उपराष्ट्रपति पहुंचे उत्तराखण्ड पढिए।##एम्स निदेशक ने फाईब्रो स्कैन मशीन का विधिवत लोकार्पण किया। ##ऋषिकेश फोटोग्राफी क्लब की 4वीं वर्षगांठ मनायी गयी। Janswar.com में

समाचार प्रस्तुति-नागेन्द्र प्रसाद रतूड़ी

उपराष्ट्रपति का उत्तराखण्ड में स्वागत। देहरादून पहुंचने पर राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य, मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, केन्द्रीय मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक, प्रदेश के प्रोटोकॉल मंत्री श्री धन सिंह रावत, मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह, पुलिस महानिदेशक श्री अनिल रतूड़ी एवं अन्य ने स्वागत किया।


एम्स निदेशक ने किया फ्राइबो मशीन का लोकार्पण

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में आयोजित कार्यक्रम में संस्थान के निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने फाइब्रो स्कैन मशीन का विधिवत लोकार्पण किया। एम्स संस्थान में स्थापित उत्तराखंड राज्य की इस पहली मशीन से अब रोगियों को लीवर की विभिन्न समस्याओं से ग्रसित परीक्षण के लिए राज्य से बाहर नहीं जाना पड़ेगा, उन्हें संबंधित जांचों के लिए एम्स संस्थान में सुविधा मिल सकेगी। संस्थान के गैस्ट्रो एंट्रोलॉजी विभाग में शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में एम्स निदेशक पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने बताया कि संस्थान में स्थापित उत्तराखंड राज्य में पहली फाइब्रो स्कैन मशीन लीवर के मरीजों के लिए वरदान साबित होगी। उन्होंने बताया कि इस मशीन के माध्यम से लीवर में जमा चर्बी फैट का पता लगाया जा सकेगा। मशीन से फाइब्रोसिस पेट की सिकुड़न की भी जांच संभव है। जबकि इससे पूर्व में लीवर में जमा फैट व पेट की सिकुड़न का परीक्षण करने के लिए बायोप्सी के जरिए लीवर से एक टुकड़ा निकालकर जांच के लिए भेजा जाता था, जिसके लिए मरीज को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्वकता होती थी। निदेशक एम्स प्रो. रवि कांत ने बताया ​कि यह मशीन हेपेटाइटिस-बी, हैपेटाइटिस-सी, फैटी लीवर डिजिज, एल्कॉलिक डिजिज के मरीजों के लिए काफी हद तक फायदेमंद साबित होगी। डिपार्टमेंट ऑफ एंट्रो गैस्ट्रोलॉजी के प्रमुख डा. रोहित गुप्ता ने बताया ​कि फैटी लीवर डिजिज वर्तमान में एक एपेडेमिक के तौर पर उभर रही है, जिसकी वजह खाने में अत्यधिक वसा फैट, इन​एक्टिविटी, डाइबिटिज व कोलेस्ट्रॉल है, लिहाजा यह मशीन फैटी लीवर के मरीजों में इससे होने वाले नुकसान के परीक्षण करने में सक्षम है व इससे आगे रोग की रोकथाम में मददगार साबित हो सकती है। डा. गुप्ता ने बताया ​कि हेपेटाइटिस-बी व सी से ग्रसित मरीजों की संख्या राज्य में काफी अधिक है, जिन्हें इस सुविधा के एम्स ऋषिकेश में शुरू होने से उनके लीवर की जांच में सहायता मिलेगी। उन्होंने बताया ​कि डिपार्टमेंट ऑफ गैस्ट्रोएंट्रोलाॅजी में लीवर के मरीजों के उपचार की सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। इस अवसर पर उप निदेशक प्रशासन अंशुमन गुप्ता, मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. ब्रह्मप्रकाश, आईबीसीसी की प्रमुख प्रोफेसर बीना रवि,प्रो. सोमप्रकाश बासू, डा. भानु दुग्गल, डा. शैलेंद्र कुमार हांडू,, डा. सुमित सान्याल, डा. इतिश पटनायक, डा. पुनीत धर, डा.प्रतीक शारदा आदि मौजूद थे।


ऋषिकेश फोटोग्राफी क्लब की 4वीं वर्षगांठ मनायी गयी।
स्थान- गढ़वाल मण्ड विकास निगम, मुनिकीरेती

आज शुक्रवार, दिनांक 29/11/2019 को मुनिकीरेती, कैलाशगेट स्थित गढ़वाल मण्डल विकास निगम परिसर में ऋषिकेश फोटोग्राफी क्लब की चैथी वर्ष गांठ पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसका शुभारम्भ क्लब के संस्थापक महेश पैन्यूली, क्लब के संरक्षक छायाकार त्रिभूवन सिंह चैहान व चन्द्रशेखर चैहान ने संयुक्त रूप दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
कार्यक्रम में पैनासोनिक लुमिक्स कंपनी के नेशनल हेड ट्रेनर हितेश विग ने क्लब से जुडे़ युवाओं को फोटोग्राफी की नई और आधुनिक जानकारियां दी। जबकि कार्यक्रम में पहुंचे युवाओं को फोटोग्राफी में स्वरोजगार के अवसर बता, उद्यमी बनने के गुर भी सिखाए गए। इस दौरान क्लब के छायाकार सदस्यों द्वारा वर्ष भर में क्लिक की गई उत्तराखण्ड के विभिन्न धार्मिक व रमणिक स्थलों की तस्वीरों का संकलन प्रस्तुत किया गया। चित्र प्रस्तुति में राजा जी नेश्नल पार्क, जिम काॅर्बेट पार्क, नंदा देवी नेश्नल पार्क, वैली आॅफ फ्लावर के अलावा, बेदनी, चांइशिल आदि बुग्यालों की तस्वीरें आकर्षण का केन्द्र बनी रही। कार्यक्रम में क्लब के 22 सदस्यों के बीच बोलती तस्वीर विषय पर प्रतियोगिता भी की गई। जिसमंे क्लब के सदस्य रजनीश शर्मा ने पहला, त्रिकांश शर्मा ने दूसरा व अशोक शीकरी ने तीसरा स्थान पाया।

चार साल के सफर को याद करते हुए क्लब के संस्थापक महेश पैन्यूली ने कहा कि चार वर्ष पहले ही क्लब एक नैतिक और सामाजिक जिम्मेदारी के साथ आगे बढ़ा, जिसमे सबसे पहला काम था ऋषिकेश के युवाओं के भीतर छिपे हुनर और रचनात्मकता को उजागर कर उसे स्वरोजगार के लिए प्रेरित करना। दूसरा वैश्विक पटल पर न सिर्फ ऋषिकेश बल्कि उत्तराखण्ड की प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक क्रियाकलापों का प्रचार प्रसार करना। क्लब ने दोनों ही कार्यों मंे दक्षता हासिल की।
ऋषिकेश फोटोग्राफी क्लब के संरक्षक त्रिभुवन चैहान ने कहा कि क्लब से जुड़े छायाकारों ने अपनी फोटो से उत्तराखण्ड की सुंदरता को बखूबी प्रदर्शित किया है। आज गूगल पर यदि ऋषिकेश का नाम सर्च करते हैं तो उसमें आधा से ज्यादा तस्वीरें ऋषिकेश फोटोग्राफी क्लब के सदस्यों द्वारा खिंची होती है। इससे उत्तराखण्ड के पर्यटन को भी बढ़ावा मिला है।

इस अवसर पर मेजर गोरखी चंदोला, अंशुल गुप्ता, राजेश थपलियाल, गुलशन कुमार, चन्द्रशेखर चैहान, हरीश भट्ट, अमित उनियाल, अमित रोहेल्ला, पंकज शर्मा, दिनेश पैन्यूली, सोहन, मितेन्द्र शर्मा, दौलत राम पैन्यूली, गोविंद नेगी, उज्जवल, शिवानी पैन्यूली, मयंक उनियाल, सागर ठाकुर, सचिन, अभिषेक, अनुपम श्रीवास्तव, सूरज सिंह, दिव्या, नीलमणी पार्थ, कौशिक व विकास, शौरभ डंगवाल, लक्ष्मी बिष्ट, सपना बिष्ट, रूचि नेगी व आशीष लखेड़ा आदि उपस्थित थे।

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