मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने निर्देश दिये हैं कि मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने वालों पर सख्त कार्यवाही की जाए। बिना मास्क के घूमने वालों पर जुर्माने की राशि को 200 रूपए से बढ़ाकर 500 रूपए किया जाए। रात्रि कर्फ़्यू को सख्ती से लागू किया जाए। शादियों में लोगों की अनुमन्य संख्या को 200 से घटाकर 100 किया जाए। मुख्यमंत्री बीजापुर हाउस में कोविड को लेकर शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगे जाकर स्थिति ज्यादा न बिगड़े, इसके लिए वर्तमान में लागू गाईडलाईन का अक्षरशः पालन करवाया जाना है। जो भी इसका उल्लंघन करे, उसके खिलाफ कार्यवाही में किसी प्रकार की ढ़िलाई न बरती जाए। राज्य के बोर्डरों पर आवश्यकतानुसार चेकपोस्ट स्थापित किए जाएं और बिना आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट के किसी को अनुमति न दी जाए। आगे की स्थिति का आंकलन करते हुए उसके अनुसार कोविड अस्पताल बनाए जाएं। अधिक से अधिक टेस्टिंग पर फोकस किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि कोविड के ईलाज के जरूरी दवाईयों की ब्लैकमार्केटिंग न हो। यदि कोई दवा विक्रेता इसमें लिप्त पाया जाए तो तत्काल लाईसेंस निरस्त करते हुए सख्त से सख्त कार्यवही की जाए। कोविड से संबंधित सभी जरूरी उपकरण सरकारी अस्पतालों में उपलब्घ होने चाहिए। दवाईयों की कीमतों पर भी नियंत्रण रखा जाए। जिन जिलों में ज्यादा मामले आ रहे हैं, वहां नोडल अधिकारी तैनात किये जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि फिलहाल चारधाम यात्रा और हेमकुण्ड साहिब की यात्रा पर आने वालों के लिए आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट जरूरी कर दी जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड के बढ़ते मामलों से प्रदेश की आर्थिकी को होने वाले नुकसान को किस प्रकार कम से कम किया जा सकता है, इसकी कार्ययोजना तत्काल बनाई जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वैक्सीनैशन अभियान में भी तेजी लाई जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि होम आइसोलेशन के लिए जरूरी प्रोटोकॉल का पूरा पालन करवाया जाए। होम आईसोलेशन वालों को जरूरी किट दी जाए और उनसे लगातार सम्पर्क रखा जाए। कोविड केयर सेंटरों को मजबूत किया जाए।
मुख्य सचिव श्री ओमप्रकाश ने कहा कि जनजागरूकता बहुत जरूरी है। किन-किन बातों का ध्यान रखा जाना है, इसके बारे में विभिन्न माध्यमों से लोगों को जानकारी दी जाए।
प्रभारी सचिव डॉ. पंकज पाण्डेय ने बताया कि हर जिले में कोविड केयर सेंटर और आईसीयू के बेड बढ़ाने पर काम किया जा रहा है। विशेष तौर पर देहरादून, हरिद्वार, हल्द्वानी में बेड की संख्या काफी बढ़ाई जा रही है। बड़े अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों को भी 100-100 बेड की अतिरिक्त क्षमता सृजित करने को कहा गया है। देहरादून, रूड़की व काशीपुर में तीन आक्सीजन जनरेशन प्लांट कार्यरत हैं। इनके अतिरिक्त आठ नए आक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाए गए हैं। आक्सीजन पर्याप्त उपलब्ध है। सारे आईसीयू सही तरीके से संचालित हैं। नए डाक्टरों की तैनाती हुई है। हर जिले को 20-20 डाक्टर मिल जाएंगे। इसके अतिरिक्त आवश्यकता होने पर मेडिकल छात्रों की सेवाएं प्रशिक्षण देकर ली जा सकती हैं।
बैठक में डीजीपी श्री अशोक कुमार, सचिव श्री अमित नेगी, श्री नितेश झा, श्री शैलेश बगोली, श्री एस ए मुरूगेशन, सूचना महानिदेशक श्री रणवीर सिंह चौहान सहित शासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे
जिला मजिस्ट्रेट गढ़वाल डा0 विजय कुमार जोगदण्डे ने आज जनपद के श्रीनगर बेस अस्पताल में कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम हेतु कार्य/तैयारी का जायजा लिया। श्रीनगर बाजार, क्षेत्र में साप्ताहित रविवार कफ्र्यू के निरीक्षण के उपरान्त बेस अस्पताल पहुंचे। उन्होने अस्पताल के वार्ड आदि का समुचित निरीक्षण करते हुए उपस्थित डाक्टरों से मुहैया व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होने कहा कि कोविड की गाइड लाइन के दृष्टिगत आज जनपद में साप्ताहिक कफ्र्यू का अनुपालन कराया गया, जिसमे आम जनमानस ने भी पूर्ण सहयोग दिया है। कहा कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लोगों को सामाजिक दूरी का अनुपालन, मास्क तथा सेनेटाइजर का प्रयोग निरन्तर करना जरूरी है। जिससे आम जनमानस कोरोना महामारी से बच सके।
जिला मजिस्टेªट गढ़वाल डा0 जोगदण्डे ने बेस चिकित्सालय श्रीकोट में कोविड केयर सेंटर, आईसीयू वार्ड, निर्माणाधीन आईसीयू वार्ड, कोविड-19 वार रूम सहित अन्य कक्षों का निरीक्षण किया। इस दौरान उपस्थित अधिकारी/डाक्टर को निर्देशित किया कि अस्पताल में भर्ती तथा अन्य मरीजों का रजिस्टर व कोविड मरीजों के लिए बनाए गए पोर्टल को नियमित रूप से अपडेट करना सुनिश्चित करें। उन्होंने अस्पताल में आईसीयू बेड तथा निर्माणाधीन आईसीयू में कार्य पर नाराजगी जाहिर करते हुए कार्यदाई संस्था को निर्देशित किया कि 15 दिन के भीतर आईसीयू का कार्य पूर्ण करना सुनिश्चित करें। जिससे आने वाले समय में मरीजों के लिए परेशानियों का सामना न करना पड़े। साथ ही उन्होंने सीएमएस को निर्देशित किया कि कोविड-19 को देखते हुए अस्पताल में अधिकारियों का वार रूम बनाकर एक नोडल अधिकारी नामित करें। अस्पताल का निरीक्षण के दौरान सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि अस्पताल परिसर में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही अस्पताल में आईसीयू बेड का निरीक्षण के दौरान बेड में बढ़ोतरी लाने के निर्देश दिये। उन्होंने अस्पताल में उपलब्ध रोगियों के लिए मुहैया सुविधा की जानकारी ली जिस पर सीएमएस ने एम्बुलेंस पर्याप्त रूम में तैनात है। जिला मजिस्टेªट ने अस्पताल में कंट्रोल रूम स्थापित किया करने के निर्देश दिये। कहा कि इससे मरीजों व उनके परिजनों को समस्त जानकारी एक ही जगह पर मिल सकें। उन्होने तैनात सम्बन्धित अधिकारियों के नाम व फोन नम्बर डिस्प्ले करने के निर्देश भी दिए। साथ ही आईसीयू बेड की जानकारी हेतु डिस्प्ले पर चस्पा करने के निर्देश दिए। कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए जनपद में 03 कोविड डेडिकेटेड अस्पताल बनाये गए हैं। बेस अस्पताल श्रीनगर, बेस अस्पताल कोटद्वार तथा डीएच पौड़ी, जिसमें समुचित सुविधा मुहैया कराये गये है। जबकि पर्याप्त मात्रा में कोविड केयर सेन्टर बनाये गये है। आने वाले खतरों को दृष्टिगत रखते हुए जनपद में समुचित व्यवस्था चाक चैबंद की गई है।
इस अवसर पर उपजिलाधिकारी श्रीनगर रविन्द्र बिष्ट, सीएमएस डॉ. केपी सिंह, डॉ. अजय विक्रम सिंह सहित अन्य उपस्थित थे।