृथक से 30 डाक्टरों तथा 10 अन्य पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती की जा रही है जो कि स्वतन्त्र रूप से कोविड 19 के सम्बन्धित कार्यो को पूरी दक्षता एवं तत्परता से पूर्ण करेंगे।

जिलाधिकारी डा0 नीरज खैरवाल ने जनपद में कोविड 19 के सम्बन्ध में प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं एवं अब तक किये गये कार्यो की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जनपद की सीमाओं पर विभिन्न प्रदेशों से आने वाले लोगों की गहन चैकिंग की जा रही है तथा उन्हें नियमानुसार संस्थागत कोरेन्टीन कराया जा रहा है तथा जिले के सभी अस्पतालों के माध्यम से कोविड 19 के संक्रमित लोगों को बेहतर सुविधायें दी जा रही हैं। उन्होंने बताया कि रूद्रपुर, काशीपुर तथा खटीमा के सरकारी अस्पतालों में लगभग 80 आईसीयू यूनिट तथा वेंटिलेटर आदि की सुविधायें सुचारू कर दी गई हैं। अस्पतालों के उच्चीकरण के लिए स्थानीय उद्योगपतियों एवं सामाजिक संगठनों का भी सहयोग लिया जा रहा है। उन्होने बताया कि रूद्रपुर स्थित स्व पंडित रामसुमेर शुक्ला मेडिकल कालेज को कोविड केयर सेंन्टर के रूप मे विकसित कर 300 बैड की व्यवस्था सभी सुविधाओं के साथ प्रभावी कर दी गई है। उन्होने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि कुमाऊ मण्डल में कोई भी नशा मुक्ति पुर्नवास केन्द्र नही है। ऐसे में नशे के गिरफ्त मे आये लोगों के नशा मुक्ति एवं पुर्नवास के लिए रूद्रपुर में नशा मुक्ति पुर्नवास केन्द्र बनाया जाना आवश्यक है। इसके लिए भूमि की व्यवस्था भी आसानी से हो जायेगी। उन्होने कहा कि रूद्रपुर मे नई आढती मण्डी तथा नयां टान्सपोर्ट नगर बनाये जाने की भी कार्य योजना भी गतिमान है।

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वननिगम कर्मियों की समस्याओं का तत्काल निराकरण करे -वनमंत्री डा.हरकसिंह
प्रदेश के वन एवं वन्य जीव मंत्री डाॅ0 हरक सिंह रावत ने विधान सभा स्थित सभाकक्ष में वन विभाग के अन्तर्गत वन निगम में कार्यरत कार्मिकों की समस्या समाधान के सन्दर्भ में अधिकारियों को निर्देश दिया। उन्होंने कहा वन निगम के कर्मचारियों से सम्बन्धित, नियत यात्रा भत्ता, स्केलर इत्यादि विवादित प्रकरण का जल्द समाधान किया जाय, जिन प्रकरणों पर, समाधान प्रबन्ध तंत्र द्वारा किया जा सकता है, तत्काल निस्तारण करें और शेष को शासन के लिए अग्रसारित करें। वन निगम के कार्मिकों से सम्बन्धित विभिन्न समस्याओं के सम्बन्ध में सरकार, मैंनेजमेंट और वन विभाग के बीच अन्तर को कम करने के लिए आज यह बैठक बुलाई गयी थी, बैठक में कहा गया कि उत्तर प्रदेश के समय बंटवारे की शेष धनराशि लाने के लिए भी प्रयास तेज किये जायें।

इस अवसर पर प्रमुख सचिव वन एवं पर्यावरण आनन्द वर्द्धन, कर्मचारियों का प्रतिनिधि मण्डल एवं वन निगम के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) संस्थान में विभिन्न गंभीर बीमारियों से ग्रसित कोविड पॉजिटिव 3 मरीजों की मौत हो गई। इसके अलावा संस्थान में 11 लोगों की रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव आई है। जिनमें 1 स्थानीय व्यक्ति भी शामिल हैं,संस्थान की ओर से इस बाबत स्टेट सर्विलांस ऑ​फिसर को सूचित कर दिया गया है।
एम्स के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल के अनुसार हरिद्वार का एक अनेक बीमारियों से ग्रसित कोरोनापॉजीटिव जो आईसीयू में भर्ती 21वर्षीय युवक,ज्वालापुर की 75 वर्षीय इमरजेंसी में भर्ती कोरोना पॉजीटिव महिला,रोशनाबाद का एक 55 वर्षीय कोरोना पॉजीटिव अचेत व्यक्ति सहित तीन की मौत हो गयी।

आज मुनिकीरेती के 45 वर्षीय व्यक्ति,डाबरी टिहरीगढवाल का 50 वर्षीय पुरुष,मुरादाबाद उत्तरप्रदेश की 37 वर्षीय महिला,शिवालिक नगर हरिद्वार का 72 वर्षीय पुरुष,खेदली हरिद्वार निवासी 72 वर्षीय महिला,मलदानचौर काशीपुर उधमसिंह नगर का 20वर्षीय युवक,मंगलौर हरिद्वार निवासी 37 वर्षीय युवक,चंदौसी यूपी निवासी57 वर्षीय पुरुष,मंगलौर हरिद्वार निवासी 32वर्षीय महिला,बदगांव सहारनपुर यूपी निवासी44 वर्षीय व्यक्ति,श्रीनगर पौड़ी गढवाल निवासी 60 वर्षीय पुरुष कोरोना पॉजीटिव निकले।


पौड़ी गढ़वाल में आज 25रोगी आईसेलेशन में व 34 क्वारंटाइन।

पौड़ी-मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय परिसर में स्थापित वार रूम से आज दिनांक 30.07.2020 को समय अपराह्न 01ः30 बजे की रिर्पोट के अनुसार जनपद में आइसोलेशन व रेण्डम रूप से 10035 सैम्पल जांच हेतु भेजे गये, जिनमंे से 8538 नेगेटिव, 1291 लम्बित तथा 206 एक्टिव थे। एक्टिव केस 206 में से 184 ठीक हुए, 04 की मृत्यु हुई, जबकि 18 अभी एक्टिव है।
जनपद में वर्तमान समय में 25 रोगी आइसोलेशन में भर्ती है, जो बेस अस्पताल कोटद्वार में है। कोविड केयर सेंटर के अन्तर्गत 30 लोग हैं, जिनमंे 06 नर्सिंग काॅलेज डोबश्रीकोट, 09 परमार्थ निकेतन स्वार्गाश्रम ट्रस्ट, 15 सीसीसी कोड़िया कैम्प मंे है।

जनपद में 34 लोगों को क्वारंटाइन में रखा गया है, जिनमें 03 होटल कार्बेट पैराडाइज, 01 पैरामाउंट होटल, 09 जी.एम.वी.एन. पौड़ी, 09 जूनियर हाईस्कूल गस्टरगंज, 08 बारातघर कन्यूनिटी हाॅल, 04 होटल रिलेक्स कोटद्वार में क्वारंटाइन पर है।

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पौड़ी-विकास भवन सभागार पौड़ी में जिलाधिकारी श्री धीराज सिंह गर्ब्याल के अध्यक्षता में जनपद स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक हुई। उन्होने क्रमवार रेखीय विभाग से सड़क सुरक्षा कार्य को लेकर गत बैठक दी गई निर्देश के अनुपालन में कार्य प्रगति की जानकारी ली। एनएच श्रीनगर से सतपुली तक सड़क की खराब स्थिति को लेकर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए संबंधित को शीघ्र सुधारीकरण करने के निर्देश दिये। आरटीओ को निर्देशित किया कि सड़क सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए ऐसे होर्डिग, आब्जेक्ट्स जिससे दुर्घटना की संभावना बनी रहती है तत्काल एन.एच., लोनिवि, वन विभाग से चिन्हिकरण करवाते हुए हटवाये जाये। उन्होने ग्रामीण मार्गो के भी दुर्घटना संभावित क्षेत्र का सर्वे कराने हेतु कार्यवाही अमल में लाने के भी निर्देश दिये। साथ ही दुगड्डा एवं कोटद्वार के मध्य भू-स्खलन वाले स्थल के ऊपरी क्षेत्र में भू-वैज्ञानिक से सर्वे कराने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिया। जिससे आने वाले बडे खतरे को रोका जा सकें। उन्होने मा0 उच्चतम न्यायालय, गठित सड़क सुरक्षा समिति द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुपालन में बिन्दुवार आख्या पर विस्तृत चर्चा करते हुए आरटीओ को शीघ्र आख्या रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी श्री गर्ब्याल ने बैठक में कार्य प्रगति की समीक्षा करते हुए जनपद में जनवरी से जून 2020 तक सड़क दुर्घटना की अद्यतन जानकारी ली जिसमें आरटीओ पौड़ी ने बताया कि जनपद में वर्ष 2019 को 20 दुर्घटना हुई थी जबकि 2020 में 06 दुर्घटना हुई है जिसमें 70 प्रतिशत की कम दुर्घटना रहा। मृतकों की संख्या 2019 में 16 तथा 2020 में 05 गत वर्ष की दुर्घटना के सापेक्ष 68 प्रतिशत की कमी आयी है। जबकि घायलों की संख्या 2019 में 64 तथा 2020 में 05 घायल हुई है जो कि 92 प्रतिशत गत वर्ष की घटना से कम रहा। जनपद में 235 दुर्घटना संभावित क्षेत्र में की गई कार्यवाही की जानकारी लेने पर आरटीओ ने बताया कि जनपद में 235 दुर्घटना संभावित चिन्हित किये गये थे, गत बैठक में दिये गये निर्देश के अनुपालन में रेखीय विभाग द्वारा अपने क्षेत्रान्र्तगत संभावित चिन्हित स्थलों पर सुधारीकरण का कार्य किये जा रहे है जिनमें से 170 दुर्घटना संभावित क्षेत्र को ठीक किया गया है।


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