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राष्ट्रपति का अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर संदेश
राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस, जोकि हर वर्ष 08 मार्च को मनाया जाता है, की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में कहा-
“अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर, मैं सभी महिलाओं को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।
आज की निरंतर बदलती दुनिया में, भारतीय महिलाएं अपने व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन के साथ-साथ राष्ट्रीय फलक पर भी उल्लेखनीय रूप से अपनी छाप छोड़ रही हैं। वे हमारे देश की विकास प्रक्रिया में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। हमारी बेटियों को स्वावलंबी बनाने के लिए उनका सशक्तिकरण जरूरी है। यह उन्हें अपने परिवार, समाज और राष्ट्र के प्रति दायित्वों को निभाते हुए भी अपनी आकांक्षाओं को पूरा करने में समर्थ बनाएगा।
यह दिवस महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और समृद्धि को सुनिश्चित करने के प्रति अपने संकल्प दोहराने का भी एक मौका है। हमें अपनी बहनों और बेटियों को उनकी पूरी क्षमता का उपयोग करने और राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में योगदान देने का पर्याप्त अवसर अवश्य प्रदान करना चाहिए।”
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अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर राष्ट्रपति वर्ष 2020 और 2021 के लिये 29 हस्तियों को प्रतिष्ठित नारी शक्ति पुरस्कारों से सम्मानित करेंगे
‘आजादी के अमृत महोत्सव’ के क्रम में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का सप्ताह भर चलने वाला समारोह नई दिल्ली में एक मार्च, 2022 को शुरू हुआ था। सप्ताह भर चलने वाले इस समारोह का समापन नारी शक्ति पुरस्कार वितरण से होगा। ये पुरस्कार वर्ष 2020 और 2021 के लिये हैं तथा राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविन्द आठ मार्च, 2022 को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक विशेष समारोह में पुरस्कार प्रदान करेंगे। वर्ष 2020 का पुरस्कार समारोह कोविड-19 महामारी से उत्पन्न परिस्थितियों के कारण 2021 में आयोजित नहीं हो पाया था।
माननीय प्रधानमंत्री भी पुरस्कार प्राप्त हस्तियों के प्रयासों को मान देने के लिये उनके साथ बातचीत करेंगे तथा इसके माध्यम से जनमानस को प्रेरित करेंगे कि वह महिला सशक्तिकरण के क्षेत्रों में काम करें और उत्कृष्टता प्राप्त करें।
सभी 28 पुरस्कार (वर्ष 2020 और 2021 के लिये 14-14) 29 हस्तियों को प्रदान किये जायेंगे। ये पुरस्कार उन लोगों को दिये जायेंगे, जिन्होंने महिलाओं के सशक्तिकरण, खासकर जोखिम वाली और सीमान्त महिलाओं के लिये उत्कृष्ट सेवा की है।
‘नारी शक्ति पुरस्कार’ व्यक्तियों और संस्थानों द्वारा किये जाने वाले उत्कृष्ट योगदानों को मान्यतास्वरूप महिला और बाल विकास मंत्रालय की पहल के तहत प्र्दान किये जाते हैं। ये पुरस्कार उन महिलाओं को दिये जाते हैं, जिन्होंने समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में महती कार्य किया हो।
उल्लेखनीय है कि आयु, भौगोलिक बाधायें या संसाधनों तक पहुंच का अभाव इन उत्कृष्टता हासिल करने वाली महिलाओं को अपने सपने पूरे करने से नहीं रोक पाया। उनकी अदम्य भावना हमारे पूरे समाज तथा युवा मन को खासतौर से प्रेरित करेगी, ताकि वे लैंगिक पूर्वाग्रहों को तोड़ सकें तथा लैंगिक असमानता और भेदभाव के खिलाफ खड़े हो सकें। ये पुरस्कार उन महिलाओं के प्रयासों को मान्यता देते हैं, जो समाज की उन्नति में समान रूप से भागीदार बन रही हैं।
वर्ष 2020 के लिये नारी शक्ति पुरस्कार विजेताओं में विभिन्न क्षेत्रों की महिलायें शामिल हैं, जैसे उद्यमशीलता, कृषि, नवोन्मेष, सामाजिक कार्य, कला, दस्तकारी, एसटीईएमएम तथा वन्यजीव संरक्षण। वर्ष 2021 के लिये नारी शक्ति पुरस्कार विजेताओं में भाषा-विज्ञान, उद्यमशीलता, कृषि, सामाजिक कार्य, कला, दस्तकारी, मर्चेंट नेवी, एसटीईएमएम, शिक्षा, साहित्य, दिव्यांगजन अधिकार आदि क्षेत्रों की महिलायें शामिल हैं।
पुरस्कृतों की सूची इस प्रकार हैः
नारी शक्ति पुरस्कार 2020
क्र संख्या | नाम | राज्य/केंद्र शासित प्रदेश | क्षेत्र |
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अनिता गुप्ता | बिहार | सामाजिक उद्यमशीलता |
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उषाबेन दिनेशभाई वसावा | गुजरात | जैविक किसान और जनजातीय स्वयंसेवी |
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नासिरा अख्तर | जम्मू एवं कश्मीर | नवोन्मेषी – पर्यावरण संरक्षण |
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संध्या धर | जम्मू एवं कश्मीर | समाज सेवी |
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निवृत्ति राय | कर्नाटक | कंट्री हेड, इंटेल इंडिया |
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टिफेनी ब्रार | केरल | समाजसेवी – दृष्टि बाधितों के लिये कार्य |
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पद्मा यांगचान | लद्दाख | लद्दाख क्षेत्र में भूली-बिसरी पाक कला और वस्त्र को दोबारा जीवित करना |
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जोधाइया बाई बैगा | मध्य प्रदेश | जनजातीय बैगा चित्रकार |
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सायली नंदकिशोर अगवाने | महाराष्ट्र | डाउन सिंड्रोम से पीड़ित कथक नृत्यांगना |
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वनिता जगदेव बोराडे | महाराष्ट्र | सांपों को बचाने वाली पहली महिला बचावकर्ता |
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मीरा ठाकुर | पंजाब | सिक्की ग्रास कलाकार |
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जया मुथू, तेजम्मा (संयुक्त रूप से) | तमिलनाडु | कलाकार – टोडा कढ़ाई |
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इला लोध (मरणोपरान्त) | त्रिपुरा | प्रसूति विज्ञानी और स्त्री रोग विशेषज्ञ |
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आरती राणा | उत्तरप्रदेश | हथकरघा बुनकर और शिक्षक |
नारी शक्ति पुरस्कार 2021
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सथुपति प्रसन्ना श्री | आंध्रप्रदेश | भाषा-विज्ञानी – अल्पसंख्यक जनजातीय भाषा का संरक्षण |
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तागे रीता ताखे | अरुणाचल प्रदेश | उद्यमी |
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मधुलिका रामटेक | छत्तीसगढ़ | समास सेवी |
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निरंजनाबेन मुकुलभाई कालार्थी | गुजरात | लेखिका और शिक्षाशास्त्री |
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पूजा शर्मा | हरियाणा | किसान और उद्यमी |
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अंशुल मल्होत्रा | हिमाचल प्रदेश | बुनकर |
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शोभा गस्ती | कर्नाटक | समाज सेवी – देवदासी प्रथा उन्मूलन के लिये कार्य |
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राधिका मेनन | केरल | कप्तान मर्चेंट नेवी – आईएमओ द्वारा समुद्र में असाधारण वीरता दिखाने के लिये पुरस्कृत पहली महिला |
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कमल कुम्भार | महाराष्ट्र | सामाजिक उद्यमी |
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श्रुति महापात्रा | ओडिशा | दिव्यांगजन अधिकार कार्यकर्ता |
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बतूल बेगम | राजस्थान | मांड और भजन लोक गायन |
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तारा रंगास्वामी | तमिलनाडु | मनोचिकित्सिक और शोधकर्ता |
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नीरजा माधव | उत्तरप्रदेश | हिन्दी लेखिका – ट्रांसजेंडरों और तिब्बती शरणार्थियों के लिये कार्य |
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नीना गुप्ता | पश्चिम बंगाल | गणितज्ञ |
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केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने एम्स, कल्याणी के 2021 एमबीबीएस बैच के उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता की
“भविष्य उनका है जो हेल्थकेयर में निवेश करते हैं”
पश्चिम बंगाल में एम्स कल्याणी स्वास्थ्य के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा और जल्द ही एक उत्कृष्ट संस्थान के रूप में उभरेगा: डॉ. भारती प्रवीण पवार
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री, डॉ. भारती प्रवीण पवार ने आज एम्स, कल्याणी के 2021 एमबीबीएस बैच के उद्घाटन समारोह की वर्चुअल अध्यक्षता की।
केंद्रीय राज्य मंत्री ने छात्रों और प्रशासन को बधाई देते हुए 125 एमबीबीएस छात्रों के बैच के साथ शुरू हो रहे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, कल्याणी के 2021 के तीसरे शैक्षणिक सत्र की शुरुआत पर प्रसन्नता व्यक्त की।
एम्स के इतिहास को दोहराते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि हर राज्य में एम्स की स्थापना करना हमारे माननीय प्रधानमंत्री का विजन है। जिसके परिणामस्वरूप अब तक कुल 22 एम्स को मंजूरी मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि एम्स की स्थापना के साथ ही आधुनिक उपचार सुविधाओं के विकास और कुशल डॉक्टरों की संख्या में वृद्धि को प्राथमिकता दी गई है, ताकि गरीबों को सस्ता इलाज मिल सके।
“माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का मानना है कि भविष्य उन देशों का है जो स्वास्थ्य सेवा में निवेश करते हैं। इस उद्देश्य का एक उदाहरण कल्याणी एम्स है, जिसे 1,754 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है। यह 960 बिस्तरों की क्षमता वाला और 179.82 एकड़ में फैला अस्पताल होगा। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के तीन स्तंभ हैं- विभिन्न विषयों में चिकित्सा शिक्षा, जैव चिकित्सा विज्ञान में अनुसंधान और उच्चतम स्तर की चिकित्सा सेवा प्रदान करना। इसमें कोई संदेह नहीं है कि पश्चिम बंगाल में एम्स कल्याणी स्वास्थ्य के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा और यह जल्द ही एक उत्कृष्ट संस्थान के रूप में उभरेगा।
उन्होंने उन सभी छात्रों को बधाई दी जिन्होंने नीट परीक्षा 2021 में अच्छे अंक प्राप्त किए हैं और एम्स कल्याणी के एमबीबीएस पाठ्यक्रम में प्रवेश लिया है। इसके साथ ही उन्होंने भारत के इन भावी डॉक्टरों के पेरंट्स को भी बधाई दी, जिन्होंने अपने बच्चों में मानव सेवा की भावना पैदा की है। साथ ही केंद्रीय राज्य मंत्री ने लोगों से एक साथ काम करने और यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि एम्स, कल्याणी अपनी पूरी क्षमता से काम करे। उन्होंने कहा कि यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि एम्स कल्याणी बंगाल के लोगों को सस्ती चिकित्सा सेवाएं प्रदान करे, ताकि समाज के आखिरी इंसान तक सस्ती चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के सपने को जल्द से जल्द साकार किया जा सके।
समारोह में एम्स, दिल्ली में अनुसंधान की पूर्व डीन और एम्स कल्याणी की अध्यक्ष डॉ. चित्रा सरकार, एम्स कल्याणी के कार्यकारी निदेशक डॉ रामजी सिंह और अन्य वरिष्ठ प्रोफेसर, अधिकारी, छात्र और सभी छात्रों के परिवार के सदस्य उपस्थित थे
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यूक्रेन के पड़ोसी देशों से विशेष नागरिक उड़ानों द्वारा आज 1300 से अधिक भारतीयों को वापस लाया गया
विशेष उड़ानों से अब तक 17 हजार 4 सौ से अधिक भारतीयों को वापस लाया जा चुका है
भारतीय नागरिकों के बचाव व राहत के लिए, ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत यूक्रेन के पड़ोसी देशों से 7 विशेष नागरिक उड़ानों द्वारा आज 1314 भारतीयों को वापस लाया गया है। इसके साथ ही, 22 फरवरी, 2022 को विशेष उड़ानों के शुरू होने के बाद से अब तक 17 हजार 4 सौ से अधिक भारतीयों को वापस लाया जा चुका है। 73 विशेष नागरिक उड़ानों द्वारा वापस लाये गए भारतीयों की संख्या 15,206 हो गई है। 201 भारतीयों के साथ एक सी-17 आईएएफ उड़ान के आज शाम तक आने की उम्मीद है। इससे पहले, ऑपरेशन गंगा के हिस्से के रूप में आईएएफ द्वारा 10 उड़ानें के जरिये 2056 यात्री वापस लाये गए थे।
आज की विशेष नागरिक उड़ानों में से 4 नई दिल्ली आयी हैं, जबकि 2 मुंबई पहुंची हैं। एक उड़ान की देर शाम तक आने की उम्मीद है। बुडापेस्ट से 5 उड़ानें तथा बुखारेस्ट और सुसेवा से एक-एक उड़ान आयी है।
कल, सुसेवा से 2 विशेष नागरिक उड़ानें के परिचालन की उम्मीद है, जिससे 400 से अधिक भारतीयों को स्वदेश वापस लाया जाएगा।