कुंजा बहादुरपुर ऐसा गांव है जिसके घर में आज की पीढ़ी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की वंशज है-उपराष्ट्रपति वेंकटा नायडू##सीएम हेल्पलाइन 1905 पर हुआ 11,175 शिकायतों का संतुष्टि के साथ समाधान।पढिए JaNswar.com में।

समाचार प्रस्तुति-नागेन्द्रप्रसाद रतूड़ी

कुंजा बहादुरपुर ऐसा गांव है जिसके घर में आज की पीढ़ी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की वंशज है-उपराष्ट्रपति वेंकटा नायडू

शहीद राजा विजय सिंह स्मारक एवं कन्या शिक्षा प्रसार समिति ग्राम कुंजा बहादुरपुर द्वारा आयोजित स्मृति दिवस कार्यकम में पहुंच आज महामहिम उप राष्ट्रपति श्री वैकंया नायडू ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी गांव के बलिदान को गौरवशााली बताया। उन्होंने कहा कि इस गांव के लोगों में देशभक्ति भरी है। ये ऐसा गांव है जिसके घर में आज की पीढ़ी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की वंशज है। हमें ऐसे महान देशभक्तों पर गर्व करना चाहिए। उन शहीदों का बलिदान ही आज हमें यहां तक लेकर आया है।
उन्होंने कहा कि राजा विजय सिंह के वीर सेनापति कल्याण सिंह का जिक्र किये बिना स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास अधूरा है। हमारी स्वतंत्रता के लिए उन शहीदों ने बलिदान दिया है। हमारे यहां आने का उद्देश्य यह ही है कि इन शहीदों के पराक्रम की गाथा सभी तक पहुंचे और युवा पीढ़ी को उनके जीवन से प्रेरणा मिले। उन्हांेने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार पहल करे कि उत्तराखण्ड कंुजा बहादुरपुर जैसी सभी शौर्य गाथाओं को भावी पीढ़ी को बताया जाये। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के मानव संसाधन मंत्रालय की ओर से भी यह पहल देशभर के वीरों के लिए की जानी चाहिए। भारत के ऐसे महान पुरूषों का जीवन परिचय कक्षा 12 तक के छात्रों के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाये। कुंजा बहादुरपुर के वीर शहीदों का जिक्र किये बिना भारत का इतिहास अधूरा है। उत्तराखण्ड के वीरों की बड़ी संख्या आज भी भारतीय सेना में है। उन्होंने मानव संसाधन विकास मंत्री, मुख्यमंत्री तथा समिति को इस गौरवशाली जगह पर बुलाने पर आभार व्यक्त किया।
राज्यपाल बेबी रानी मोर्य ने कहा कि उत्तराखण्ड की भूमि वीर भूमि है। 1857 की क्रांति से पहले ही आजादी की लड़ाई का बिगुल फूंकने वाले कुंजा बहादुरपुर गंाव के वीर शहीदों ने क्रांति की शुरूआत कर दी थी। मातृ भूमि की रक्षा के लिए सर्वस्व न्यौछावर करने वालों के गंाव बुलाने पर राज्यपाल ने समिति का आभार व्यक्त किया। भारत वर्ष को स्वतंत्र कराने के लिए जिन असख्य लोगों ने अपना बलिदान दिया है हम उनके सपनांे के भारत का निर्माण करे। इस  कार्यक्रम से लोगों में देश भक्ति की भावना जागृत होगी।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि हमारे लिए बहुत ही गर्व की बात है और हम गौरवान्वित होेते हैं यह सुनकर कि हमारे राज्य का गांव कुंजा बहादुरपुर ऐसा गाँव है जो देश की आजादी के 126 साल पहले ही देश की आजादी के लिए फिरंगियों के खिलाफ लड़ने लगा था।  गांव की हर मां की संतान स्वंतत्रता संग्राम सेनानी की संतानों की मां है। यह गांव शौर्य की पराकाष्ठा है। उन्होंने शहीद स्मारक को भव्य रूप में झबरेड़ा में बनाये जाने की घोषणा की।
इस अवसर पर केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री श्री रमेश पोखरियाल निशंक, उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ धन सिंह रावत, खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन, विधायक रूड़की श्री प्रदीप बत्रा, झबरेड़ा विधायक श्री देशराज कर्णवाल, भगवानपुर विधायक श्रीमती ममता राकेश सहित समस्त ग्रामवासी उपस्थित रहे।
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सीएम हेल्पलाइन 1905 पर हुआ 11,175 शिकायतों का संतुष्टि के साथ समाधान


मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने 23 फरवरी 2019 को जनता की सहूलियत के लिए सीएम हेल्पलाइन 1905 का देहरादून में उद्घाटन किया था। जिसका मकसद यह था की जनता को अपनी समस्याओं के समाधान के लिये दूर दराज के क्षेत्रों से मुख्यमंत्री कार्यालय या सचिवालय के चक्कर ना काटने पड़ें, जिससे जनता के समय और धन दोनों की बचत होगी तथा जनता घर बैठे ही सरकार तक विभागों की समस्या ऑनलाइन या फ़ोन पर बता सकेगी।
इसके लिए मुख्यमंत्री  श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने वेबसाइट  cmhelpline-uk-gov-in, मोबाइल एप CM HELPLINE UTTARAKHAND   और टोलफ्री फ़ोन नंबर 1905 जनता के लिये शुरू किया था, जिसमे अधिकारियों को शिकायत प्राप्त होते ही 7 दिन के भीतर शिकायत पर कार्यवाही शुरू करना अनिवार्य है। लांच करने के कुछ समय बाद से ही जनता की शिकायतों का समाधान होने लगा है।
सीएम हेल्पलाइन में उत्तराखंड के 3900 अधिकारियों को जोड़ दिया गया है जिसमे  L1  (ब्लाक , तहसील ,नगर)  ,  L2   (जिला ) ,   L3  ( प्रदेश )  और  L4  (शासन के सचिव)  स्तर के अधिकारी हैं। सभी अधिकारियों को यूजर नेम और पासवर्ड शिकायत का निस्तारण करने  के लिए दिया गया है।
इसमें प्रत्येक माह आयुक्त गढ़वाल मंडल और आयुक्त कुमाऊं मंडल सभी जिलों के अधिकारियों की समीक्षा बैठकें भी ले रहे हैं और शिकायतों के गुणवत्ता पूर्वक समाधान पर प्रतिदिन मंडल आयुक्तों और जिला अधिकारियों द्वारा नजर रखी जा रही है।
शिकायतों पर लापरवाही करने वाले अधिकारियों पर शासकीय कार्यवाही और अच्छा कार्य करने वाले अधिकारियों को पुरुस्कार के लिये चयनित किये जाने के शासनादेश भी जारी हो चुके हैं।
30 नवम्बर को जारी सीएम हेल्पलाइन की रिपोर्ट में अभी तक  CM HELPLINE 1905 पर 23 फरवरी, 2019 से 30 नवम्बर, 2019 तक 11 हजार 175  शिकायतकर्ताओं  की संतुष्टि के साथ शिकायतों का समाधान किया गया है।

गढ़वाल मंडल के जिलों में
देहरादून  2052, हरिद्वार 1637 , टिहरी गढ़वाल 514, रुद्रप्रयाग 205, पौड़ी गढ़वाल 715, उत्तरकाशी 279, चमोली 273 शिकायतों  का समाधान हुआ है।


कुमाउ मंडल के जिलों में
उधम सिंह नगर 2187 , नैनीताल 1926 , अल्मोड़ा 763 , चम्पावत 227 , बागेश्वर 155 पिथौरागढ़  242 शिकायतों  का समाधान हुआ है।



संतुष्टि के साथ समाधान की गयी शिकायतों की मुख्य विभागों की स्थिति    

उत्तराखंड जल संस्थान – 1156 ,उत्तराखंड उर्जा निगम- 1009

राजस्व विभाग – 993 ,लोक निर्माण विभाग – 818 , पुलिस विभाग – 767 ,

खाद्य और नागरिक आपूर्ति -486 , शहरी विकास (नगर निगम) -467

पंचायतीराज विभाग- 427 , समाज कल्याण -400 , ग्रामीण विकास -380

भू- अभिलेख  – 313 , सिंचाई विभाग – 302,  श्रम विभाग – 288

चिकित्सा, स्वास्थ्य – 251 , माध्यमिक शिक्षा 242 , वन विभाग -219

उत्तराखंड पेयजल निगम -216 , प्राथमिक शिक्षा ,184

शहरी विकास (नगर पालिका) – 177 , महिला एवं बाल विकास विभाग – 177

स्वजल विभाग – 162 , परिवहन विभाग – 160

उत्तराखंड ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण( PMGSY )- 140

कृषि विभाग – 126 , उत्तराखंड परिवहन निगम – 112 , आबकारी विभाग – 107

निर्वाचन विभाग – 104 , कोषागार विभाग – 67 ,आपदा प्रबंधन – 56

पशुपालन विभाग – 55 , सहकारिता विभाग – 53, सेवायोजन विभाग- 46

ओपन यूनिवर्सिटी हल्द्वानी  41, भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड – 41

मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण -38 , कुमाऊ विश्वविद्यालय नैनीताल – 35

कृषि उत्पादन विपणन बोर्ड(मंडीपरिषद) – 31 , बागवानी विभाग 29

भूविज्ञान और खनन विभाग – 28, शहरी विकास (नगर पंचायत) – 28

हरिद्वार विकास प्राधिकरण – 27, गुड्स एंड सर्विस टेक्स ( GST ) – 26

पर्यटन विभाग 24, महिला कल्याण   23, सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी ( ITDA ) – 22

स्थानीय विकास प्राधिकरण – 20, ग्रामीण निर्माण विभाग – 19, स्टाम्प और पंजीकरण – 19

श्रीदेव सुमन यूनिवर्सिटी टिहरी – 18, रजिस्ट्रार फर्म्स एवं सोसायटीज – 16

तकनीकी शिक्षा – 14, सूचना एवं लोक संपर्क विभाग – 14

लघु सिंचाई विभाग – 13,  उद्योग निदेशालय – 13, उत्तराखंड अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी – 12

सैनिक कल्याकण विभाग – 11, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग – 10

गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग विभाग – 8,  युवा कल्याण विभाग – 8

जलागम प्रबन्ध – 7, सिडकुल – 7, खेल विभाग 6,  

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