टीकाकरण कार्यक्रम की पहली वर्षगांठ पर कोविड-19 वैक्सीन पर स्मारक डाक टिकट जारी किया।# भारतीय नौसेना ने रूसी नौसेना के साथ पैसेज अभ्यास (पासेक्स) किया।-Janswar.com

-अरुणाभ रतूड़ी

डॉ. मनसुख मंडाविया ने भारत के राष्ट्रीय कोविड टीकाकरण कार्यक्रम की पहली वर्षगांठ पर कोविड-19 वैक्सीन पर स्मारक डाक टिकट जारी किया

‘जन भागीदारी’ की भावना के साथ दुनिया के सबसे बड़े और सबसे सफल टीकाकरण अभियान ने अपना एक साल पूरा किया

“जैसा कि प्रधानमंत्री की सोच है, हमारा टीकाकरण अभियान इस बात का एक उदाहरण है कि यदि नागरिक जन भागीदारी की भावना से एकजुट हो जाते हैं तो भारत कुछ भी हासिल कर सकता है; यह आत्म-निर्भर भारत का एक उल्लेखनीय उदाहरण है: डॉ. मनसुख मंडाविया

भारत का टीकाकरण कार्यक्रम अनुसंधान और विकास से लेकर सफल कार्यान्वयन तक “वसुधैव कुटुम्बकम”के दर्शन से प्रेरित वैश्विक समुदाय के लिए एक आदर्श है।

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने आज भारत के राष्ट्रीय कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम की पहली वर्षगांठ के अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार और केंद्रीय संचार राज्य मंत्री श्री देवुसिंह चौहान के साथ कोविड-19 वैक्सीन पर एक स्मारक डाक टिकट जारी किया।

स्मारक डाक टिकट के डिज़ाइन में एक स्वास्थ्य कार्यकर्ता को कोविड-19 वैक्सीन के साथ एक वरिष्ठ नागरिक को टीका लगाते हुए दिखाया गया है, इसमें ‘कोवैक्सीन’ शीशी की छवि भी है। यह डाक टिकट देश भर में हमारे अग्रिम मोर्चे के स्वास्थ्यकर्मियों और वैज्ञानिक समुदाय द्वारा लोगों को कोविड महामारी से बचाने के लिए किए गए उल्लेखनीय कार्य को दर्शाता है।

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स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने इस अवसर पर कहा कि यह हमारे लिए एक ऐतिहासिक अवसर है क्योंकि दुनिया के सबसे बड़े कोविडटीकाकरण कार्यक्रम के आज एक वर्ष पूरा होने पर डाक टिकट जारी किया जा रहा है, जिसे पिछले साल भारत में 16 जनवरी, 2021 को शुरू किया गया था। एक वर्ष की अवधि के भीतर, 156 करोड़ से अधिक कोविडटीके लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि हमारा टीकाकरण कार्यक्रम असल में वैश्विक समुदाय के लिए एक आदर्श है। जन भागीदारी के कारण ही भारत यह उपलब्धि हासिल कर सका। उन्होंने सभी स्वास्थ्य देख-रेख पेशेवरों, वैज्ञानिक समुदाय, वैक्सीन निर्माताओं और सभी लोगों को कोविड महामारी से लड़ने में उनकी अथक मेहनत और समर्पण के लिए धन्यवाद दिया।

कोविड-19 के खिलाफ हमारी सामूहिक लड़ाई में सभी हितधारकों के उल्लेखनीय प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पूरा विश्व समुदाय कोविड महामारी से लड़ने में हमारे प्रयासों से हैरान है। उन्होंने कहा कि देश में जनसंख्या का उच्च घनत्व होने के बावजूद, हम कोविड-19 वैक्सीन के 156 करोड़ से अधिक खुराक देने में सक्षम रहे हैं। श्री मंडाविया ने कहा कि भारत ने इस यात्रा के दौरान आई विभिन्न चुनौतियों का सामना किया है लेकिन यह 135 करोड़ से अधिक लोगों के संकल्प और समर्पण से संभव हो पाया कि हम हर चुनौती से निपट सके। इसका श्रेय हमारे स्वदेशी अनुसंधान एवं विकास और टीकों का सुव्यवस्थित उत्पादन तथा वितरण में लगे लोगों को जाता है।

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भारतीय नौसेना ने रूसी नौसेना के साथ पैसेज अभ्यास (पासेक्स) किया।

भारतीय नौसेना के स्वदेश में डिजाइन और निर्मित की गई गाइडेड (दिशानिर्देशित) मिसाइल विध्वंसक आईएनएस कोच्चि ने रूस की नौसेना के आरएफएस एडमिरल ट्रिब्यूट्स के साथ14 जनवरी 2022 को अरब सागर में पैसेज अभ्यास (पासेक्स) किया।इस अभ्यास ने दोनों नौसेनाओं के बीच सामंजस्य और आपसी क्रियाशीलता का प्रदर्शन किया। इसमें सामरिक कार्य-नीति, क्रॉस-डेक हेलीकॉप्टर परिचालन और पोत कौशल से संबंधित गतिविधियां शामिल थीं।

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