मुख्यमंत्री ने कहा कोविड की स्वदेशी वैक्सीन बनाने के लिए प्रधानमंत्री व वैज्ञानिकों का अभिनंदन।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कोविड-19 की स्वदेशी वैक्सीन के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और वैज्ञानिकों का अभिनंदन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में कोरोना महामारी से लड़ने के लिए लंबे समय से कोविड-19 स्वदेशी वैक्सीन का इंतजार अब खत्म हो चुका है। कोरोना वैक्सीन विशेषज्ञ समिति की संस्तुति पर ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया ने भारत बायोटेक की ‘कोवैक्सीन’ और सीरम इंस्टीट्यूट की ’कोविशील्ड’ को आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे दी है। संपूर्ण देशवासियों के लिए गर्व की बात यह है कि ये दोनों ही वैक्सीन भारत में ही बनी हैं।
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जिलाधिकारी पौड़ी गढवाल ने दिये अलाव जलाने के निर्देश
जिलाधिकारी गढ़वाल श्री धीराज सिंह गर्ब्याल ने जनपद में शीतलहरी के प्रकोप से बचाव हेतु सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाने तथा असहाय लोगों को ठंड से बचाने के लिये संबंधित अधिकारियों को निर्देशित निर्देश जारी किया। उन्होंने शीतलहरी के दौरान निराश्रित एवं असहाय/गृहविहीन व्यक्तियों को ठंड के प्रकोप से बचाने हेतु सार्वजनिक स्थानों में अलाव जलाने तथा निशुल्क कम्बल वितरण किये जाने के निर्देश के साथ प्रतिदिन निर्धारित प्रारूप पर कार्य प्रगति की रिपोर्ट आपदा प्रबंधन कार्यालय के मेल पर भेजना सुनिश्चित करेंगे।
जिलाधिकारी ने जनपद पौड़ी के समस्त उपजिलाधिकारी, सहायक नगर आयुक्त, नगर निगम, अधिशासी अधिकारी तथा अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत को निर्देशित किया है कि सार्वजनिक स्थानों में अलाव की व्यवस्था करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी कहा कि सार्वजनिक स्थान जैसे धर्मशाला, रैनबसेरा, मुसाफिर खाना, पड़ाव, सराय, चैराह, रेल एवं बस स्टेशनों आदि जगहों में अलाव जलाने सुनिश्चित करेंगे। उन्होने जनपद के अंतर्गत निराश्रित एवं असहाय/गृहविहीन व्यक्तियों को शीतलहर के प्रकोप से बचाने के लिये निशुल्क कंबल वितरण करने के निर्देश भी दिये हैं। साथ ही अलाव जलाने की व्यवस्था, निशुल्क कंबल वितरण एवं रात्रि में रैनबसेरा आदि जगहों पर रह रहे व्यक्तियों की सूचना निर्धारित प्रारूप प्रतिदिन 11 बजे तक ईमेल आईडी ककउंचंनतपउवदेववद/हउंपसण्बवउ पर भेजने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी द्वारा दिये गये दिशा निर्देश के अनुपालन में जनपद के समस्त क्षेत्रों में शीतलहरी के दृष्टिगत संबंधित अधिकारियों द्वारा उक्त कार्य को गम्भीरता से संपादित किया जा रहा