मुख्यमंत्री ने पौड़ी में जन फरियाद सुन कर दिए निस्तारण के आदेश।##एम्स ऋषिकेश में कॉरोना वायरस कोविद -19 के संबंध में सरकारी मेडिकल अधिकारियों को जागरूक किया गया## जनपद के सभी होटल एवं रैस्टोरैन्ट कारोबारियों को दिशा निर्देश।पढ़िए जन स्वर डॉट कॉम में।

समाचार प्रस्तुति नागेन्द्र प्रसाद रतूड़ी

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मुख्यमंत्री ने पौड़ी में जन फरियाद सुन कर दिए निस्तारण के आदेश।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिह रावत एवं उच्च शिक्षा मंत्री डा0 धन सिह रावत आज अपने एक दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम के तहत जनपद पौड़ी गढ़वाल मुख्यालय पहंुचे। इस दौरान उन्होने सर्किट हाउस में जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहित संबंधित अधिकारियों के साथ जनपद के विकास, कार्यो की समीक्षा की तथा जिलाधिकारी को विकास कार्यो में तेजी लाने को कहा। मुख्यमंत्री ने वहां पहुंचे फरियादियों की समस्या भी सुनी। जिस पर उन्होने जिलाधिकारी को निस्तारण/कार्यवाही हेतु निर्देश दिये।
सर्किट हाउस में मा0 मुख्यमंत्री ने पत्रकारों के सवालो का जवाब देते हुए कहा कि कोरोना वायरस को लेकर राज्य में आपदा घोषित किया गया है। ताकि इसकी संक्रमण से बचा जा सकें। कहा कि चारधाम यात्रा को लेकर अभी डेढ माह का समय है। विशेषज्ञों के सलाह पर संक्रमण से सतर्कता बरतने के लिए सभी तरह के कार्य किये जा रहे है। डीजी हेल्थ को आपातकालीन को दृष्टिगत रखते हुए आवश्यक उपकरण खरीदने के निर्देश दिये गये है। कहा कि राज्य अभी सुरक्षित है आगे भी सुरक्षित रहेगें।
मुख्यमंत्री, उच्च शिक्षा मंत्री व विधायक पौडी सहित अन्य गणमान्य कांडई गांव में अमित नेगी के घर पहुंचे जहां उन्होने स्व0 श्री सुरेन्द्र सिह नेगी के आकस्मिक मृत्यु पर गहरा दुःख व्यक्त किया तथा मृत आत्मा की शान्ति तथा उनके शोक संतप्त परिजनों को इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है।
इस अवसर पर विधायक पौड़ी मुकेश कोली, जिलाध्यक्ष भाजपा संपत सिह रावत, प्रदेश उपाध्यक्ष सहकारिता संघ मातबर सिह रावत, उपाध्यक्ष सिंचाई अतर सिह असवाल, अध्यक्ष जिला पंचायत शांति देवी, जिलाधिकारी धीराज सिह गर्ब्याल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर,नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम, अपर जिलाधिकारी डा0 एस.के. बरनवाल, ए.एस.पी. प्रदीप राय सहित जनप्रतिनिधि ग्रामीण व संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

एम्स ऋषिकेश में कॉरोना वायरस कोविड -19 के संबंध में सरकारी मेडिकल अधिकारियों को जागरूक किया गया। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में राज्य सरकार के मेडिकल ऑफिसर्स के लिए कपैसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम आयोजित किया गया। जिसमें उन्हें कोरोना वायरस कोविड- 19 को लेकर जागरुक किया गया। साथ ही विशेषज्ञों ने उन्हें इस खतरनाक वायरस से बचाव के उपाय व आवश्यक सावधानियों को लेकर प्रशिक्षित किया। सोमवार को एम्स के सामुदायिक एवं पारिवारिक चिकित्सा विभाग की ओर से उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों के लिए कपैसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम आयोजित किया गया। इस अवसर पर एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत जी ने प्रशिक्षण कार्यक्रम की सराहना की व भविष्य में प्राथमिक स्तर के चिकित्सकों के लिए ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आयोजन के लिए प्रोत्साहित किया। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत जी ने बताया कि कोरोना जैसी महामारी के लिए भी प्रदेश में प्राथमिक चिकित्सा का सुदृढ़ होना अत्यंत जरुरी है। आयोजन समिति की अध्यक्ष व सीएफएम विभागाध्यक्ष डा. सुरेखा किशोर ने प्रशिक्षु मेडिकल ऑफिसर्स को प्रदेश में प्राथमिक चिकित्सा में अहम भूमिका से अवगत कराया, साथ ही उन्होंने चिकित्साधिकारियों को सामुदायिक चिकित्सा पद्धति के गुर सिखाए। डा. पुनीत कुमार गुप्ता ने कोरोना वायरस से उत्पन्न सामाजिक समस्याओं के विषय में अवगत कराया एवं इसमें मरीजों की स्क्रिनिंग से संबंधित तकनीकि जानकारियां दी। ट्रॉमा विशेषज्ञ डा. मधुर उनियाल ने चिकित्सकों को ट्रॉमा असेसमेंट के बारे में बताया जबकि इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी विभाग के डा. मोहित तायल ने उन्हें इमरजेंसी में होने वाली बीमारियों को डाइग्नोस करने के तौर तरीके बताए। साथ ही उन्होंने प्रशिक्षु चिकित्सकों को फेफड़ों में पानी भरने की अवस्था में चिकित्सकीय विकल्पों से अवगत कराया। जनरल मेडिसिन विभाग के डा. रविकांत ने उन्हें बताया ​कि क्यों मधुमेह का नियंत्रण वायरस की रोकथाम के लिए जरुरी है, साथ ही उन्होंने संबंधित उपायों से भी अवगत कराया। कार्यक्रम के संयोजक व आउटरिच सेल के नोडल ऑफिसर डा. संतोष कुमार ने कहा कि प्रदेश में मरीजों को ठीक प्रकार से उपचार मिल सके इसके लिए लिए एम्स संस्थान व राज्य सरकार के स्वास्थ्य महकमे के बीच बेहतर समन्वय स्थापित होना नितांत आवश्यक है। इस अवसर पर डा. यूबी मिश्रा, प्रो. वर्तिका सक्सेना डा. रंजीता कुमारी, डा. अनुभा अग्रवाल, डा. पंकज आदि मौजूद थे। क्या जरुरी सावधानियां बरतें- एक-दूसरे से हाथ मिलाने की जगह नमस्ते कर दूसरे लोगों का अभिवादन करेे। बार बार अपने मुहं, आंख व नाक को न छुएं, स्वांस से संबंधित व खांसी जुकाम की शिकायत से कम ग्रसित व्यक्ति जब तक बीमारी ज्यादा घातक न हो घर पर ही रहें, यदि बाहर जाना बहुत जरुरी हो तो मेडिकल मास्क का प्रयोग कर सकते हैं। मास्क को पहनने के बाद उसके बाहरी भाग को बार-बार न छुएं। यदि मास्क को ठीक तरह से लगाना आता हो तभी उसका प्रयोग करें, एक बार मास्क लगाने के बाद दोबारा प्रयोग नहीं करें। घर से बाहर जाते समय भीड़भाड़ वो स्थानों पर एक-दूसरे से कम से कम एक मीटर की पर्याप्त दूरी बनाए रखें,जिससे इस बीमारी से बचा जा सकता है। खांसते व छींकते समय रुमाल, टीसू पेपर या कोहनी का इस्तेमाल करें, इसके बाद हाथों को साबुन व पानी से भली प्रकार से धो लेने से इस बीमारी से बचा जा सकता है।##################

जिलाधिकारी श्री सविन बंसल ने कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुये जनपद के सभी होटल एवं रैस्टोरैन्ट कारोबारियों को दिशा निर्देश जारी किये है। उन्होने कहा होटल एवं रैस्टोरैन्टो के दीवारों की सफाई, खाने की मेजों, बैठने के स्थान के साथ ही परिसर के समस्त फर्नीचर की सफाई एवं विसंक्रमित नियमित की जाए। श्री बंसल ने होटल एवं रैस्टोरैन्ट मे इस्तेमाल होने वाले मैन्यू कार्ड को नियमित प्रत्येक बार उपभोक्ता के इस्तेमाल के पश्चात विसंक्रमित किया जाए। उन्होने कहा होटलों में विदेशी मेहमान के सम्बन्ध मे विशेष रूप से सावधानी रखते हुये वार्तालाप करेेे तथा उसकी सूचना चिकित्सालय के साथ ही स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारी को देें। उन्होने कहा होटल एवं रैस्टोरैन्टों मेें उपभोक्ताओ को उच्च श्रेणी 60 प्रतिशत अल्कोहल के सैनेटाइजर उपलब्ध कराया जाए और खांसी जुकाम से संक्रमित ग्राहको को खाना रैस्टोरैन्ट मे ना खाने का अनुरोध किया जाए तथा घर पर ही खाने व घर पर ही आराम करने का अनुरोध किया जाए।
श्री बंसल ने कहा होटल एवं रैस्टोरैन्टों मे कचरे की नियमित निकासी की जाए और टेबलों मे नमक, मसाले इत्यादि की नियमित सफाई व प्रत्येक बार इस्तेमाल होने के पश्चात विसंक्रमित किया जाए। उन्होने कहा होटल एव रैस्टोरैन्टों में कार्यरत स्टाफ अस्वस्थ होने की दशा में सम्बन्ष्धित को तत्काल अवकाश हेतु कार्यमुक्त किया जाए और इसकी सूचना स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारी को भी दी जाए। श्री बंसल ने खादय सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन मे कार्यरत सभी अधिकारियों को खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 एवं विनियम 2011 के अनुसूची -04 के भाग-02 मे उल्लेखित प्राविधानों का कडाई से अनुपालन करने के निर्देश दिये है।

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