मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गुरूवार को देर सांय मुख्यमंत्री आवास में मुख्य सचिव के साथ ही शासन के उच्चाधिकारियों के साथ प्रदेश में कोरोना वायरस से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कोरोना के बढ़ते मामलों को रोकने के साथ ही क्वॉरेंटाइन सेंटरों की व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित करने के व्यापक निर्देश भी दिये। बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रदेश में व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए मार्केट खुलने के समय को प्रातः 07ः00 बजे से सांय 07ः00 बजे तक किया जाए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि अन्तरजनपदीय यात्राओं के लिये सम्बन्धित व्यक्ति द्वारा दी गई सूचना के साथ ही उसे अविलम्ब पास की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जाए। उन्होंने छोटे निर्माण कार्यों के लिये स्थानीय स्तर पर श्रमिकों को अनुमति प्रदान करने के साथ ही जो व्यक्ति अपने कार्य से सीमित अवधि के लिये आ रहे हैं उनके लिये क्वॉरेंटाइन की अवधि की अनिवार्यता में शिथिलता प्रदान करने को कहा।
मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक को यह भी निर्देश दिये कि बाजारों में सोशल डिस्टेंसिंग की व्यवस्था का अनुपालन कड़ायी से सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक के अनुरोध पर कोविड- 19 के दृष्टिगत ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों को आवश्यकतानुसार पीपीई किट, मास्क, सैनिटाइजर आदि की व्यवस्था के लिये अपेक्षित धनराशि की व्यवस्था आपदा प्रबंधन एवं विभागीय बजट से किये जाने के भी निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों में कोरोना वायरस के भय को दूर करने, तथा इसके बचाव के उपायों की जानकारी उपलब्ध कराने के लिये इससे जुड़े डॉक्टरों के छोटे-छोटे वीडियो तैयार कर ग्राम पंचायतों तक उपलब्ध कराये जाएं। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से ठीक हुए लोगों के अनुभवों को भी इसमें शामिल किया जाए ताकि समाज में कोरोना के प्रति सकारात्मक सोच विकसित हो सके।
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों से जनपद में इस महामारी की रोकथाम के लिये प्रभावी व्यवस्था बनाये रखने तथा बीमार व्यक्तियों के उचित उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, सेनिटाइजर के अनिवार्य रूप के उपयोग से हम इस महामारी को रोकने में कामयाब हो सकेंगे। इस दिशा में जन जागरूकता के प्रसार पर भी उन्होंने बल दिया।
बैठक में मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह, सचिव श्री अमित नेगी, श्री नितेश झा, श्रीमती राधिका झा, श्री शैलेश बगोली, पुलिस महानिदेशक श्री अनिल रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था श्री अशोक कुमार, आई.जी श्री संजय गुंज्याल, श्री अभिनव कुमार व श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल आदि उपस्थित थे।
————————————————
मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह की अध्यक्षता में सचिवालय में गुरुवार को डेंगू रोग के प्रभावी रोकथाम और नियंत्रण के सम्बन्ध में बैठक संपन्न हुई। बैठक में डेंगू रोग के प्रभावी रोकथाम और नियंत्रण हेतु सभी सम्बन्धित विभागों ने प्रतिभाग किया।
डेंगू के संबंध में जनजागरूकता अभियान चलाएं ।
मुख्य सचिव ने सभी सम्बन्धित विभागों को निर्देश दिए कि डेंगू की रोकथाम हेतु अभी से सभी तैयारियां पूर्ण कर ली जाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि डेंगू की रोकथाम हेतु नियमित रूप से स्वच्छता अभियान चलाए जाएं। आमजन में जागरूकता हेतु सूचना विभाग के सहयोग से भी अभियान चलाए जाएं। इसके लिए सोशल मीडिया का उपयोग किया जाए।
प्रत्येक जनपद में हो डेंगू की जांच हेतु लैब की व्यवस्था ।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि कोविड-19 के दृष्टिगत विद्यालयों की ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से भी जागरूकता फैलायी जा सकती है। बच्चों में जागरूकता फैलाने से ज्यादा अच्छे परिणाम मिलेंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थाओं के खुलने की परिस्थिति में काफी समय से बन्द पड़े स्कूलों में डेंगू के मच्छर पनपने की अत्यधिक सम्भावना को देखते हुए स्कूल खुलने से पहले सफाई अभियान चलाया जाए। उन्होंने कहा कि डेंगू की रोकथाम हेतु दिशा निर्देशों का पूर्णतः पालन सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है। सभी जनपदों द्वारा इसके लिए व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर लें। उन्होंने प्रत्येक जनपद में डेंगू की जांच हेतु लैब की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने सूचना विभाग को डेंगू की रोकथाम और नियंत्रण हेतु स्वास्थ्य विभाग से समन्वय बनाकर आमजन में जागरूकता फैलाने हेतु निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि टेलीविजन, रेडियो, समाचार पत्र आदि के माध्यम से आमजन को डेंगू की रोकथाम में अपनी भागीदारी निभाने हेतु जागरूक किया जाए। उन्होंने पंचायतीराज, ग्रामीण विकास एवं शहरी विकास विभाग को भी स्वच्छता हेतु जारी दिशा निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
विभागों द्वारा लगातार की जाए मॉनिटरिंग सचिव स्वास्थ्य श्री अमित नेगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि डेंगू की रोकथाम हेतु सभी प्रकार की तैयारियां अभी से सुनिश्चित कर ली जाएं। उन्होंने कहा कि लगातार इसकी मॉनिटरिंग भी की जाए। शहरी विकास को नालों की सफाई हेतु निर्देश देते हुए कहा कि इसकी लगातार मॉनिटरिंग करते हुए रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। उन्होंने कहा कि सभी जनपदों को इसके लिए एडवायजरी जारी कर दी गयी है। सभी जनपदों द्वारा इसके लिए व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर लें।
इस अवसर पर सचिव श्री आर. मीनाक्षी सुन्दरम, श्री बृजेश कुमार संत, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. अमिता उप्रेती, निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन श्री युगल किशोर पंत एवं संयुक्त निदेशक सूचना श्री आशीष त्रिपाठी भी उपस्थित थे।
जिलाधिकारी श्री सविन बंसल ने बताया है कि जनपद की तहसील धारी, नैनीताल, हल्द्वानी, रामनगर क्षेत्रांगत कोविड केयर सेंटर स्थापित किये जाने हैं। इसके लिए इंसिडैंट रिस्पांस टीम को दायित्व दिया गया है। इस टीम मे सम्बन्धित नगर मजिस्टेट/ उपजिलाधिकारी, सम्बन्धित पुलिस क्षेत्राधिकारी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी/ सम्बन्धित क्षेत्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी होंगे। उन्होनेे बताया तहसील हल्द्वानी मे 4, तहसील रामगनर मे 02, तथा धारी, नैनीताल व भीमताल मे 1-1 कोविड केयर संेटर खोला जाना है। इन सेन्टरों की संख्या को बढाया भी जा सकता है। उन्होने कहा कि इंसिडेंट रिस्पांस टीम का दायित्व होगा कि वह अपने-अपने क्षेत्र मे स्थित होटल, छात्रावास, विद्यालय, स्टेडियम, लाॅज आदि जो पूर्व से ही कोरेन्टाइन सेन्टर के रूप मे चिन्हित हैं पर कोविड केयर सेन्टर स्थापित किया जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होेने कहा कि स्थापित कोविड केयर सेन्टर में नगर मजिस्टेट तथा सम्बन्धित उपजिलाधिकारियो से कहा है कि कोविड केयर सेन्टर मे ऐसे व्यक्तियों/मरीजो को रखा जायेगा जिन व्यक्तियो की कोरोना रिपोर्ट पाॅजेटिव आई हो। परन्तु उक्त व्यक्तियों में कोरोना से सम्बन्धित कोई लक्षण प्रकाश मे नही आये हैं अथवा हल्के लक्षण प्रकाश मे आये हैं/ आ रहे है, सम्बन्धित आईआरटी द्वारा कोविड केयर सेन्टर मे रखे गये व्यक्तियों की सुरक्षा एवं मूलभूत सुरक्षा की व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी। इन सेन्टर मे रखे गये व्यक्तियों का नजदीकी प्रभारी चिकित्साधिकारी के माध्यम से नियमित रूप से परीक्षण कराया जायेगा। सेन्टरोें मे रखे गये व्यक्तियों मे से किसी भी व्यक्ति में कोरोना वायरस से सम्बन्धित किसी भी प्रकार के मध्यम एवं गम्भीर लक्षण परिलक्षित होने अथवा आक्सीजन सेचुरेशन 95 प्रतिशत से नीचे होने की स्थिति में आईआरटी टीम द्वारा तत्काल उपरोक्त व्यक्ति को उपचार हेतु डाक्टर सुशीला तिवारी चिकित्सालय हल्द्वानी में स्थानान्तरित किया जायेगा। उन्होेेने कहा कि अन्य व्यक्ति जिन्हें सेन्टर मे रखा गया हो का 10 दिन तक नियमित रूप से स्वास्थ्य परीक्षण सुनिश्चित किया जायेगा। यदि व्यक्तियों के अन्तिम तीन दिन में कोई लक्षण बुखार सहित परिलक्षित ना हो तो ऐसे व्यक्तियों को डिस्चार्ज पाॅलिसी कोविड 19 के दिशा निर्देशों के अनुरूप 10 दिन पूर्ण होने के उपरान्त सेन्टर से अवमुक्त करते हुये अग्रिम सात दिनों के लिए होम कोरेन्टाइन किया जायेगा। ऐसे व्यक्तियों को अवमुक्त किये जाने हेतु कोई परीक्षण की आवश्यकता नही होगी। सेन्टर मे किसी व्यक्ति को अवमुक्त किये जाने के उपरान्त अवमुक्त किये गये व्यक्तियों के सम्बन्ध में डिस्चार्ज पाॅलिसी कोविड 19 में दिये गये निर्देशो का पूर्णतयाः पालन सुनिश्चित किया जायेगा। तहसील कोश्याकुटौली के ऐसे व्यक्तियों को तहसील नैनीताल (भीमताल में) स्थापित कोविड केयर सेन्टर तथा तहसील कालाढूगी के ऐसे व्यक्तियों को तहसील रामनगर मे स्थापित कोविड केयर सेन्टर मे रखा जायेगा।
———————————————
एम्स में आज