- -अरुणाभ रतूड़ी
- सरकार
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सामुदायिक भवन गुनियाल गांव में आयोजित रक्षा बंधन समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री
- क्षेत्र की महिलाओं ने मुख्यमंत्री को बांधी राखी।
- मुख्यमंत्री ने गुनियाल गांव पंपिंग पेयजल योजना तथा चन्द्रोटी में मिनी ट्यूबवेल लगाये जाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार को मसूरी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत सामुदायिक भवन, गुनियाल गांव में आयोजित रक्षाबंधन समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर उपस्थित महिलाओं को रक्षाबंधन की शुभकामना देते हुए उन्होंने कहा कि रक्षा बंधन भाई-बहन के पवित्र बंधन का त्यौहार है। रक्षा बंधन महिलाओं के सम्मान का भी पर्व है। उन्होंने कहा कि महिलायें हर क्षेत्र में आगे आयें इसके लिये प्रयासरत हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने क्षेत्र वासियों की मांग पर गुनियालगांव में पंपिंग पेयजल योजना तथा चन्द्रेली में मिनी ट्यूबवेल लगाये जाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का अभियान शुरू किया। प्रधानमंत्री जी की दूरदर्शिता का परिणाम है कि इस अभियान से व्यापक जनजागरूकता आई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में बेसहारा हुए बच्चों के लिये मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना में प्रति माह 3-3 हजार रूपये की सहायता राशि दी जा रही है। इसके साथ ही इन्हें निःशुल्क राशन, निःशुल्क शिक्षा की व्यवस्था भी की जा रही है। जिलों के डीएम इन बच्चों की सम्पत्ति का संरक्षण भी करेंगे। अनाथ बच्चों के लिए नौकरियों में पांच प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था करने वाला उत्तराखण्ड पहला राज्य है। सरकार इन बच्चों के कौशल विकास पर भी ध्यान देगी।
उन्होंने कहा कि राज्य के युवाओं के हित में कोरोना के कारण पिछले एक वर्ष के दौरान प्रतियोगिता परीक्षा के लिये अधिकतम आयु पूरी करने वालों को आयु में एक वर्ष की छूट प्रदान की जाने की व्यवस्था की है। लोक सेवा आयोग, संघ लोक सेवा आयोग, एन.डी.ए. सी.डी.एस. आदि प्रतियोगिता की प्रारम्भिक परीक्षा पास करने वाले युवाओं को मेन परीक्षा की तैयारी के लिये 50 हजार की धनराशि प्रदान किये जाने का निर्णय किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में सभी को निःशुल्क कोविड वैक्सीन का अभियान चल रहा है। राज्य को पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध हो रही है। राज्य में सभी लोगों का आगामी चार माह में वैक्सीनेशन कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना से बचाव के लिये सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित की गई हैं।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी ने क्षेत्र के विकास में सहयोग के लिये मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र का सर्वांगीण विकास उनकी प्राथमिकता रही है। उन्होंने क्षेत्रीय जनता का भी आभार जताया। इस अवसर पर श्रीमती संध्या थापा, श्री दीपक पुण्डीर सहित बड़ी संख्या में क्षेत्र के ग्राम प्रधान एवं महिलायें उपस्थित रहे।
शासन
मुख्य सचिव डॉ एस.एस.संधु की अध्यक्षता में उनके सचिवालय सभागार में उत्तराखण्ड में टेलीमेडिसिन सेवाओं के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
मुख्य सचिव ने बैठक में कहा कि उत्तराखण्ड के पर्वतीय क्षेत्रों के लिए टेलीमेडिसिन लोगों के जीवन को बचाने के लिए एक अति महत्वपूर्ण योजना है। क्योंकि पर्वतीय क्षेत्रों में आपात स्थिति में पेशेन्ट्स का बेहतर सुविधाओं युक्त अस्पताल तक शीघ्रता से पहुंचना संभव नहीं हो पाता और जब तक मरीज अस्पताल तक पहुंचता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। इसी महत्व को देखते हुए उन्होंने स्वास्थ्य विभाग और सभी जनपदों के जिला प्रशासन को टेलीमेडिसिन को और बेहतर बनाने, लोगों तक सुगम कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने और इसके लिए किये जाने वाले सभी प्रकार के अवसंरचनात्मक प्रयासों को अमल में लाने के निर्देश दिये।
उन्होंने सचिव स्वास्थ्य को निर्देशित किया कि टेलीमेडिसिन सेवाओं को और कारगर बनाने के लिए इसके लिए एक डेडिकेटेड टीम की तैनाती की जाए जो केवल इसी कार्य को देखे। परामर्श चाहने वाले लोगों के लिए कनेक्टिविटी आसान बनाने के लिए कम से कम दो-तीन आई0टी0 एक्सपर्ट की नियुक्ति करें, साथ ही सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी अपने-अपने जनपदों में टेलीमेडिसिन हब इत्यादि में पेयजल, विद्युत, कनेक्टिविटी इत्यादि की अवसंरचनात्मक व्यवस्थाओं को बेहतर बनायें। इसके लिए चिकित्सकों तथा आई.टी. एक्सपर्ट की फीडबैक लेते हुए प्रभावी प्लान बनायें तथा टेलीमेडिसिन के मार्ग में आने वाली बाधाओं को दूर करें तथा चिकित्सा सुविधाओं का किसी भी प्रकार का दुरूपयोग रोकने के लिए मजबूत मॉनिटरिंग सिस्टम डेवलप करें।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रदेश में टेलीमेडिसिन को अग्रणी बनाने के लिए वैश्विक स्तर पर जो भी अच्छी तकनीक-अनुभव हो उस सबको इम्प्लिमेंट करें क्योंकि टेलीमेडिसिन सेवा उत्तराखण्ड जैसे पर्वतीय क्षेत्र के लिए वरदान साबित हो सकती है।
उन्होंने महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को निर्देश दिये कि वे सभी चिकित्सकों को स्पष्ट निर्देश दें कि टेलीमेडिसिन सेवाओं के अंतर्गत चिकित्सक अनिवार्य रूप से और शत्-प्रतिशत जेनेरिक दवाएं ही लिखेंगे। किसी भी प्रकार से इसका उल्लंघन ना होने पाए, इसके लिए सख्त मॉनिटरिंग की जाए। साथ ही चिकित्सालयों में दवाएं, चिकित्सा उपकरण इत्यादि की किसी भी प्रकार की कमी ना होने पाये। इसके लिए दवा, चिकित्सा उपकरण इत्यादि के टेण्डर समय पर संपादित किये जायें और इसमें किसी भी प्रकार की देरी क्षम्य नहीं होगी।
उन्होंने तैनात होने वाले छोटे से बड़े सभी स्टॉफ को बेहतर प्रशिक्षण प्रदान करने और लोगों को बेहतर तरीके से डील करने के हुनर से अवगत कराने को कहा। उन्होंने कहा कि यदि हम प्रदेश में टेलीमेडिसीन को प्रभावी बना पाये तो यह पलायन रोकने में भी मददगार रहेगी।
इस दौरान बैठक में सचिव श्री अमित नेगी, अपर सचिव श्रीमती सोनिका व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे तथा सभी जनपदों से जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से जुड़े हुए थे।
—————————————————- जिला पौड़ी गढवाल
जनपद मंे पिछले 24 घंटों में कोरोना जांच के 274 आर.टी.पी.सी.आर. सैम्पल में कोविड संक्रमण के 02 मामले सामने आये हैं, इसके साथ ही 665 रैपिड एंटीजन टेस्ट और 02 ट्रªूनेट टेस्ट किये गये जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव रही। वहीं 01 मरीज स्वस्थ होने के उपरान्त जनपद में सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 04 रह गयी है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 मनोज शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में अभी तक कुल 17 हजार 386 लोग संक्रमित हुये हैं, जिसमें 17 हजार 151 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सैम्पलिंग लगातार जारी है। कोविड संक्रमण की रोकथाम को लेकर विभाग द्वारा सभी आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं। जिसमें वैक्सीनेशन पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इसके अतिरिक्त जरुरत के अनुसार विशेष टीकाकरण शिविर भी लगाये जा रहे है। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में जनपद में कुल 5 हजार 183 लोगों का टीकाकरण किया गया, जिसमें 18 से 44 आयु वर्ग में 2 हजार 608 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज व 370 लोगों को दूसरी डोज दी गयी, 45 से अधिक आयु वर्ग के 723 व्यक्तियों को पहली डोज व 670 लोगों को दूसरी डोज दी गयी, वहीं 60 से अधिक आयु के व्यक्तियों में 358 को पहली डोज व 422 लोगों को दूसरी डोज दी गयी, साथ ही 12 गर्भवती महिलाओं 08 हैल्थ केयर वर्कर व 12 फील्ड लेवल वर्कर का टीकाकरण किया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. शर्मा ने बताया कि जनपद में अभी तक 18 से 44 आयु वर्ग में 2 लाख 75 हजार 107 के सापेक्ष 01 लाख 52 हजार 167 व्यक्तियों को पहली डोज का टीकाकरण और 8 हजार 770 व्यक्तियों को दूसरी डोज दी जा चुकी है। 45 वर्ष से 59 आयु वर्ग में 71 हजार 148 के सापेक्ष 84 हजार 216 लोगों को पहली डोज लगायी जा चुकी है, जो कि निर्धारित लक्ष्य से अधिक है, वहीं 56 हजार 120 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई जा चुकी है। 60 से अधिक आयु वर्ग में 84 हजार 700 के सापेक्ष 77 हजार 533 लोगों को पहली डोज व 53 हजार 717 लोगांे को वैक्सीन की दूसरी डोज लगायी जा चुकी है। विकलांग व्यक्तियों में 6 हजार 611 के सापेक्ष 2 हजार 195 दिव्यागं व्यक्तियों को पहली डोज व 411 दिव्यांग को दूसरी डोज दी जा चुकी है। नेपाली मूल के 774 नागरिकों के सापेक्ष जनपद में 01 हजार 61 नेपाली नागरिकों का पहली डोज का टीकाकरण किया जा चुका है जो कि निर्धारित लक्ष्य से अधिक है, वहीं 18 नेपाली नागरिकों का दूसरी डोज का टीकाकरण किया गया है।
उन्होंने बताया कि 06 अगस्त, 2021 से गर्भवती महिलाओं के लिए शुरु किये गये कोविड टीकाकरण में जनपद में 5 हजार 404 गर्भवती महिलाओं के सापेक्ष 456 गर्भवती महिलाओं को पहली डोज व 05 महिलाओं को दूसरी डोज का टीकाकरण किया जा चुका है। जनपद मंे कोविड टीकाकरण हेतु चिन्हित कुल जनसंख्या 4 लाख 30 हजार 955 के सापेक्ष 3 लाख 13 हजार 916 लोगों का प्रथम डोज व 01 लाख 18 हजार 607 लोेगों का द्वितीय डोज का टीकाकरण पूर्ण हो चुका है। जनपद में कोविड टीकाकरण हेतु आज 2350 वायॅल कोविड वैक्सीन प्राप्त हुयी है।
डॉ. मनोज शर्मा ने कहा कि अब गर्भवती मातायें, दूध पिलाने वाली धात्री मातायें भी कोविड-19 टीकाकरण करवा सकती हैं जो कि पूर्णतः सुरक्षित है। जनपद में निवासरत नेपाली नागरिक जिनके पास आई0डी0 पु्रफ नही है, उनका भी टीकाकरण किया जा रहा है जिस हेतु सम्बन्धित व्यक्ति अपने नजदीकी सरकारी चिकित्सालय/वैक्सीनेशन सेंटर में सम्पर्क कर सकते हैं। यदि किसी व्यक्ति को जिसे कोविशील्ड वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है और पढ़ाई, नौकरी इत्यादि हेतु विदेश जाना है उन्हे जनपद स्तर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में वैध दस्तावेजों के निरीक्षण के उपरान्त उनको कोविशील्ड वैक्सीन की दूसरी डोज 84 दिन के स्थान पर 28 दिन के उपरान्त दी जा सकती है।
उन्होंने जनपद वासियों से कोविड संक्रमण की रोकथाम हेतु कोविड-19 हेतु समय-समय पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पूर्णतः अनुपालन करने की अपील की। कहा कि कोविड वैक्सीनेशन का कार्य जनपद के समस्त ब्लाकों में चिन्हित स्थानों पर किया जा रहा है जिसकी जानकारी कोविड कन्ट्रोल रुम के दूरभाष न0 01368222213/7302796031 से प्राप्त की जा सकती है। वैक्सीनेशन का कार्य वैक्सीन की उपलब्धता के आधार पर किया जा रहा है। उन्होंने सभी नागरिकों से अपनी बारी आने पर टीकाकरण अवश्य करवाये जाने की अपील की।