समाचार प्रस्तुति-नागेन्द्र प्रसाद रतूड़ी
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने रविवार को नथुवावाला, देहरादून में 22 करोड़ 48 लाख रूपये की पेयजल योजनाओं का शिलान्यास किया। विश्व बैंक पोषित अर्द्धनगरीय क्षेत्रों हेतु उत्तराखण्ड पेयजल कार्यक्रम के तहत नथुवावाला पेयजल योजनाओं का शिलान्यास किया गया।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि दिसम्बर 2020 तक इस पेयजल योजना का कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा। इस पेयजल योजना से क्षेत्र में प्रतिदिन 16 घण्टे पेयजल की उपलब्धता होगी। इस योजना से पानी 40 फीट की ऊँचाई तक बिना पम्प की सहायता से लिफ्ट हो सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे प्रदेश के लिए लगभग एक हजार करोड़ रूपये की अर्द्धनगरीय पेयजल योजना है। उन्होंने कहा कि पिछले दो सालों में नथुवावाला, बालावाला, बद्रीपुर, नत्थनपुर, नवादा क्षेत्रों के लिए 60 करोड़ से अधिक की पेयजल की योजनाएं प्रारम्भ की गई। जिनमें से 36 करोड़ रूपये की योजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि यह पेयजल योजना 2050 तक पानी की आपूर्ति करेगी। सोंग बांध के लिए बजट का प्रावधान किया गया है। सोंग बांध बनने के बाद यह पूरा क्षेत्र रिचार्ज हो जायेगा। सोंग बांध बनने के बाद रिस्पना नदी पर पानी की व्यवस्था की जायेगी। उन्होंने कहा कि नदियों के पुनर्जीवीकरण के लिए सरकार अनेक प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें वृक्षारोपण के साथ ही वर्षा जल के संचय की दिशा में प्रयास करने होंगे। नथुवावाला व उसके आस-पास के क्षेत्रों में अभी 3 करोड़ की लागत से 1800 बिजली के पोल लगे हैं, 35 ट्रांसर्फमर लग चुके हैं, जबकि 18 ट्रांसफार्मर और लगने हैं।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने ‘‘मन की बात‘‘ में जल संचय, ई-पेमेंट, जनसंख्या नियंत्रण, कुपोषण से मुक्ति व प्लास्टिक के खिलाफ अभियान का जिक्र किया है। इस दिशा में सबका योगदान जरूरी है। उन्होंने कहा कि हैप्पीनेस व स्वच्छ भारत की दिशा में देश को ले जाने का प्रधानमंत्री जी ने जो संकल्प लिया है, उसको साकार करने के लिए जन सहयोग की आवश्यकता है।
मेयर श्री सुनील उनियाल गामा ने जनता से अपील की है कि प्लास्टिक से मुक्ति के लिए राज्य सरकार का सहयोग किया जाय। उन्होंने कहा कि हमें प्लास्टिक का बहिष्कार करना है। जल्द ही देहरादून को पूर्णतः प्लास्टिक से मुक्त करना होगा। इसके लिए जन सहयोग अति आवश्यक है।
इस अवसर पर गढ़वाल मंडल विकास निगम के उपाध्यक्ष श्री कृष्ण कुमार सिंघल, पार्षद श्रीमती स्वाति डोभाल, पेयजल के कार्यक्रम निदेशक श्री उदयराज, मुख्य महाप्रबंधक जल संस्थान श्री एस.के शर्मा, एम.डी. पेयजल श्री भजन सिंह, मुख्यमंत्री के विशेष कार्याधिकारी श्री धीरेन्द्र पंवार आदि उपस्थित थे।
#############################
मतदाता सत्यापन अभियान से जुड़कर निर्वाचक नामावली को बनाएं 100 प्रतिशत सही
- 1 सितम्बर से 15 अक्टूबर तक चलेगा वोटर सत्यापन कार्यक्रम।
- आॅनलाईन www.nvsp.in पर भी दूर कराई जा सकती हैं त्रुटियां।
- मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्रीमती सौजन्या ने अभियान की जानकारी दी।
रविवार को मीडिया सेंटर, सचिवालय में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्रीमती सौजन्या ने उत्तराखण्ड में ‘वोटर सत्यापन कार्यक्रम (ई.वी.पी)’ का शुभारम्भ किया। उन्होंने बताया कि भारत निवार्चन आयोग द्वारा 1 सितम्बर से 15 अक्टूबर तक वोटर सत्यापन कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य मतदाता सूचियों को 100 प्रतिशत सत्यापित व त्रुटिरहित करना है। उन्होंने प्रदेश के लोगों से सबसे बड़े मतदाता सत्यापन अभियान से जुड़ने की अपील की।
एक सितम्बर से प्रारम्भ हुए इस अभियान में वोटर कार्ड में दर्ज अपने और अपने परिवार के विवरण की जांच कर प्रमाणित किया जा सकता है। इससे निर्वाचक नामावली को 100 प्रतिशत त्रुटिरहित बनाया जा सकता है। इस अभियान में लाॅजिकल त्रुटियां व डुप्लीकेट त्रुटियां भी दूर की जाएंगी। मतदाता को अपने विवरण की जांच के लिए अपने वोटर कार्ड नम्बर से www.nvsp.in पर लाॅग-इन करना होगा। इसके बाद अपने नाम, जन्मतिथि, लिंग, संबंध या संबंधी का नाम, पता व फोटो का सत्यापन करें। त्रुटियां होने पर अपने विवरण व फोटोग्राफ में परिवर्तन के लिए सही जानकारी अंकित करें।
मतदाता सूची में परिवर्तन के लिए आवश्यक अभिलेखों की जानकारी देते हुए मुख्य निवार्चन अधिकारी ने बताया कि इंडियन पासपोर्ट, ड्राइविंग लाईसेंस, आधार कार्ड, शासकीय/अशासकीय कार्मिकों का पहचान पत्र, बैंक पासबुक, किसान पहचान पत्र, पैन कार्ड, एनपीआर के अंतर्गत आरजीआई द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड, नवीनतम पानी/टेलीफोन/बिजली/गैस कनैक्शन का बिल, इनमें से कोई भी एक पहचान दस्तावेज अपलोड करें। भविष्य में सेवाएं प्राप्त करने के लिए मोबाईल नम्बर व ईमेल अंकित करें।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि पंजीकृत मतदाताओं के लिए स्थायी लाॅग-इन की सुविधा दी गई है। मोबाईल नम्बर उपलब्ध कराने पर नियमित एसएमएस आधारित सूचना अलर्ट मिल सकेंगे। बीएलओ से व्यक्तिगत सम्पर्क किया जा सकता है। मतदाता की अनुमति के बिना कोई विलोपन नहीं होगा। एक साथ रहने वाले परिवार को एक ही मतदेय स्थल पर रखा जाएगा। अधिक जानकारी के लिए वोटर हेल्पलाईन नम्बर 1950 पर काॅल किया सकता है, वोटर हेल्पलाईन मोबाईल एप का उपयोग भी किया जा सकता है। मतदाता सुविधा केंद्र भी बनाए गए हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि 1 जनवरी 2020 तक 18 वर्ष की आयु प्राप्त करने वाले इसमें अपना नाम दर्ज करा सकते हैं। मतदाता सत्यापन अभियान के बाद 15 अक्टूबर को निर्वाचक नामावली प्रकाशित की जाएगी। इस पर 15 दिसम्बर तक कोई शिकायत होने पर दर्ज कराई जा सकती है। इन आपत्तियों का निस्तारण करते हुए 1 जनवरी 2020 को नयी निर्वाचक नामावली प्रकाशित की जाएगी।
इस अवसर पर अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ईवा आशीष, संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रताप शाह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।