डेंगू निरोधात्मक उपाय सुनिश्चित करें जिलाधिकारी : सचिव अमित नेगी#डेंगू के लिए हेल्पलाईन 104पढिए Janswar.com में।

  • डेंगू निरोधात्मक उपाय सुनिश्चित करें जिलाधिकारी : सचिव अमित नेगी
  • क्वारेंटाईन सेंटरों और कोविड केयर सेंटरों के आसपास जलभराव न हो।
  • जन-जागरूकता पर विशेष ध्यान दिया जाए।
  • सचिव, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्री अमित सिंह नेगी ने डेंगू की रोकथाम के लिए जिलाधिकारियों, विभागाध्यक्षों, नगर आयुक्तों को निर्देश जारी किए।

कोविद -19 के साथ ही डेंगू की रोकथाम के लिए भी प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग द्वारा आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं। सचिव श्री अमित सिंह नेगी ने सभी जिला प्राधिकरणों को डेंगू निरोधात्मक गतिविधियों का संचालन करने के निर्देश दिए हैं। जिला प्राधिकरणों को जारी निर्देशो में यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि को विभाजित -19 के नियंत्रण के लिए बनाए गए क्वारेंटाईन फैसिलिटी और कोविड कैर सेंटरों में जलभराव की समस्या न हो। इसी प्रकार जिला चिकित्सालयों और अन्य चिकित्सा इकाइयों में भी पानी इकट्ठा नहीं हो रहा है। यहां जलभराव की समस्या को दूर करने के लिए पीआरडी के कार्मिकों / स्वयंसेवकों को तैनात किया जा सकता है। जिन स्थानों पर भी पानी की निकासी अवरुद्ध रहती है, वहां समस्या का निराकरण समय से कर लिया जाएगा। जन जागरूकता व जनसहभागिता के लिए आई ० ई ० सी ० संसाधनों का समुचित व समयंतर्गत उपयोग हो। स्वास्थ्य विभाग के साथ अन्य विभागों जैसे नगर निगम, शिक्षा विभाग, ग्राम्य और शहरी विकास, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, लोक निर्माण, जल संस्थान, जल निगम आदि में अंतर्विभागीय समन्वय किया जाएगा। सभी जिलाधिकारी, डेंगू की रोकथाम के लिए किए जा रहे कार्यों की नियमित रूप से समीक्षा भी करें।

डेंगू की रोकथाम के लिए ब्लॉकवार माइक्रो प्लान

डेंगू रोग पर रोकथाम और नियंत्रण के लिए ब्लाक वार, माइकारे प्लान मेकर कार्यवाही की जाएगी। जनपदों के चिकित्सालयों (जिला / उदय व मेडिकल कालेज) में भारत सरकार की गाईडलाइन के अनुसार आवश्यक कार्यवाही जैसे पृथक डेंगू आईसोलेशन वार्ड तैयार कर मच्छरदानी युक्त पर्याप्त बेड की उपलब्धता, स्टेंडर्ड केस मैनेजमेंट आदि आदि किए गए होंगे और डेंगू आइसोलेशन वार्ड के लिए नोडल अधिकारी नामित हो गया।

प्लेटलेट्स की उपलब्धता सुनिश्चित हो

डेंगू पीड़ित गंभीर रोगियों के लिए प्लेटलेट्स की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। डेंगू जांच केंद्र में समय से आवश्यक सामग्री जैसे एलिसा जांच किट व अन्य जांच सामग्री की उपलब्धता अवश्य हो। डेंगू रोगियों की प्रारंभिक अवस्था में पहचान के लिए फीवर डेवलपर किया जाए, लक्षणों के आधार पर डेंगू रोग की आशंका होने पर जांच की जानी चाहिए। डेंगू रोगी मिली जाने की स्थिति में रोगी के घर के आस-पास लगभग 50 घरों की परिधि में आवश्यक रूप से अंतरिक्ष / फंगल स्प्रे प्रदान करने के साथ-साथ जनपदीय आर 0 आर 0 टी 0 द्वारा क्षेत्र में सघन फीवर सेवाओंलेन्स और लार्वा निरोधात्मक कार्यवाहियों (स्रोत रिडक्शन) किए जाते हैं। । स्वास्थ्य विभाग व आई 0 एम 0 ए 0 अधिकारियों / निजी चिकित्सालयों / पैथोलॉजी बिलों के मध्य समन्वय बैठक की जाए ताकि आमजन में डेंगू रोग के प्रति व्याप्त भ्रान्ति / भय को दूर किया जा सके। किसी भी प्रकार की आकस्मिक / आपातकालीन आवश्यकता के दृष्टिगत जनपद स्तर पर जिला कार्ययोजना में भी डेंगू के लिए अतिरिक्त बजट का प्रावधान होना चाहिए।

डेंगू के लिए हेल्पलाइन 104

आमजन को डेंगू संबंधीधी जागरूकता और समुचित जानकारी प्रदान करने के लिए राज्य मुख्यालय पर एकीकृत हेल्पलाइन क्रियाशील है जिसका टोल फ्री नं 104 है। इसी प्रकार जनपद स्तर पर डेंगू के संक्रमण काल ​​(महीने जून से नवंबर तक) के दौरान कन्ट्रोल रूम स्थापित कर उक्त पृष्ठ न ० से राज्य एन ० वी ० बी ० बी ० डी ० सी ० पी ० पी ० यूनिट को अवगत कराया जाए।

नगर क्षेत्रों में पार्शदों के सहयोग से साफ-सफाई हो

सचिव श्री अमित सिंह नेगी ने सभी नगर निगमों के नगर आयुक्तों और नगर पालिका परिषद व नगर पंचायतों के अधिशासी अधिकारियों को नगर क्षेत्रों में जन सहयोग से डेंगू की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। नगर निगमों द्वारा स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा ताकि डेंगू रोग के मच्छरों को पनपने से रोका जा सके। सभी पार्शदों के सहयोग से लोगों को जागरूक किया जाए और साफ-सफाई की निगरानी की जाए। निगम और नगर पंचायतों में ऐसे क्षेत्रों को चिन्हित किया जाए जहां मच्छर पनपने का खतरा बना रहता है। शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ परिसीमंत उप नगरीय क्षेत्रों में डेंगू निरोधात्मक गतिविधियों जैसे स्रोत रिडक्शन (डेंगू मच्छर के पैदा होने के स्थान को नष्ट करना), फागिंग आदि कार्य सुनिश्चित किए जाएं।

ऑफ़लाइन श्रेणियों में डेंगू से बचाव की जानकारी दी जाए

सचिव श्री नेगी ने शिक्षा विभाग से भी अपेक्षा की है कि छात्रों को ऑफ़लाइन श्रेणियों के माध्यम से डेंगू रोग से बचाव के लिए किए गए प्रयास किए जाएंगे। अभिभावकों को भी जागरूक किया जाना चाहिए। सभी विभागाध्यक्षों को भी निर्देशित किया गया है कि राजकीय कक्ष में नियमित रूप से परिसर में साफ सफाई की जाए। पानी की टंकियों को ढक कर रखा जाए। परिसर में कहीं भी जलभराव की समस्या न हो।

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