पंडित शिवराम के नाम से पहचाना जाएगा त्यूणी महाविद्यालय #चमोली आपदा :आज चौथे दिन तक कुल 34 शव मिले,170 लोग लापता।खोज व बचाव कार्य जारी।#एम्स ऋषिकेश:चिकित्सकों ने -दो युवक व एक बच्चे का किया एवीएसडी की सफल हार्ट सर्जरी #मेरु सपन्यू मेरो लक्ष्य कार्यक्रम में 25 बालिकाओं को प्रशस्ति पत्र व किशोरीकिट वितरित किए गये।पढिए Janswar.com में।

द्वारा-अरुणाभ रतूड़ी

पंडित शिवराम के नाम से पहचाना जाएगा त्यूणी महाविद्यालय

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने किया महाविद्यालय के नए भवन का लोकार्पण।
मीनस-त्यूणी मोटर मार्ग समेत तमाम सड़कों के डामरीकरण की हुई घोषणा।

तहसील त्यूणी में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने नव निर्मित महाविद्यालय भवन लागत 711.21 लाख एवं राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान रूसा परियोजना के अंर्तगत कम्प्यूटर प्रयोगशाला लागत 201.99 लाख की महत्वपूर्ण योजना का लोकार्पण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री जी ने त्यूणी के नव निर्मित महाविद्यालय भवन का नाम पंडित शिवराम शर्मा जी के नाम पर रखने की घोषणा की। इसके अलावा उन्होंने जौनसार बावर क्षेत्र की लाइफ लाइन कहे जानी वाले मीनस-अटाल मोटर मार्ग समेत तमाम सड़कों के डामरीकरण, मेघातु पम्पिंग योजना के निर्माण, नीनुस मोटर मार्ग के निर्माण, रायगी में शेड पुड़िया महाराज मंदिर का सौन्दीर्यकरण करने आदि की घोषणाएं कीं।
समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि हमारी सरकार ने शिक्षा उन्नयन के क्षेत्र में कई सफल प्रयास किए हैं। आज उत्तराखंड देश का पहला राज्य है जहां के सभी महाविद्यालयों में 97 परसेंट फैकल्टी है। त्यूणी माहाविद्यालय में तो 100 फीसदी फैकल्टी तैनात है। इतना ही नहीं हमारा राज्य साक्षरता के लिहाज से देश में अग्रणी राज्यों में हैं। देहरादून उन जिलों में शुमार हुआ है जो लगभग शत प्रतिशत साक्षर है, हालांकि अभी थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन भी चल रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा का मतलब केवल रोजगार नहीं है। 130 करोड़ के देश मे 2.5 करोड़ ही सरकारी कर्मचारी हैं। बाकी लोग अपनी मेहनत से काम कर रहे हैं। हम ऐसा काम करें जिससे हम औरों को भी रोजगार दे सकें। सरकारी नौकरी के बजाए स्वरोजगार को पहली प्राथमिकता में रखें। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के दिशा निर्देशन में बनी देश की नई शिक्षा नीति भारतीय संस्कृति के अनुरूप है जिसका पूरा विश्व अध्ययन कर रहा है।
प्रदेश के उच्च शिक्षा,सहकारिता मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि अगले साल प्रत्येक महाविद्यालय में 4जी नेटवर्क जोड़ दिया जाएगा। प्रत्येक कॉलेज को एनसीसी दी जा रही है। अब स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। महाविद्यालय के टॉपर बच्चे को 1 लाख इनाम दिया जाएगा। गरीब बच्चों के कोचिंग, आईएएस आदि तैयारी करने वाले बच्चों के लिए 1 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है।

 

जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मधु चौहान ने कहा कि राज्य सरकार निरन्तर सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास लेकर आगे बढ़ रही है। उन्होंने डागुठा-मुडाली मोटर मार्ग, चांजोई सड़क मार्ग, झजरेड पुल, सहित सरकार की कई विकासपरक योजनाओं की उपलब्धियां गिनाईं।
विधायक श्री मुन्ना सिंह चौहान ने भी जनता को सम्बोधित करते हुए बताया कि त्रिवेन्द्र सरकार किस तरह योजनाबद्ध तरीके से राज्य का विकास कर रही है। उन्होंने चमोली आपदा में जनपद के मिसिंग लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। उत्तराखंड जनजाति आयोग के अध्यक्ष मूरत राम शर्मा ने भी क्षेत्र के विकास के लिए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत का आभार जताया।

इस अवसर पर देहरादून जिला उपाध्यक्ष भाजपा राजाराम, ग्राम प्रधान रतन चौहान, रमेश डोभाल, महाविद्यालय के प्राचार्य अंजना श्रीवास्तव, दर्जाधारी राज्य मंत्री उत्तरकाशी जगवीर सिंह भंडारी समेत कई जनप्रतिनिधिगण व जनता मौजूद रही।

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चमोली आपदा :आज चौथे दिन तक कुल 34 शव मिले,170 लोग लापता।खोज व बचाव कार्य जारी।

आपदा में मृतकों के परिजनों को सहायता राशि अविलंब दी जाएः मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिव आपदा प्रबंधन से आपदा राहत कार्यों और सर्च व रेस्क्यू आपरेशन के बारे में जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने सर्च व रेस्क्यू के काम को लगातार जारी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में दैनिक आवश्यकता की वस्तुओं की कमी न हो। जिन मृतकों की पहचान हो जाए, उनके आश्रितों को राहत राशि अविलंब उपलब्ध कराई जाए। जिन शवों की शिनाख्त न हो पा रही हो, उनके डीएनए रिकार्ड सुरक्षित रखे जाएं।

आपदा में मृत पुलिसकर्मियों को राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई

मुख्यमंत्री ने तपोवन में भीषण आपदा में मृत हैड कान्स्टेबल मनोज चौधरी और कांस्टेबल बलवीर सिंह गड़िया को नमन करते हुए शोक संतप्त परिवारजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है। बुधवार को कांस्टेबल बलवीर सिंह गड़िया और मंगलवार को हैड कान्स्टेबल मनोज चौधरी का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया।
मुख्यमंत्री ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आपदा में मृत्यु का होना बहुत दुखद है। रैणी व तपोवन क्षेत्र में भीषण त्रासदी में सभी मृतकों के प्रति संवदेना प्रकट करते हुए उन्होंने कहा कि लापता लोगों की तलाश के लिए आपरेशन पूरी क्षमता के साथ चलाया जा रहा है। सर्च एंड रेस्क्यू के साथ ही आपदा राहत कार्यों की उच्च स्तर से लगतार मॉनिटरिंग की जा रही है।

मंगलवार रात्रि और बुधवार को भी जारी रहा सर्च एंड रेस्क्यू आपरेशन

चमोली जिले में रविवार को आयी आपदा के चौथे दिन भी रेस्क्यू आपरेशन जारी रहा। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना के बाद 34 शव मिल गए हैं जबकि 170 लोग अभी लापता हैं। पूर्व में लापता बताए गए ऋषि गंगा कम्पनी के 02 व्यक्ति सुरक्षित अपने आवास पर पाए गए हैं। तपोवन मे टनल मे फंसे लोगो का रेस्क्यू जारी है। यहां पर करीब 25 से 35 लोग टनल मे फंसे है जिनको बचाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
प्रभावित क्षेत्रों में एसडीआरएफ के 100, एनडीआरएफ के 176, आईटीबीपी के 425 जवान एसएसबी की 1 टीम, आर्मी के 124 जवान, आर्मी की 02 मेडिकल टीम, स्वास्थ्य विभाग उत्तराखण्ड की 04 मेडिकल टीमें और फायर विभाग के 16 फायरमैन, लगाए गए हैं। राजस्व विभाग, पुलिस दूरसंचार और सिविल पुलिस के कार्मिक भी कार्यरत हैं। बीआरओ द्वारा 2 जेसीबी, 1 व्हील लोडर, 2 हाईड्रो एक्सकेवेटर, आदि मशीनें लगाई गई हैं।
स्टैंडबाई के तौर पर आईबीपी के 400, आर्मी के 220 जवान, स्वास्थ्य विभाग की 4 मेडिकल टीमें और फायर विभाग के 39 फायरमैन रखे गए हैं। आर्मी के 03 हेलीकाप्टर जोशीमठ में रखे गए हैं।
आपदा प्रभावित क्षेत्र के साथ ही अलकनन्दा नदी तटों पर जिला प्रशासन की टीम लापता लोगों की खोजबीन में जुटी हैं।

प्रभावित गांवों को भेजी जा रही है राशन और जरूरी सामग्री

आपदा में सडक संपर्क टूटने से सीमांत क्षेत्र के 13 गांवों के 360 परिवार प्रभावित हुए है। सडक संपर्क से कटे इन गांवो मे हैली से राशन किट, मेडिकल टीम सहित रोजमर्रा का सामन लगातार भेजा जा रहा है। गांवों मे फसे लोगो को राशन किट के साथ 5 किलो चावल, 5 किग्रा आटा, चीनी, दाल, तेल, नमक, मसाले, चायपत्ती, साबुन, मिल्क पाउडर, मोमबत्ती, माचिस आदि राहत सामग्री भेजी जा रही हैं।

प्रभावित गांवों में बिजली और पेयजल आपूर्ति

पैंग और मुराडा को छोडकर बाकी सभी 11 गांवो मे विद्युत व्यवस्था सुचारू कर दी गई है। पैंग व मुरंडा मे सोलर लाइट भेजी गई है। उरेडा द्वारा 100 सोलर लाईटों से वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। आपदा से 11 गांवों में पेयजल लाईनें प्रभावित हो गई थीं। इनमें से 10 गांवों में पेयजल आपूर्ति बहाल कर दी गई है। शेष 1 में काम चल रहा है।

ट्राली से वैकल्पिक व्यवस्था

तपोवन, रैणी, जुआग्वाड मे आवाजाही के लिए ट्राली व वैली ब्रिज से वैकल्पिक व्यवस्था बनायी जा रही है।

एम्स ऋषिकेश:चिकित्सकों ने -दो युवक व एक बच्चे का किया एवीएसडी की सफल हार्ट सर्जरी ।

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश के सीटीवीएस विभाग के चिकित्सक इन दिनों छोटे बच्चों व युवाओं के दिल के जटिल ऑपरेशन सफलतापूर्वक अंजाम दे रहे हैं। विभाग में ए.वी.एस.डी नामक गंभीर बीमारी से ग्रसित तीन मरीजों की सफल सर्जरी पर एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने चिकित्सकों व सहयोगी टीम की प्रशंसा की और उन्हें मरीजों की सेवा और बेहतर ढंग से करने के लिए प्रोत्साहित किया। एम्स ऋषिकेश में सहारनपुर, उत्तरप्रदेश निवासी 20 वर्षीय युवक जो कि 20 साल से दिल की जन्मजात गंभीर बीमारी ए.वी.एस.डी से जूझ रहा था, उक्त मरीज की ए.वी.एस.डी नामक बीमारी का एम्स के सीटीवीएस विभाग में सफलतापूर्वक हार्ट सर्जरी की गई। इस जटिल शल्य चिकित्सा को अंजाम देने वाले पीडियाट्रिक कार्डियक सर्जन डा. अनीश गुप्ता ने बताया ​कि इस 20 वर्षीय युवक के दिल में छेद होने के साथ ही दो वाल्व लीक कर रहे थे, इसकी वजह इन वाल्व का जन्म से ही पूर्णरूप से विकसित नहीं होना था। इस ऑपरेशन में हार्ट के ब्लॉक होने एवं पेसमेकर डालने का भी खतरा होता है। मगर डा. अनीश ने चिकित्सकीय टीम के सहयोग से इस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। इससे कुछ समय पूर्व पीडियाट्रिक कार्डियक सर्जन डा. अनीश हरिद्वार निवासी एक अन्य 20 वर्षीय युवक और हल्द्वानी के एक 4 साल के बच्चे का भी ए.वी.एस.डी का सफल ऑपरेशन कर चुके हैं। निदेशक एम्स ने इस जटिल सर्जरी के लिए चिकित्सकीय टीम की सराहना की है,इस टीम में काॅर्डियक एनिस्थीसिया के डा. अजेय मिश्रा व पीडियाट्रिक काॅर्डियोलॉजिस्ट डा. यश श्रीवास्तव थे। ———————————

                                                                                                                                                                                                          

मेरु सपन्यू मेरो लक्ष्य कार्यक्रम में 25 बालिकाओं को प्रशस्ति पत्र व किशोरीकिट वितरित किए गये

पौड़ी में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ‘‘ योजनान्तर्गत बालिकाओं को प्रोत्साहित करने हेतु ‘मेरु सुपन्यू मेरो लक्ष्य‘ कार्यक्रम आज विकास भवन सभागार पौड़ी में मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। मुख्य विकास अधिकारी ने बालिकाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि महिलाओं के लिए जो योजनाएं चलाई जा रही हैं, वे उनका लाभ लें और साथ ही अन्य लोगों को भी इसके प्रति

जागरूक करें। कहा कि बालिकाओं को एक ही लक्ष्य के प्रति फोकस करना चाहिए, जिससे कि वे लक्ष्य को हांसिल कर सके। कहा कि लक्ष्य को हांसिल करने के लिए मेहनत जरूरी है। सरकार द्वारा बालिकाओं के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही हैं। कहा कि इन योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ लें। उन्होंने कार्यक्रम में 25 बालिकाओं को प्रशस्ति पत्र व किशोरी किट देकर सम्मानित भी किया।उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि हर विकासखंड में यह कार्यक्रम आयोजित करना सुनिश्चित करें । अपर जिलाधिकारी डॉ. एस.के. बरनवाल ने कहा कि सफलता के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना जरूरी है, जिससे उन्हें हर क्षेत्र की जानकारी प्राप्त होगी और वह अपना लक्ष्य को पूरा कर सकेंगे। कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए पूरी तैयारी के साथ परीक्षा में भाग लेना चाहिए।समाज कल्याण अधिकारी ने कहा कि किसी भी क्षेत्र में जाने के लिए सोच एवं अनुभव का होना जरूरी है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अधिवक्ता विनोद कुमार ने बालिकाओं को विभिन्न एक्टों की जानकारी दी। साथ ही उन्होंने पोक्सों एक्ट के बारे भी बताया। उन्होंने कहा कि समाज मे विभिन्न अपराधों से बालिकाओं को सचेत रहना होगा। कहा कि कुछ ऐसी घटना घटती है तो उसकी सूचना अपने परिजनों को दे। साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा हेल्थ सम्बंधित जानकारी विस्तार से दी गई। बाल विकास विभाग द्वारा बालिकाओं को प्रशस्ति पत्र व किशोरी किट वितरण किये गए।

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