जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान ने आज सुबह जिला मुख्यालय स्थित आपदा परिचालन केंद्र का निरीक्षण किया। कार्यालय में अव्यवस्थित मैनेजमेंट, अव्यवस्थित पत्रावलियों को देखकर कार्मिको को कड़ी फटकार लगाई।WWW.JANSWAR.COM

अरुणाभ रतूड़ी 

जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान ने आज सुबह जिला मुख्यालय स्थित आपदा परिचालन केंद्र का निरीक्षण किया। कार्यालय में अव्यवस्थित मैनेजमेंट, अव्यवस्थित पत्रावलियों को देखकर कार्मिको को कड़ी फटकार लगाई। आपदा कंट्रोल रूम की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी सदर को जिम्मेदारी सौंपी। उन्होंने कंट्रोल रूम में तैनात कार्मिकों को सिस्टमैटिक तरीके से कार्य करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने आपदा के दौरान तहसील स्तर से पेयजल क्षति, विद्युत क्षति, व जान माल की क्षति से संबंधित सूचनाएं प्राप्त करते हुए इसका जिक्र शाय को जारी होने वाली रिपोर्ट में अनिवार्य रूप से करने के निर्देश दिये। उन्होंने जनपद क्षेत्र अंतर्गत चारधाम यात्रा मार्ग अवरुद्ध होने की स्थिति में वहां पर फंसे यात्रियों को फूड पैकेट व पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए संबंधित उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिए।


इसके उपरांत जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान श्रीनगर तहसील क्षेत्र अंतर्गत निरीक्षण के लिए पौड़ी मुख्यालय से रवाना हुए। इस दौरान पौड़ी-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर मल्ली गांव के निकट सड़क पर मलबा आने से थोड़ी देर के लिए बंद हो गया था। जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान की उपस्थिति में संबंधित विभाग द्वारा जेसीबी के माध्यम मार्ग को सुचारु किया गया। इसके उपरांत जिलाधिकारी ने श्रीनगर-रुद्रप्रयाग राष्ट्रीय राजमार्ग पर श्रीनगर, श्रीकोट, फरासु, चमधार, डूंगरीपंथ, धारी देवी व सिरोबगड में स्थलीय निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। सिरोबगड़ में मार्ग अवरूद्ध होने पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग श्रीनगर को मार्ग सुचारु करने के निर्देश दिये। उन्होंने उपजिलाधिकारी को निर्देशित किया कि जिन स्थानों पर मार्ग अवरूद्ध होता है वहां पैदल आवाजाही पूर्ण रूप से बंद रखें।


इस दौरान उपजिलाधिकारी श्रीनगर अजयवीर सिंह, अधिशासी अभियंता एन.एच. निर्भय सिंह, तहसीलदार हरीश जोशी सहित संबंधित अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।