जरूरत पड़ी तो राज्य हित में सरकार कठोर फैसले लेने से पीछे नहीं हटेगी #मुख्य सचिव डा.संधु ने कौशल विकास विभाग की समीक्षा की www.janswar.com

अरुणाभ रतूड़ी

जरूरत पड़ी तो राज्य हित में सरकार कठोर फैसले लेने से पीछे नहीं हटेगी

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने स्पष्ट किया कि जहाँ भी राज्यहित या जनहित में जरूरत पड़ी तो सरकार कठोर फैसले लेने से पीछे नही हटेगी। सरकार द्वारा उत्तराखण्ड को प्रत्येक क्षेत्र में शिखर पर ले जाने के लिए आगामी 10 वर्षों का रोडमैप बना दिया गया है। लेकिन यह विकास ईकोलॉजी और ईकोनॉमी के बीच संतुलन पर आधारित होगा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में एक नई कार्य-संस्कृति और कार्य-व्यवहार आया है। जनहित में केन्द्र तथा राज्यों में त्वरित निर्णय लिए जा रहे है। हमने भी उत्तराखण्ड को विश्व की आध्यात्मिक तथा सांस्कृतिक राजधानी के रूप में स्थापित करने का दृढ़ संकल्प लिया है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि आगामी केदारनाथ-बद्रीनाथ यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी केदारनाथ में केबिल कार, हेमकुण्ड साहिब के लिए रोपवे तथा माणा गांव के लिए जाने वाली टू लेन सड़कों सहित महत्वपूर्ण योजनाओं का शिलान्यास करेंगे।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को कुठालगेट, देहरादून स्थित एक निजी होटल में आयोजित “शिखर पर उत्तराखंड“ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमने व्यक्तिगत जीवन, राजनीतिक क्षेत्र से लेकर विकास की यात्रा में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, परंतु जो इन चुनौतियों को अवसर में बदलता है वही सफलता के मार्ग पर आगे बढ़ता है।
समस्याओं के समाधान हेतु संवाद जरूरी
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के विकास में आमजन के साथ संवाद एवं उनकी सहभागिता को जरूरी बताया, उन्होंने कहा संवाद के माध्यम से हमें लोगों की राय पता चलती है, जिससे हमे सही रास्ते में चलते की प्रेरणा मिलती है, उन्होंने कहा घर, परिवार, संगठन, पार्टी एवं जनता के बीच संवाद लगातार जारी रखना चाहिए, संवाद से ही जनता एवं सरकार के बीच की दूरी घटती है, जनता में सरकार के प्रति विश्वास पैदा होता है।

ऐतिहासिक रही चार धाम यात्रा
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कोरोना महामारी के बाद चली चारधाम यात्रा में अब तक 42 लाख से अधिक श्रद्धालु आ चुके हैं, उन्होंने केदारनाथ में हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने पर दुख जताते हुए कहा कि हमने इसके जांच के आदेश दिए हैं एवं आगे इस तरह की दुर्घटनाएं ना हो इसके लिए भी ठोस नीति बनाने को कहा है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संपूर्ण केदार घाटी का दिव्य एवं भव्य निर्माण कार्य चल रहा है साथ ही बद्रीनाथ धाम में भी मास्टर प्लान के अंतर्गत विभिन्न निर्माण कार्यों की शुरुआत हो गई है।

इकोनामी एवं इकोलॉजी पर संतुलन बनाकर चल रहा है उत्तराखंड
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारी सरकार विकास कार्यों के साथ ही पर्यावरण पर भी विशेष ध्यान दे रही है, उन्होंने कहां उत्तराखण्ड राज्य अपने वनों, बुग्यालों, ग्लेशियरों का संरक्षण करके राष्ट्र को महत्वपूर्ण इको सिस्टम सेवाएं उपलब्ध करा रहा है। उन्होंने कहा संपूर्ण हिमालय क्षेत्र में चल रही विकास योजनाओं के साथ ही पर्यावरण का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है, राज्य की नदियां, जल स्रोत, धारे, झरने जीवित रहें इसके लिए सरकार विभिन्न योजनाओं पर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा हम इकोलॉजी एवं इकोनामी पर संतुलन बनाकर कार्य कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हो रहा चौमुखी विकास
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार, उत्तराखण्ड के चहुंमुखी विकास के लिए समर्पित भाव से जुटी है। लोगों को योजनाओं का लाभ मिले और उनकी समस्याओं का समाधान हो, इसके लिए सरलीकरण, समाधान, निस्तारण और संतुष्टि पर खास तौर पर फोकस किया गया है, उन्होने कहा हम विकल्प रहित संकल्प के साथ उत्तराखंड को आने वाले सालों में सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने पर पूरे जोरों शोरों से कार्य कर रहे हैं, उन्होंने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी नेतृत्व में आज संपूर्ण राज्य के अंतर्गत सड़क मार्ग हवाई मार्ग रेल मार्ग पर तेजी से कार्य हो रहा है।

प्रत्येक उत्तराखंडी में देश सेवा का भाव
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड राज्य को सैनिक बहुल प्रदेश बताते हुए कहा कि यहां प्रत्येक परिवार से बेटा देश की सीमा पर अपनी सेवाएं दे रहा है, उन्होंने कहा उत्तराखंड राज्य के वीर जवान देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर करने के लिए हमेशा आगे रहते हैं, देश सेवा की भक्ति हर उत्तराखंड वासी में है।
इस अवसर पर स्वामी चिदानंद सरस्वती जी महाराज, पद्मश्री संतोष यादव, पद्मश्री बसंती देवी, सचिव श्री आर. मीनाक्षी सुंदरम, विनीता यादव, एवं अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।

***
मुख्य सचिव डा.संधु ने कौशल विकास विभाग की समीक्षा की

मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु की अध्यक्षता में सचिवालय में कौशल विकास विभाग की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुयी। बैठक के दौरान, मुख्य सचिव ने कहा कि गुणवत्तायुक्त कौशल विकास रोजगार की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इसके लिए बच्चों की रुचि के अनुरूप कौशल विकास किया जाए। उन्होंने इसके लिए कक्षा 6 से ही बच्चों के स्किल डेवेलपमेंट पर फोकस किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आईटीआई के प्रशिक्षक शुरुआत में अपने आसपास के स्कूलों में दौरे करें, सप्ताह में एक प्रशिक्षण कक्षा का आयोजन किया जाए। बच्चों की रुचि जानने की कोशिश की जाए ताकि उसके अनुरूप बच्चों को प्रशिक्षण प्रदान किया जा सके।

मुख्य सचिव ने राजकीय प्रौद्योगिकी संस्थानों में वर्तमान एवं भविष्य की आवश्यकता के अनुसार लगातार कोर्स अपडेट किए जाने एवं मॉडर्न तकनीकों के प्रयोग किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षकों को भी नई तकनीक से लगातार अपडेट रहने की आवश्यकता है, इसके लिए प्रशिक्षकों का भी प्रशिक्षण कराया जाना चाहिए। साथ ही, नए ट्रेड्स को भी शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चे ऑनलाइन किसी भी तकनीक की जानकारी ले सकें इसके लिए एक डिजिटल लाईब्रेरी की व्यवस्था की जाए।

मुख्य सचिव ने कहा कि अपनी योजनाओं में इंडस्ट्रीज को शामिल करते हुए सीधे बच्चों को इंडस्ट्रीज में ही प्रशिक्षण उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था की जाए। इसके लिए औद्योगिक संस्थानों से एग्रीमेंट किया जा सकता है। प्रशिक्षण संस्थानों में नए एवं आधुनिक उपकरणों के माध्यम से ट्रेनिंग उपलब्ध कराई जानी चाहिए। इसके लिए आईटीआई लैब का आधुनिकीकरण किया जाए।

बैठक के दौरान सचिव कौशल विकास श्री विजय कुमार यादव ने बताया कि प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण सुनिश्चित किए जाने हेतु 24 आईटीआई का वर्ल्ड बैंक प्रोजेक्ट के माध्यम से अपग्रेडेशन कार्य चल रहा है। इसके अंतर्गत स्मार्ट क्लासरूम/वर्कशॉप, ग्रीन और स्मार्ट कैंपस सहित इंटरनेट सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। उन्होंने कहा कि 8 आईटीआई को STRIVE (CS) स्कीम के तहत उद्योगों के साथ पार्टनरशिप में गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्रदान करने पर फोकस किया जा रहा है। 22 आईटीआई का नाबार्ड के सहयोग से अपग्रेडेशन किया जा रहा है।

इस अवसर पर कौशल विकास विभाग के अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे।