द्वारा -अरुणाभ रतूड़ी
कोविड-19 टीकाकरण हेतु किए जाएं पुख्ता इंतजामः मुख्यमंत्री
बेहतर तालमेल से मिलेंगे अच्छे परिणाम
12 जनवरी को प्रदेशभर में आयोजित किया जाएगा ड्राई रनः मुख्य सचिव
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कोविड-19 के टीकाकरण हेतु पुख्ता इंतजाम किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में अधिकारियों एवं स्वास्थ्य विभाग ने कोविड टीकाकरण की दृष्टि से अच्छी तैयारी की है। जो कार्य लगन, धैर्य एवं विश्वास से किया जाता है, उसमें सफलता जरूर मिलती है। मुख्यमंत्री ने कोविड-19 टीकाकरण की तैयारियों हेतु जिलाधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात की। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में जल्द टीकाकरण की शुरूआत होने की संभावना है। जिस तरह से इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम और अधिकारियों द्वारा पूर्वाभ्यास कराये गये हैं, इसके परिणाम अच्छे होंगे।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि बेहतर तालमेल के साथ कार्य करने के अच्छे परिणाम मिलते हैं। उन्होंने कहा कि टीकाकरण के लिए किसी के मन में भ्रांतियां न रहे, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। इसके लिए विभिन्न सामाजिक संगठनों, व्यापारी मण्डलों एवं समाज के बुद्धिजीवी वर्गों के साथ बैठकें आयोजित की जाएं। जिलों में मुख्य चिकित्साधिकारियों द्वारा कोविड टीकाकरण के बारे में जानकारी दी जाए एवं इसके लिए व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जाए।
मुख्य सचिव श्री ओमप्रकाश ने निर्देश दिए कि 12 जनवरी को प्रदेश कि सभी टीकाकरण स्थलों में ड्राई रन आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी जनपद अपने सभी सेशन साइट्स में ड्राई रन आयोजित कराए जाने हेतु सभी तैयारियां सुनिश्चित कर लें। सेशन साइट्स में ड्यूटी चार्ट्स अवश्य लगाएं जाएं, ताकि टीकाकरण अभियान में लगे सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को अपने कार्यों और टाईमिंग की जानकारी रहे। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार के रिएक्शन की स्थिति से निपटने के लिए सभी सेशन साइट्स पर ब्लॉक कंट्रोल रूम, डिस्ट्रिक्ट कंट्रोल रूम, पी.एच.सी. एवं सी.एच.सी. इंचार्ज-डॉक्टर का नाम और कॉन्टैक्ट नंबर जरूर प्रदर्शित किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि वैक्सीनेसन का डाटा ऑनलाईन या ऑफलाईन उसी दिन पोर्टल पर अपलोड किया जाना सुनिश्चित किया जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि सेशन साइट्स में मास्क और सेनिटाइजर की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लिए 140 और एम्बुलेंस की व्यवस्था कर ली गई हैं, जो शीघ्र ही जनपदों को भेजी जाएंगी। उन्होंने कहा कि सभी सेशन साइट के आसपास 108 और अन्य एम्बुलेंस की व्यवस्था रखी जानी चाहिए ताकि आवश्यकता पड़ने पर एम्बुलेंस उपलब्ध रहें। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग, जो टीकाकरण स्थल पर अकेले नहीं आ सकते, उनके साथ आने वाले परिवार के सदस्य की उम्र 18 वर्ष से कम ना हो इसका भी ध्यान रखा जाना चाहिए। उन्होंने टीकाकरण की भ्रांतियों को दूर करने हेतु अखबार, सोशल मीडिया आदि के माध्यम से प्रचार प्रसार एवं समाज की बुद्धिजीवियों एवं गणमान्य लोगों के साथ बैठकें आयोजित करा कर इस टीकाकरण के प्रति जागरूकता फैलाए जाने पर बल दिया।
इस अवसर पर सचिव श्री अमित नेगी, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, महानिदेशक स्वास्थ्य श्रीमती अमिता उप्रेती सहित जनपदों से समस्त जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने डोईवाला विधानसभा क्षेत्र के निर्माण कार्यों के लिए91.19 लाख रुपये स्वीकृत किये ,लालढांग से पुनर्वासित निवासियों के लिए वन भूमि अनारक्षित का व तीन चीफ फार्मासिस्ट को प्रभारी अधिकारी फार्मेसी बनाने का अनुमोदन किया है।
देहरादून जिले के डोईवाला विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न दो निर्माण कार्यों के लिए 91.19 लाख की स्वीकृति दी गई है। पहले चरण में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 37.29 लाख की स्वीकृति दी है।
डोईवाला विधानसभा के ग्रामसभा भोपाल पानी के कड़ाईखाल व कालीमाटी को जोड़ने के लिए मार्ग व पुल के निर्माण और हर्रावाला रेलवे फीडर मार्ग में नाली निर्माण के लिए विस्तृत आगणन हेतु 53.90 लाख रुपए की प्रशासकीय, वित्तीय और व्यय की स्वीकृति दी गई है। इसमें से चालू वर्ष के लिए प्रति कार्य 0.10 लाख के हिसाब से 0.20 लाख की राशि जारी की गई है।
सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग
लालढांग से पुनर्वासित निवासियों के लिए वन भूमि अनारक्षित
कार्बेट टाईगर रिजर्व में स्थित ग्राम लालढांग से पुनर्वासित निवासियों के लिए वन भूमि को अनारक्षित किए जाने की मुख्यमंत्री ने स्वीकृति दे दी है। वन विभाग की ओर से नैनीताल जिले के कार्बेट टाईगर रिजर्व में स्थित ग्राम लालढांग से पुनर्वासित निवासियों के लिए तराई पश्चिम वन प्रभाग में कुल 184.846 हेक्टेयर वन भूमि को अनारक्षित किए जाने का प्रस्ताव भेजा था। इस पर मुख्यमंत्री ने इसका अनुमोदन दे दिया है।
तीन चीफ फार्मासिस्ट बने प्रभारी अधिकारी फार्मेसी प्रभारी
मुख्यमंत्री ने विभागीय मंत्री के रूप में प्रशासनिक विभाग फार्मासिस्ट संवर्ग में चीफ फार्मासिस्ट पद पर वरिष्ठता क्रम के अनुसार चंद सिंह कठायत, एससी जोशी और जीएस बसेड़ा की पदोन्नति आदेश पर स्वीकृति दे दी है।
——————————————————————–
एम्स ऋषिकेश ने संगोष्ठी कर कोविड टीकाकरण की जानकारी दी।
वैश्विक महामारी कोविड-19 के दूसरे चरण में इन दिनों सरकारी स्तर पर कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। भारत सरकार कोविड-19 के लिए टीकाकरण करने की उचित तैयारी में है, इसी के तहत अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश की ओर से रायवाला क्षेत्र में कम्युनिटी के बीच संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कम्युनिटी संवाद नामक संगोष्ठी में लोगों व संस्थान के चिकित्सकों के मध्य संवाद हुआ,जिसमें शिक्षकों, ग्राम पंचायत के सदस्यों व नागरिकों ने चिकित्सकों से सवाल पूछे। मां आनंदमयी स्कूल रायवाला में एम्स ऋषिकेश द्वारा आयोजित कार्यक्रम में क्षेत्र के ग्राम प्रधान व अन्य प्रतिनिधियों के साथ साथ आम नागरिकों ने एम्स संस्थान के चिकित्सकों से कोविड19 एवं कोरोना वायरस की रोकथाम को जल्द शुरू होने वाले टीकाकरण अभियान से जुड़े प्रश्नों को पूछा व उनकी शंकाओं का समाधान किया गया।
एम्स ऋषिकेश के द्वारा जनजागरुकता के लिए गठित कोविड-19 कम्युनिटी टास्क फोर्स के नोडल ऑफिसर डॉ. संतोष कुमार एवं उनकी टीम के सदस्यों ने संगोष्ठी में शिरकत कर रहे क्षेत्रवासियों, स्कूली बच्चों, शिक्षकों को कोविड19 वायरस के संक्रमण व इसके बचाव के जरुरी उपायों के साथ साथ कोविड19 की रोकथाम को लेकर शीघ्र शुरू होने वाले टीकाकरण अभियान की जानकारी दी। कार्यक्रम के तहत प्रश्नकाल में स्थानीय नागरिकों ने मुख्यरूप से कोरोना वायरस टीकाकरण के संबंध में सवाल पूछे। उनका प्रश्न था कि कोरोना वायरस सुरक्षा के लिए सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों को टीकाकरण क्यों दिया जा रहा है, हैल्थ केयर वर्करों के साथ साथ आम जनता को भी पहले चरण में ही टीके क्यों नहीं लगाए जा रहे हैं। साथ ही नागरिकों की जिज्ञासा थी कि क्या यह टीका 18 साल से नीचे की आयुवर्ग के बच्चों व किशोरों को भी लगाया जाएगा।
संस्थान के चिकित्सकों ने उन्हें बताया कि कोविड की वैक्सीन भारत सरकार द्वारा सबसे पहले उन लोगों को दी जा रही है जो लोग कोविड-19 से सीधेतौर पर प्रभावित हो रहे हैं, जिसके तहत प्रथम चरण में हैल्थकेयर वर्करों यानि फ्रंटलाइन वर्करों को कोविड टीकाकरण के लिए चुना गया। लिहाजा कोविड टीकाकरण से कोई भी व्यक्ति आशंकित नहीं हो। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण निपटने के बाद इसका दूसरा चरण शुरू किया जाएगा,जिसमें 50 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के नागरिकों का टीकाकरण होगा। इस अवसर पर मां आनंदमयी स्कूल के निदेशक अर्पित, एम्स संस्थान डा. भीमदत्त सेमवाल, डा. नवीन, हिमांशु, पंकज आदि मौजूद थे।