
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एव गोरक्ष पीठ के पीठाधीश्वर योगी आदित्य नाथ योगी के पिता 89 वर्षीय श्री आनन्दसिंह बिष्ट की मृत्यु की सूचना पाकर ग्राम सभा सीला में शोक की लहर फैल गयी ।
जनपद पौड़ी गढवाल की तहसील यमकेश्वर की ग्राम सभा सीला के पंचूर गांव निवासी एव गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय के संस्थापक पूर्व रेंज अधिकारी श्री आनन्दसिंह बिष्ट का आज सुबह दिल्ली एम्स में निधन होने की सूचना पर ग्राम सीला में शोक की लहर दौड़ गयी।
ग्राम प्रधान उर्मिला बडोला ने उनकी मृत्यु पर शोक प्रकट करते हुए इसे ग्रामसभा व क्षेत्र की क्षति बताया।
राज्यस्तरीय मान्यता प्राप्त पत्रकार व राज्य आन्दोलनकारी व प्रेसक्लब मुनिकीरेती के अध्यक्ष नागेन्द्रप्रसाद रतूड़ी ने कहा कि यह समाचार स्तब्ध कर देने वाला हैं। स्व. बिष्ट मुख्यमंत्री उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री के पिता तो थे ही,उन्होंने उच्च शिक्षा से वंचित इस यमकेश्वर क्षेत्र में गुरुगोरखनाथ महाविद्यालय खोल कर यहां के नौनिहालों को उच्चशिक्षा का अवसर भी उपलब्ध कराया।जो कि अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।उन्होंने आगे कहा कि योगी आदित्यनाथ के पिता होना अपने आप में ही बहुत बड़े गर्व की बात है और उसपर भी जब बेटा उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री हो तो अभिमान आना स्वाभाविक है,परन्तु श्री बिष्ट में यह प्रवृत्ति जरा भी नही पनपी ।वे वैसे ही मधुर भाषी व सरल स्वभाव के रहे जैसे पहले थे।
स्टेट प्रेसक्लब उत्तराखण्ड के अध्यक्ष व यमकेश्वर कस्याली निवासी श्री विश्वजीत नेगी ने योगी आदित्य नाथ के पिता की मृत्यु पर शोक प्रकट करते हुए कहा है कि उनकी मृत्यु से क्षेत्र की अपूरणीय क्षति हुईहै।
सक्षम के जिलाध्यक्ष व गुरुकुल पब्लिक स्कूल के संस्थापक कपिल रतूड़ी ने उन्हें श्रद्धांजली देते हुए कहा कि विनम्र स्वभाव के श्री बिष्ट का उनके प्रति बहुत स्नेह था। वे उनके विद्यालय के कार्यक्रर्मों में सम्मिलित होने के लिए समय निकाल लिया करते थे।रतूड़ी ने मांग की कि ठांगर -पंचूर -गाजसेरा मार्ग को उनके नाम से जाना जाय।
श्री बिष्ट का पार्थिव शरीर आज दिल्ली से उनके घर पहुँचेगा।उनका अंतिम संस्कार गंगा तट पर हरिद्वार में होगा।
