मुख्यमंत्री ने किया उत्तरकाशी के आपदा ग्राम क्षेत्रों का भ्रमण किया उसके बाद हुई प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा राज्य सरकार आपदा पीड़ितों के साथ हैं।#जनपद पौड़ी गढवाल में कोविड संक्रमण मामलों में निरंतर कमी।Janswar.com

मुख्यमंत्री ने किया उत्तरकाशी के आपदा ग्राम क्षेत्रों का भ्रमण।
मांडों गांव का भ्रमण कर गांव की सुरक्षा हेतु गदेरे के दोनों और बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य  किये जाने के दिये निर्देश।
आपदा प्रभावित परिवारों के विस्थापन एवं अतिवृष्टि से ध्वस्त हुये पुलों व आंतरिक मार्गो के पुनर्निर्माण के दिये भी निर्देश।
मृतक के आश्रित परिवारों को दिये जाएगी 04 लाख रूपये की अनुमन्य सहायता के अतिरिक्त मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से भी दी जाएगी एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को उत्तरकाशी जिले के आपदा प्रभावित मांडो व कंकराडी गांव का स्थलीय भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने मांडो गांव पहुंचकर आपदा से हुए नुकसान की जानकारी प्राप्त की और आपदा प्रभावितों का हालचाल जाना। मुख्यमंत्री ने आपदा में मृतक लोगों के परिजनों से मिलकल शोकाकुल परिजनों को सांत्वना दी तथा ढांढस बंधाया। उन्होंने आपदा प्रभावितों को हर संभव मदद का भरोसा दिया।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने ग्रामीणों की मांग पर माण्डो गांव के विस्थापन की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश डीएम को दिए हैं। वहीं जल्द भू-वैज्ञानिक सर्वे कराने के बाद विस्थापन की कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मृतक के पति देवानन्द भट्ट सर्प जोगत गांव में बेसिक स्कूल में अध्यापक है उनकी माता श्रीमती अनपूर्णा देवी द्वारा उनका स्थानान्तरण जिला मुख्यालय की नजदीकी स्कूल में करने की मांग की। मुख्यमंत्री ने तत्काल उनका स्थानांतरण जिला मुख्यालय में करने के निर्देश डीएम को दिए। मांडो गांव के बाद मुख्यमंत्री कंकराड़ी गांव पहुंचे। जहां उन्होंने मृतक सुमन के परिजनों से मुलाकात की और शोकाकुल परिवार को सांत्वना दी। और हर सम्भव मदद का भरोसा दिया।
मुख्यमंत्री ने आपदा पीड़ितों को आपदा राहत की मद से रूपये 04 लाख के अतिरिक्त 01 लाख रूपये की आर्थिक सहायता मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से दिये जाने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने प्रभावित गांवों के विस्थापन, क्षतिग्रस्त पुलों व आन्तरिक मार्गों के शीघ्र निर्माण के निर्देश भी जिलाधिकारी को दिये।
इस दौरान काबीना व जिला प्रभारी मंत्री श्री गणेश जोशी, प्रभारी सचिव मुख्यमंत्री एसएन पांडे, जिलाध्यक्ष भाजपा रमेश चौहान, ब्लाक प्रमुख शैलेंद्र कोहली, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, एसपी मणिकांत मिश्रा, सीडीओ गौरव कुमार सहित जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद उत्तरकाशी के आपदाग्रस्त क्षेत्रों के भ्रमण के पश्चात् मीडिया से वार्ता करते हुए कहा कि राज्य सरकार आपदा पीड़ितों के साथ हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आपदा के दौरान राहत एवं बचाव कार्यों के लिए सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। आम जनता की समस्याओं के त्वरित समाधान के भी निर्देश जिलाधिकारियों को दिए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आमजन को अपनी समस्याओं के समाधान के लिए अनावश्यक परेशान न होना पड़े। यह सुनिश्चित करने के निर्देश जिलाधिकारियों को दिये गये हैं। जिलाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये गये हैं कि जन समस्याओं का समाधान जिलों में ही करना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि जिलों की समस्यायें यदि शासन स्तर पर प्राप्त होगी तो इसके लिए सम्बंधित अधिकारी उतरदायी माना जायेगा। उन्होंने कहा कि आपदा के समय त्वरित समाधान करना हमारे लिये जरूरी है इसकी निरंतर समीक्षा की जा रही है।

     मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश में कोविड-19 के कारण विभिन्न पर्यटक गतिविधियों एवं चारधाम यात्रा की व्यवस्था में कार्यरत व्यक्तियों एवं उनके व्यवसाय पर सर्वाधिक प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। वर्तमान में चारधाम की यात्रा एवं अन्य पर्यटक स्थलों के बन्द होने की वजह से होटल व्यवसाय, परिवहन व्यवसाय पोटर एवं अन्य गतिविधियाँ लगभग ठप्प हैं। विषम आर्थिक परिस्थितियों के बावजूद राज्य सरकार ऐसे क्षेत्रों में कार्यरत / व्यवसायरत् व्यक्तियों के बैंक खाते में सीधे धनराशि हस्तान्तरित करेगी। इसके अतिरिक्त विभिन्न व्यवसायिक गतिविधियों हेतु लाईसेंस शुल्क आदि पर भी छूट प्रदान की जायेगी। इससे लगभग 01 लाख  64 हजार लाभार्थी / परिवार लाभान्वित होंगे। इसके लिए लगभग 200 करोड़ की व्यवस्था की गई हैं। इस पैकेज से पर्यटन क्षेत्र में कार्य करने वाले लोगों को मदद मिलेगी एवं राज्य की आर्थिकी में भी तेजी आयेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस राहत एवं सहायता के अंतर्गत पर्यटन विभाग एवं अन्य विभागों में पंजीकृत पर्यटन व्यवसाय की विविध गतिविधियों के संचालन में संलग्न व्यक्तियों को रू0 2000 प्रतिमाह की दर से 06 माह तक आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी, जिसके तहत 50,000 लाभार्थी लाभान्वित होंगे। उत्तराखण्ड पर्यटन यात्रा व्यवसाय नियमावली के अन्तर्गत पंजीकृत टुअर ऑपरेटरों एवं एडवेंचर टुअर ऑपरेटरों को रू० 10,000 की दर से आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी जायेगी, जिससे 655 लाभार्थियों को इसका लाभ प्राप्त होगा। कुल पंजीकृत 630 रीवर गाईडस को रूपये 10,000 की दर से आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी जायेगी।
टिहरी झील के अन्तर्गत पंजीकृत कुल 93 बोट संचालकों को रूपये 10,000 की दर से आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी जायेगी। पर्यटन विभाग में पंजीकृत और लाईसेंस नवीनीकरण शुल्क से छूट प्रदान की जायेगी, जिसमें 600 लाभार्थी लाभान्वित होंगे। कुल 301 पंजीकृत राफ्टिंग एवं एयरों स्पोर्टस सेवा प्रदाताओं को लाईसेंस नवीनीकरण शुल्क में छूट दी जाएगी।
टिहरी झील के अन्तर्गत कुल 98 बोट संचालकों को नवीनीकरण में वित्तीय वर्ष 2021-22 हेतु नवीनीकरण शुल्क से छूट प्रदान की जायेगी। परिवहन विभाग के अन्तर्गत सार्वजनिक सेवायानों के चालक / परिचालक / क्लीनर को रू० 2000 की मासिक दर से कुल 06 माह आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी। इससे 103235 लाभार्थियों को योजना का लाभ प्राप्त होगा।
शहरी विभाग के अन्तर्गत नैनीताल जनपद के अन्तर्गत नैनी, नौकुचियाताल, भीमताल, सातताल एवं सडियाताल में पंजीकृत कुल 549 बोट संचालकों को रू० 10,000.00 की दर से आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी। शहरी विभाग के अन्तर्गत नैनीताल जनपद में नैनी झील के अन्तर्गत बोट नवीनीकरण शुल्क में 671 लाभार्थियों हेतु वित्तीय वर्ष 2021-22 में छूट प्रदान की जायेगी।
सांस्कृतिक दलों का रूपये 2000 प्रतिमाह की प्रोत्साहन धनराशि 05 माह तक दी जायेगी। इससे 6500 लाभार्थियों को लाभ मिलेगा। वन विभाग के अन्तर्गत ट्रैकिंग एवं पीक फीस पर छूट प्रदान की जायेगी। नैनीताल जनपद के अन्तर्गत नौकुचियाताल, भीमताल, सातताल एवं सडियाताल के अन्तर्गत बोट नवीनीकरण हेतु कुल 329 लाभार्थियों को शुल्क में वित्तीय वर्ष 2021-22 हेतु छूट प्रदान की जायेगी। वित्त विभाग के अन्तर्गत वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली एवं दीनदयाल उपाध्याय होमस्टे योजना हेतु ऋण पर 06 माह के लिये ब्याज प्रतिपूर्ति सहायता प्रदान की जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में उत्तराखण्ड चारधाम देवस्थानम् बोर्ड अधिनियम 15 जून, 2020 के गैजेट में अधिसूचित होने पर अस्तित्व में आया है।  अधिनियम के अंतर्गत रावल, पंडे, पुजारी, हक-हकूकधारी, स्थानीय हितधारकों के पारंपरिक, धार्मिक एवं आर्थिक अधिकारों को सुरक्षित रखने की बात रहने के बावजूद भी इन पवित्र धामों के कतिपय हितधारकों के मन में संशय एवं अनिश्चितता प्रतीत होती है।
उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा उत्तराखण्ड राज्य के लिए आर्थिक रूप से सबसे महत्वपूर्ण है एवं उससे राज्य के सभी वर्गों का हित व विकास जुड़ा है। उनका मानना है कि इस आर्थिक गतिविधि को नए आयाम देते हुए स्थानीय उद्देश्य व्यवसायियों एवं हक-हकूकधारियों के हकों को प्रतिकूल प्रभाव ना पढ़ने देने के उद्देश्य से कोई भी नई व्यवस्था को खरा उतरना होगा। अतः सर्व हितधारकों से प्रभावी विचार-विमर्श के उपरान्त राज्य सरकार सकारात्मक परिवर्तन/संशोधन करने के पक्ष में है। अतः इस अधिनियम से हुई व्यवस्था परिवर्तन से हितधारकों पर हुए परिणामों का आंकलन करने और व्यवस्था विचलन के विधिक परिणामों के आकलन हेतु एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया जा रहा है। समिति की संस्तुति के आधार पर चारधाम देवस्थानम् बोर्ड की व्यवस्था के संदर्भ में अग्रिम निर्णय लिया जायेगा

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कोरोना संक्रमण के नये मामलों में लगातार कमी आने के बाद जनपद में स्थिति सामान्य होने लगी है पिछले 24 घंटों में कुल 752 कोविड सैपल लिये गये थे, जिसमे कोरोना संक्रमण का कोई भी मामला सामने नही आया है। जबकि 01 मरीज स्वस्थ होने के उपरान्त सक्रिय मामले घटकर 07 रह गये है। जिले में अभी तक कुल 17356 लोग संक्रमित हुये हैं, जिसमें 17 हजार 121 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सैम्पलिंग लगातार जारी है। सोमवार को जिले में 06 ट्रूनेट, 579 रैपिड एंटीजन टेस्ट किये गये जिसमें सभी केेस नेगेटिव रहे वहीं आर.टी.पी.सी.आर. के 259 सैंपल जांच हेतु भेजे गये हैं, जिनकी रिपोर्ट अभी अपेक्षित है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज शर्मा द्वारा जानकारी दी गयी कि कोविड संक्रमण की रोकथाम को लेकर विभाग द्वारा सभी आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं, जिसमें वैक्सीनेशन पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इसके अतिरिक्त जरुरत के अनुसार विशेष टीकाकरण शिविर भी लगाये जा रहे है। पिछले 24 घंटे के दौरान जनपद में कुल 18 से 44 आयु वर्ग में 3 हजार 121 लोगों को वैक्सीन की प्रथम डोज व 20 लोगों को द्वितीय डोज दी गयी। वही 45 से अधिक आयु वर्ग के 761 व्यक्तियों  को प्रथम डोज व 2 हजार 962 लोगों को द्वितीय डोज दी गयी। वहीं 60 से अधिक आयु के व्यक्तियों में 158 को प्रथम डोज व 1 हजार 232 लोगों को द्वितीय डोज दी गयी। वहीं 29 हैल्थ केयर वर्कर व 8 फील्ड लेवल वर्कर सहित कुल 8 हजार 291 लोगों का टीकाकरण किया गया। बताया कि जनपद में अभी तक 18 से 44 आयु वर्ग में 2 लाख 75 हजार 107 के सापेक्ष 93 हजार 711 व्यक्तियों का टीकाकरण किया जा चुका है वहीं 45 वर्ष से 59 आयु वर्ग में 71 हजार 148 के सापेक्ष 72 हजार 162 लोगों को प्रथम डोज एवं 33 हजार 477 लोगों को वैक्सीन की द्वितीय डोज लगाई जा चुकी है। 60 से अधिक आयु वर्ग में 84 हजार 700 के सापेक्ष 72 हजार 902 लोगों को प्रथम डोज व 42458 लोगांे को वैक्सीन की द्वितीय डोज लगायी जा चुकी है। वहीं विकलांग व्यक्तियों में 6 हजार 611 के सापेक्ष 1 हजार 686 दिव्यागं व्यक्तियों का टीकाकरण किया जा चुका है, जबकि 179 नेपाली नागरिकों का टीकाकरण किया गया है। जनपद में टीकाकरण हेतु 19 जुलाई, 2021 को 1500 वायॅल कोविड वैक्सीन प्राप्त हुयी है।
उन्होंने बताया कि अब गर्भवती मातायें, दूध पिलाने वाली धात्री मातायें भी कोविड-19 टीकाकरण करवा सकती हैं जो कि पूर्णतः सुरक्षित है। जनपद में निवासरत नेपाली नागरिक जिनके पास आई0डी0 पु्रफ नही है, उनका भी टीकाकरण किया जा रहा है जिस हेतु सम्बन्धित व्यक्ति अपने नजदीकी सरकारी चिकित्सालय/वैक्सीनेशन सेंटर में सम्पर्क कर सकते हैं। यदि किसी व्यक्ति को जिसे कोविशील्ड वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है और पढ़ाई, नौकरी इत्यादि हेतु विदेष जाना है उन्हे जनपद स्तर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में वैध दस्तावेजों के निरीक्षण के उपरान्त उनको कोविशील्ड वैक्सीन की दूसरी डोज 84 दिन के स्थान पर 28 दिन के उपरान्त दी जा सकती है। संभावित चारधाम यात्रा के मध्यनजर जनपद के अर्न्तगत आने वाले यात्रा मार्गो पर विशेष टीकाकरण अभियान के तहत व्यापारियों, होटल व्यवसायियों  वाहन चालक सहित यात्रा से जुडे लोगों का मोबाइल टीमों का गठन कर प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनेशन किया जा रहा है।

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