-अरुणाभ रतूड़ी
मंगलवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने पिथौरागढ़ जनपद के सीमांत तहसील धारचूला के आपदा प्रभावित क्षेत्र ग्राम जुम्मा पंहुचकर विगत दिनों क्षेत्र में हुई भारी वर्षा से हुई क्षति का जायजा लिया गया, तथा आपदा प्रभावितों से मिले व उनका हाल जाना। इस दौरान उन्होंने जुम्मा के जामुनी तोक में आपदा से लापता व्यक्तियों की खोजबीन हेतु चलाए जा रहे रेस्क्यू कार्य का भी जायजा लिया गया। इस दौरान उन्होंने आपदा प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण कर नुकसान का जायजा भी लिया गया। उन्होंने जुम्मा के एलागाड़ स्थित
एसएसबी कैम्प में जुम्मा के जामुनी एवं सिरौउयार तोक के आपदा प्रभावितों से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए दुःख व्यक्त किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार दुःख की इस घड़ी में उनके साथ खड़ी है। इस दौरान प्रभावित परिवारों को प्रति मृतक 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता का चेक प्रदान किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि 1 लाख रुपये की अतिरिक्त धनराशि प्रति मृतक मुख्यमंत्री आर्थिक सहायता कोष से भी परिवार को सहायता के रूप में उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने आपदा पीड़ितों को आस्वस्त कराया कि सरकार इस दुःख की घड़ी में उनके साथ खड़ी है। उनकी हर संभव मदद की जाएगी।
इसके उपरांत मुख्यमंत्री पर्यटक आवास गृह धारचूला पहुंचकर स्थानीय लोगों से मिले और उनकी समस्याएं भी सुनी। इससे पूर्व जुम्मा में आपदा की घटना में मृतक व्यक्तियों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उनकी आत्मा की शान्ति के लिए 2 मिनट का मौन रखा गया। इसके उपरांत उन्होंने धारचूला नगर के नो गांव(तरकोट),मल्ली बाजार के आपदा पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उन्हें हर सम्भव मदद करने की बात करते हुए जिलाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि क्षेत्र का भू गर्भीय परीक्षण कराते हुए सुरक्षा के कार्य कराए जाएंगे। इस दौरान उन्होंने क्षेत्रीय जनता की समस्याएं भी सुनी। उन्होंने बरम के गोगोई में भू कटाव को रोके जाने हेतु सुरक्षा दीवार का निर्माण करने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि दुःख की घड़ी में सरकार प्रभावितों के साथ खड़ी है । हर सम्भव मदद की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी एक माह हेतु क्षेत्र में हैलीसेवा को बढ़ा दिया गया है। आवश्यकता पड़ने पर इसे आगे भी बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिथौरागढ़ से हवाई सेवा सुचारू किए जाने हेतु भी प्रयास जारी है। उन्होंने कहा कि धारचूला काली नदी किनारे तटबन्ध निर्माण हेतु सिंचाई विभाग द्वारा तैयार 42 करोड़ की धनराशि के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान हेतु शासन से कार्यवाही की जाएगी।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र में आपदा से बंद क्षतिग्रस्त सड़कों को शीघ्रता से खोलना हमारी प्राथमिकता है । उन्होंने कहा कि क्षेत्र में तीन मांह हेतु खाद्यान्न की आपूर्ति की जा चुकी है,जहां खाद्यान्न की कमी होगी उन क्षेत्रों में हैलीकॉप्टर से खाद्यान्न पंहुचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में चिकित्सकों की तैनाती की जाएगी। उन्होंने आपदा के दौरान प्रशासन द्वारा किए गए त्वरित कार्य हेतु जिलाधिकारी एवं उनकी समस्त टीम की सराहना करते हुए कहा कि आपदा विभाग 24 घंटे कार्य कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत दुनिया का पहला देश है जहां सबसे अधिक वैक्सीनेशन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कोरोना कम हुआ है पर खत्म नहीं हुआ है। सभी लोगों से अपील है कि वह कोविड नियमों का अनुपालन अवश्य करें। उन्होंने कहा कि अगले 4 महीने में प्रदेश में शत प्रतिशत कोविड वैक्सीनेशन कर लिया जाएगा। केन्द्र से उत्तराखंड को 20 लाख वैक्सीन उपलब्ध करा दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी अधिकारी कार्यों को सरलीकरण करते हुए उनका समाधान कर त्वरित निस्तारण करना सुनिश्चित करें ताकि निचले स्तर की समस्याओं के निस्तारण हेतु लोगों को तहसील, जिला एवं राज्य स्तर तक न आना पड़े। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों का भू गर्भीय परीक्षण कर सुरक्षा एवं पुनर्वास की व्यवस्था की जाएगी।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि धारचूला के ग्वाल गांव में सुरक्षा के कार्य किए जाएंगे। व्यास खोतिला के भू कटाव की सुरक्षा हेतु धनराशि दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार जो भी घोषणा कर रही है उसे धरातल पर अवश्य ही साकार कर रही है। इस दौरान क्षेत्रीय सांसद अजय टमटा ने कहा कि सरकार इस दुःख की घड़ी में आपदा प्रभावितों के साथ है। उनकी हर संभव मदद की जाएगी।
भ्रमण के दौरान सांसद श्री अजय टम्टा, जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान,पुलिस अधीक्षक सुखबीर सिंह,क्षेत्र प्रमुख धन सिंह धामी,अध्यक्ष नगर पालिका राजेर्श्वरी देवी,प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी आशीष पुनेठा, सहित क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, जनता व विभागों के अधिकारी आदि मौजूद रहे।
लोकसभा सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री एवं अध्यक्ष जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति ‘‘दिशा‘‘ पौड़ी गढ़वाल श्री तीरथ सिंह रावत की अध्यक्षता में आज विकास भवन सभागार, पौड़ी में ‘‘दिशा‘‘ की बैठक आयोजित की गई। मा0 सांसद श्री रावत ने गत बैठक में दिये गये निर्देशों के अनुपालन में की गई कार्य प्रगति की जानकारी ली। उपस्थित गणमान्य सदस्यों/जन प्रतिनिधियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत विभिन्न कार्यों को लेकर शिकायत दर्ज की, जिस पर मा. सांसद श्री रावत ने संबंधित अधिकारियों को त्वरित निस्तारण हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। सांसद श्री रावत ने विकास कार्य से जुडे रेखीय विभाग के अधिकारियों को कड़ी निर्देष देते हुए कहा कि क्वॉल्टी एवं क्वानटीटी में किसी भी प्रकार लापरवाही न हो इस बात को गम्भीरता से लेना सुनिष्चि करेंगे। उन्होने अधिकारियों को फील्ड में जाकर के लोगों की समस्या का अनुश्रवण कर मौके पर ही निस्तारण करने के निर्देष दिये। बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी अनुपस्थित रहने पर सांसद ने जिलाधिकारी को स्पष्टिकरण तलब करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया कि जनपद में झूल रहे तारों को सुव्यवस्थित करें। उन्होंने डेयराखाल में झूल रहे विद्युत तार से हुई हुई मौत के जांच करने के आदेश दिए। इस दौरान उन्होंने सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को इसी वर्ष नवम्बर माह तक समस्त कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश भी दिए। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष शांति देवी, विधायक पौड़ी मुकेश सिंह कोली, लैंसडाउन विधायक महंत दिलीप रावत, जिलाधिकारी गढ़वाल विजय कुमार जोगदण्डे, मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत कुमार आर्य सहित विभिन्न ब्लॉक प्रमुखों व अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।
मा0 सांसद श्री रावत ने आयोजित बैठक में सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि बेहतर गुणवत्ता के साथ कार्य करना सुनिश्चित करें, जिससे आम जनमानस को सुविधा प्राप्त हो सकेगी। उन्होंने रेल परियोजना अधिकारी को निर्देशित किया कि मानक के अनुरूप प्रभावितों को मुआवजा देना सुनिश्चित करे। विधायक श्री कोली ने रेलवे परियोजना में स्थानीय लोगों को उनके योग्यता के अनुसार रोजगार देने की मांग की जिस पर सांसद श्री रावत ने जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि रेलवे विभाग के संबंधित अधिकारी के साथ बैठक कर परियोजना से प्रभावित परिवारों एवं स्थानीय व राज्य वासियों को प्राथमिकता के अनुसार रोजगार दिलाया जाय। साथ ही प्रभावितों अन्य समस्या को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण करने के निर्देष दिये। जयहरीखाल प्रमुख द्वारा अवगत कराया गया कि क्षेत्र में बीएसएनएल के नेटवर्क न होने पर स्थानीय लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सांसद महोदय ने उक्त शिकायत को संज्ञान में लेते हुए सम्बन्धित अधिकारी को निर्देशित किया कि जल्द समस्या का समाधान करना सुनिश्चित करें। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी से टीकाकरण की जानकारी लेते हुए निर्देशित किया कि दिव्यांग व बुजुर्ग लोगों को घर-घर जाकर वैक्सीन लगाएं, जिससे टीकाकरण से कोई भी व्यक्ति वंचित न रह पाए। साथ ही निर्देशित किया कि निगरानी टीम के माध्यम से टीकाकरण की जानकारी लेना सुनिश्चित करें। उन्होने नगर पालिका ईओ को निर्देशित किया कि प्रतिदिन डोर टू डोर कूड़ा तथा सेनेटाइजर करवाना सुनिश्चित करें। इस दौरान उन्होंने जल जीवन मिशन के अंतर्गत छुटे हुए गांव तथा परिवारों तक पेयजल पहुंचाने के निर्देश भी दिए। साथ ही उन्होंने खाद्यान की जानकारी लेते हुए सम्बन्धित अधिकारी को निर्देशित किया कि हर माह की राशन पूर्व में ही लाना सुनिश्चित करें। सांसद जी ने लोक निर्माण अधिकारी को निर्देशित किया कि जिन जिन मोटर मार्गों पर पानी भरा रहता है उसकी निकासी हेतु नाली बनाना सुनिश्चित करें। कहा कि बैठक में जो निर्देश दिए गए हैं, उन कार्यों बेहतर गुणवत्ता के साथ कार्य करें। कहा कि जो भी ठेकेदार निर्धारित समय व गुणवत्ता के साथ कार्य नहीं कर रहे उन्हें नोटिस जारी कर ब्लैक लिस्ट करें। कहा कि नोडल अधिकारियों के साथ डिवीजन वाइज सम्बन्धित अधिकारियों को भी कार्य प्रगति रिपोर्ट के साथ आगामी नवम्बर माह में आयोजित बैठक में उपस्थित होने के निर्देश भी दिए।
गढ़वाल सांसद श्री रावत ने कहा कि सभी विभाग कार्य की गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए समयबद्धता के साथ कार्य करें साथ ही जन प्रतिनिधि व अधिकारी समन्वय के साथ कार्य करें। उन्होंने समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि ब्लॉकों और न्याय पंचायतों में भ्रमण पर जाये। जिससे दूरस्थ क्षेत्रों में स्थित आम जनमानस की समस्या सुने तथा मौके पर निस्तारण कर, फरियादी को लाभ मिल सके। कहा कि कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए, तैयारियां पूरी कर ली जाए। प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण से पूर्व कुल 3 ऑक्सीजन प्लांट थे, जिनसे उत्तराखंड के साथ अन्य राज्यों की भी आपूर्ति की जाती थी। जबकि वर्तमान समय में 27 ऑक्सीजन प्लांटों का शुभारंभ मेरे द्वारा किया जा चुका है। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि जो कार्य भी किये जा रहे ह,ैं उन्हें नवम्बर माह तक पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि आपदा को दृष्टिगत रखते हुए जनपद में स्थित राष्ट्रीय राजमार्गों व राज्य राजमार्गों पर जेसीबी की व्यवस्था की गई है, जो सड़क बंद होने पर त्वरित कार्यवाही कर उसे सुचारु कर रहे है।
जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे ने आयोजित बैठक में सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि मा. सांसद द्वारा जो निर्देश आज की बैठक में दिए गए हैं। निर्देशों के अनुपालन उन कार्यों को जल्द पूर्ण करना सुनिश्चित करें। इस दौरान जिलाधिकारी ने समाज कल्याण अधिकारी को निर्देशित किया कि आश्रम पद्धति विद्यालय में अवशेष रह गए कार्यों को जल्द पूर्ण करना सुनिश्चित करें। साथ ही कहा कि आगामी बैठक में पूर्ण हो चुके कार्य की जानकारी फोटो सहित उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
बैठक में अध्यक्ष नगरपालिका परिषद् पौड़ी यशपाल बेनाम, अध्यक्ष नगर पालिका दुगड्डा भावना चौहान, ब्लॉक प्रमुख जयहरीखाल दीपक भण्डारी, पौड़ी दीपक कुकशाल, कोट पूर्णिमा नेगी, नैनीडांडा प्रशान्त कुमार बछवाण, डीएफओ गढ़वाल मुकेश कुमार, सिविल एवं स्वय सोहन लाल, पीडी डीआरडीए एस के रॉय, मुख्यकृषि अधिकारी डी.एस. राणा, मुख्य उद्यान अधिकारी डा. नरेन्द्र कुमार, डीपीआरओ एम.एम. खान, एसीएमओ रमेश कुँवर, सहायक निदेशक सूचना बद्री चंद नेगी, अधिशासी अभियंता पीएमजीएसवाई एस के मंमगाई, पी एम स्वजल दीपक रावत, डीपीओ जितेंद्र कुमार, पशुपालन अधिकारी एस के बर्त्वाल सहित अन्य उपस्थित थे।