- सेवाहि संगठन पार्ट 2 कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने पौड़ी व अल्मोड़ा के कार्यकर्ताओं से किया वर्चुअली संवाद
- प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश में हुए चहुंमुखी विकास, नियंत्रित हुए कोरोना संक्रमण के हालात
मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने आज बीजापुर सेफ हाउस से कोविड की स्थितियों के बारे में वर्चुअली जानकारियां ली। इस मौके पर उन्होंने सेवाहि संगठन पार्ट 2 कार्यक्रम के अंतर्गत महामारी में मदद कर रहे पौड़ी व अल्मोड़ा के कार्यकर्ताओं व क्षेत्रवासियों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में प्रदेश में चहुंमुखी विकास हुआ है और कोरोना के हालात भी नियंत्रित हुए हैं।
अपने वर्चुअली संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड वैश्विक महामारी है। इसके खिलाफ सभी संगठित हो कर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में पिछले दिनों के अपेक्षा अब स्थिति काफी हद तक नियंत्रण में है। प्रदेश में चल रहे कोविड कर्फ्यू के साथ ही गाइड लाइन का भी लोगों ने पालन किया। इसी का नतीजा है कि आज हम बेहतर स्थिति में आए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में डेढ गुना से अधिक टेस्टिंग हो रही है ताकि बीमारी का समय रहते पता चल सके। इसके लिए शहरों से लेकर गांवों तक किसी को भी कोई परेशानी ना हो सरकार ने इसके लिए पूरी व्यवस्थाएं की हैं। गांवों में चिकित्सकीय टीमें काम कर रही हैं। वहां दवा से लेकर राशन तक की व्यवस्था की गई है। प्रयास रहेगा के प्रदेश में जिला अस्पताल से लेकर सीएचसी तक आक्सीजन प्लांट लगाए जाएं, ताकि कहीं भी आक्सीजन संबंधी दिक्कत ना हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 45 वर्ष से अधिक आयुवर्ग में अधिकांश का टीकाकरण किया जा चुका है। बच्चों की सुरक्षा के लिए भी प्रदेश में समुचित व्यवस्थाएं की गई हैं। किसी भी स्थिति में परेशानी वाली कोई बात नहीं है।
मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि अल्मोड़ा में इन ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना से अल्मोड़ा एवं उसके आसपास वाले जनपदों के लोगों को इससे फायदा होगा। हल्द्वानी स्थित सुशीला तिवारी अस्पताल में भी इससे वर्कलोड कम होगा। मुख्यमंत्री ने कहा की मेडिकल कॉलेजों एवं जिला अस्पतालों के बाद सीएचसी स्तर तक ऑक्सीजन प्लांट की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा की कोरोना की तीसरी लहर के दृष्टिगत सभी तैयारियां पहले से ही पूर्ण कर ली जाय। कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण के लिए राज्य सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उत्तराखंड में अन्य राज्यों की तुलना में औसतन अधिक टेस्टिंग हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जो निगरानी समितियां बनाई गई हैं, उनके द्वारा व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जाय। कोरोना टेस्टिंग और टीकाकरण के लिए लगातर जागरूकता अभियान चलाए जाय।
मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि राज्य में 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के अधिकांश लोगों का टीकाकरण हो चुका है। भारत सरकार से भी समय- समय पर राज्य को वैक्सीन उपलब्ध हो रही है।18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के टीकाकरण तेजी से हो इसके लिए अन्य देशों से भी वैक्सीन मंगाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा राशनकार्ड धारकों को अतिरिक्त खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा की जल्द ही अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में शैक्षणिक सत्र प्रारंभ हो इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
सांसद श्री अजय टम्टा ने कहा कि अल्मोड़ा में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट की स्थापना से अल्मोड़ा के अलावा बागेश्वर, चमोली, पिथौरागढ़ जनपदों के लोगों को भी फायदा होगा। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत का आभार व्यक्त किया।
महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास राज्य मंत्री एवं अल्मोड़ा जनपद की कोविड प्रभारी मंत्री श्रीमती रेखा आर्य ने कहा कि कोरोना से लड़ाई लड़ने के लिए हम एक कदम और आगे बढ़े हैं। स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतरी के लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सोमेश्वर में भी ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना का कार्य शुरु हो चुका है, जो जल्द पूर्ण हो जायेगा।
विधानसभा उपाध्यक्ष श्री रघुनाथ सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कुमाँऊ के पर्वतीय जिलों में यह पहला प्लांट है जो हमारे लिए गर्व की बात है। इन ऑक्सीजन प्लांट के बन जाने से कोरोना मरीजों के इलाज में राहत मिलेगी।
जिलाधिकारी अल्मोड़ा श्री नितिन भदौरिया ने कहा कि अल्मोड़ा में 20 बेड का आईसीयू वार्ड बनाया जा रहा है, जो एक सप्ताह में
तैयार हो जाएगा। जनपद के ग्रामीण इलाकों में जाकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीकाकरण किया जा रहा है।
इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से भाजपा के जिला अध्यक्ष श्री रवि रौतेला, सीडीओ श्री नवनीत पाण्डे, सीएमओ डॉ सविता ह्यांकी,प्राचार्य अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज डॉ आर जी नौटियाल आदि उपस्थित थे
गांव में पहुंचते ही जिलाधिकारी ने वहां मौजूद लोगों से बातचीत कर उनके स्वास्थ्य का हालचाल जानते हुए कहा कि सार्वजनिक स्थानों व भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में सामाजिक दूरी का अनुपालन, सेनेटाइजर, मास्क का उपयोग आवश्यक रूप से करें, ताकि कोविड संक्रमण का खतरा ना बना रहे। जिलाधिकारी ने ग्रामीण परिवारों को मा. मुख्यमंत्री कोविड मेडिकल किट तथा आइबर मैक्टिन किट वितरित कर उन्हें दवा खाने का तरीका भी बताया। इस दौरान गांव वापस लौटे प्रवासियों ने जिलाधिकारी के सम्मुख विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा गांव में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये जाते हैं तो गांव में ही रह कर स्वरोजगार अपनाकर अपनी आर्थिकी को मजबूत बनाएंगे। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि गांवों में कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य, पर्यटन आदि विभाग द्वारा कई योजनाएं संचालित की जा रही हैं तथा बेरोजगार युवाओं को ट्रेनिंग देकर स्वरोजगार से जोड़ा जा रहा है, ताकि वे स्वरोजगार को अपनाकर अपनी आर्थिकी को मजबूत बना सकें। कहा कि इससे गांवों में रोजगार के अवसर तो प्राप्त होंगे ही साथ ही पलायन पर भी रोक लग सकेगी।
जिलाधिकारी डॉ. जोगदण्डे विकासखंड कल्जीखाल के चोण्डली गांव पहुंचे, जहां उन्होंने काफी लंबे समय बाद कोविड संक्रमण काल में अपने घर वापस आए प्रवासियों से बातचीत कर सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाकर अपनी आर्थिकी को मजबूत करने की बात कही। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा स्वरोजगार हेतु विभिन्न विभागों के माध्यम से विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही है। गांव में कम लागत में कार्य करने में अच्छे परिणाम देखने को मिलते हैं, जो आय के बेहतर संशाधन बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि जो भी परिवार स्वरोजगार से जुड़ना चाहता है, उसके लिए जिला प्रशासन पूरी मदद करेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि गांव में कृषि हेतु सिंचाई के लिए भी पूरा प्रयास किया जाएगा, ताकि बंजर पड़ी खेती आबाद हो सके। कहा की गांव में पंचायत भवन व आंगनबाड़ी केंद्र का प्रस्ताव बनाकर जल्द कार्रवाई की जाएगी। साथ ही चोण्डली गांव में आने वाले मोटर मार्ग का प्रस्ताव बनाकर जल्द कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। आस पास क्षेत्रों में रह रहे ग्रामीणों को भी किसी भी प्रकार की समस्याओं का सामना नही करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि थानेश्वर महादेव की यात्रा हर वर्ष भव्य रूप से मनाएं, जिससे बाहर रह रहे लोग अपने गांव आते-जाते रहेंगे। इस दौरान अपने गांव लौटे प्रवासियों व अन्य लोगों ने जिलाधिकारी का धन्यवाद ज्ञापित किया।
डीपीआरओ एमएम खान ने गांव लौटे प्रवासियों से बातचीत में कहा कि जिला प्रशासन द्वारा जनपद के समस्त ग्राम पंचायतों में मा. मुख्यमंत्री कोविड मेडिकल किट व आइबर मेक्टिन किट उपलब्ध कराई जा रही है। कहा कि उस किट के अंदर दवाई खाने के तरीके का पर्चा की रखा गया है। उन्होंने ग्रामीणों को कहा कि संक्रमण से बचने के लिए गांव के आस-पास समय-समय पर स्वच्छता अभियान, सेनेटाइजर करवाते रहें।
कोविड काल मे अपने घर वापस लौटे जगदीश सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी जी के गांव में पहुंचने पर काफी खुशी हुई है और एक नया उत्साह जागा है। कहा कि काफी लंबे समय बात अपने गांव लौटे हैं, अब गांव में ही स्वरोजगार अपनाने का मन बना लिया है। उन्होंने कहा कि हम तीनों भाई व पूरा परिवार कोविड काल मे अपने घर लौटे जहां गांव में ही स्वरोजगार अपनाकर अपनी आर्थिकी मजबूत बनाना चाहते हैं। कहा कि गांव की विभिन्न समस्याओं हेतु जिलाधिकारी को अवगत कराया गया है, जिस पर जिलाधिकारी द्वारा सहयोग का भरोसा दिलाया गया है।
इस अवसर पर ग्राम प्रधान नरेंद्र सिंह नेगी, खंड विकास अधिकारी जय प्रकाश भारद्वाज, एबीडीओ हरेंद्र कोहली, उमेश चंद्र बहुगुणा, कमल आर्य, जगमोहन सिंह, मनमोहन सिंह अन्य उपस्थित थे।