-अरुणाभ रतूड़ी
- केन्द्र से 42 सड़क मार्गों/सेतु के लिए 615 करोङ 48 लाख रूपये की मिली स्वीकृति
- केन्द्रीय सड़क अवस्थापन निधि से हुई स्वीकृति
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का आभार व्यक्त किया
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में मीडिया से औपचारिक वार्ता करते हुए कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों से सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा केन्द्रीय सड़क अवस्थापन निधि (सी0आर0आई0एफ0) के अन्तर्गत 615.48 करोड़ रूपये 42 सड़क मार्ग / सेतुओं के प्रस्तावों को स्वीकृत कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड की जनता की ओर से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय सङक परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी का आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि केन्द्रीय सड़क निधि के अन्तर्गत राज्य गठन से वर्ष 2017 तक, 17 वर्षों में राज्य में 614.85 करोड़ रूपये के कार्यों की स्वीकृतियां भारत सरकार से प्राप्त हुई है। वर्तमान सरकार के कार्यालय में सी०आर०एफ० के अन्तर्गत विभिन्न कार्यों हेतु विगत वर्ष रू0 508.77 करोड़ की स्वीकृति के कार्य गतिमान है। इस प्रकार सी०आर०एफ० के अन्तर्गत वर्तमान सरकार के चार साल के कार्यालय में रू0 1124.25 करोड़ की स्वीकृतियां प्राप्त हो गयी है। भारत सरकार के इस अतुल्यनीय सहयोग से सड़क निर्माण/सेतु निर्माण के कार्य निर्वाध रूप से क्रियान्वित होगें तथा मार्ग आम जनमानस के आवागमन हेतु सुलभ एवं आरामदायक होगें। भारत सरकार के उक्त सहयोग से सड़क मार्गों में जाम की स्थिति में सुधार होगा तथा यातायात सुलभ एवं आरामदेय होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी प्रदेश की आर्थिक/सामाजिक उन्नति में आवागमन के साधनों की सुलभ उपलब्धता का अत्यधिक प्रभाव पड़ता है। उत्तराखण्ड राज्य में पर्वतीय भू-भाग के दृष्टिगत प्रदेश के नागरिकों के चहमुखी विकास में सड़क मार्गों की प्रासंगिकता अत्यन्त उपयोगी है। प्रदेश के विकास में सड़क मार्ग लाइफ लाइन का कार्य करते हैं। प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में विषम भौगोलिक परिस्थितियों तथा वर्ष में निर्माण हेतु समय की अल्प उपलब्धता के कारण सड़क एवं सेतुओं के निर्माण में आने वाली अत्यधिक लागत को देखते हुए भारत सरकार द्वारा राज्य सरकार को प्रदान की गयी सहायता प्रदेश के विकास में सहायक सिद्ध होगी।

इस अवसर पर केबिनेट मंत्री श्री अरविन्द पाण्डेय, श्री गणेश जोशी, श्री यतीश्वरानंद, विधायक श्री राजेश शुक्ला, श्री चंदनराम दास, श्री प्रणव चैंपियन, श्री उमेश शर्मा काऊ, श्री खजान दास, श्री शक्ति लाल शाह, भाजपा नेता श्री अनिल गोयल, श्री तरुण मित्तल, श्री अजेंद्र अजेय एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

प्रदेश के गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री स्वामी यतीश्वरानन्द की अध्यक्षता में विधानसभा स्थित सभा कक्ष में गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग के अन्तर्गत डोईवाला, किच्छा, नादेही, बाजपुर के चीनी मिलों के प्रबन्धकों तथा चीफ इंजिनियरों के साथ समीक्षा बैठक की।
पेराई सत्र 2021-22 की तैयारी को लेकर बैठक में मा0 मंत्री ने महत्वपूर्ण निर्देश दिये। सरकारी एवं सहकारी चीनी मिलों के प्रबन्धक, महाप्रबन्धक की बैठक में उन्होने कहा कि पेराई सत्र की तैयारी पूर्ण कर लें।
इस सम्बन्ध में उन्होने कहा कि चीनी मिलों को घाटे से बाहर निकालने के लिए हर संभव उपाय करें। सभी कार्य समय से पूर्ण करने और खर्चो में कमी लाने के निर्देश दिये। इसके साथ ही अच्छे कृषको को सम्मानित करने के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश भी दिये गये।
मा0 मंत्री ने चीनी मिलों में मैन पावर के कमी के सम्बन्ध में विभागीय अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की। उन्होने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि यदि मैन पावर की कमी है तो अवगत कराया जाय। इसके साथ ही उनके द्वारा चीनी मिलो को चलाने से 15 दिन पूर्व चीनी मिलों के मेन्टीनेन्स का कार्य पूर्ण किये जाने के निर्देश दिये। जिसमें विभागीय अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि चीनी मिलों का मेन्टीनेन्स का कार्य समय से पूर्ण कर संचालित किया जायेगा। मा0 मंत्री ने गन्ना किसानों के बकाया भुगतान के सम्बन्ध में तेजी लाने के निर्देश दिये।
बैठक में अधिशासी निदेशक रूची मोहन रायल, मुख्य अभियन्ता किच्छा डी0 सी0 पाण्डेय, आर.के. शर्मा, मुख्य रसायन विद वी0 एन0 शंखवार, महा प्रबन्धक बाजपुर चीनी मिल प्रकाश चन्द्र सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
