द्वारा-नागेन्द्र प्रसाद रतूड़ी
उत्तराखण्ड में 3178 कोविड टीके लगने थे,लगे केवल 2226 टीके जो कुल लक्ष्य का 70% है।
विश्व के सबसे बडे टीकाकरण अभियान का शुभारम्भ आज देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा वर्चुअल माध्यम से प्रातः 10ः30 बजे किया गया। प्रधानमंत्री द्वारा वैक्सीनेशन के शुभारम्भ के साथ ही उत्तराखण्ड में भी मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा भी दून मेडिकल कॉलेज, देहरादून से टीकाकरण का औपचारिक शुभारम्भ किया गया।
कोविड वैक्सीन लगाए जाने की व्यापक तैयारियों के बाद आज मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र प्रातः 10ः15 बजे दून मेडिकल कॉलेज के ओ0पी0डी0 हॉल में पहुंचे जहाँ पर उन्होने प्रधानमंत्री के वर्चुअल शुभारम्म कार्यकरम को देखा। प्रधानमन्त्री के राष्ट्र को संबोधन के साथ ही मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र द्वारा दून मेडिकल कॉलेज में टीकाकरण सत्र का शुभारम्भ किया गया। पहला टीका दून मेडिकल कॉलेज के वार्ड बॉय श्री शैलेन्द्र द्विवेदी तथा दूसरा टीका मेडिकल कॉलेज के छाती एवं टी0वी0 रोग के विभागाध्यक्ष एवं कोविड प्रभारी डॉ0 अनुराग अग्रवाल को दिया गया।
मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि प्रधानमंत्री जी द्वारा विश्व का सबसे बडा टीकाकरण अभियान शुरू किया गया है और यह कोरोना महामारी को काफी हद तक नियंत्रित करने में सफल होगा। मुख्यमंत्री ने आमजन से अपील की कि वह टीकाकरण के बारे में किसी प्रकार के भ्रामक प्रचार तथा अफवाहों पर ध्यान न दें क्योंकि यह वैक्सीन पूर्णतः सुरक्षित है और देश को महामारी से बचाने का एक कारगर उपाय है। मुख्यमंत्री ने यह भी अपील की कि टीकाकरण के साथ-साथ हमें कोविड से बचाव के उपायों पर निरन्तर अमल करना होगा क्योंकि “दवाई भी एवं कढाई भी के मूल मंत्र को अपनाने से ही हम पूर्णतः सुरक्षित रह सकते हैं।
इस अवसर पर नगर निगम देहरादून के मेयर श्री सुनील उनियाल गामा, विधायक श्री खजानदास, स्वास्थ्य सचिव श्री अमित नेगी, प्रभारी सचिव डॉ० पंकज कुमार पाण्डेय, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ० अमिता उप्रेती, मेडिकल यूनिवर्सिटी के वाइस चान्सलर डॉ0 हेमचन्द्र पाण्डेय, निदेशक डॉ० तृप्ति बहुगुणा, डॉ० सरोज नैथानी, मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. आशुतोष सयाना एवं स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
उत्तराखण्ड में कोविड-19 वैक्सीनेशन के शुभारम्भ के प्रथम दिन की प्रगति के बारे में जानकारी देते हुए राज्य नोडल अधिकारी एवं मिशन निदेशक एन०एच०एम० श्रीमती सोनिका ने बताया कि आज 34 चिकित्सालयों पर टीकाकरण सत्र आयोजित किए गए जहां पर 3178 हैल्थ केयर वर्कर्स को टीकाकरण किया जाना था जिसके सापेक्ष 5ः00 बजे, सत्र के समाप्त होने तक 2226 हेल्थ केयर वर्कर्स को टीके लगाए गए जो निर्धारित लक्ष्य का 70 प्रतिशत है।
मिशन निदेशक श्रीमती सोनिका ने बताया कि हैल्थ केयर वर्कर्स को वैक्सीन लगने के प्रथम दिन सभी कोविड अस्पतालों में भी टीकाकरण सत्र आयोजित गए हैं जिनके अन्तर्गत 2 प्राईवेट अस्पताल कमशः हिमालयन अस्पताल, जौलीग्रान्ट एवं गुरुरामराय अस्पताल, देहरादून में भी वैक्सीनेशन का कार्य किया गया। कोविड वैक्सीन के टीकाकरण अभियान की निगरानी एवं पर्यवेक्षण के लिए राज्य कन्ट्रोल रूम द्वारा आज प्रातः 8ः00 बजे से ही कार्य करना शुरू कर दिया था।
राज्य कन्ट्रोल रूम के चीफ ऑपरेशन आफीसर डॉ० अभिषेक त्रिपाठी के अनुसार सभी 34 अस्पतालों पर टीकाकरण सत्र निर्धारित समय से आरम्म हो गए थे और हैल्थ केयर वर्कर्स को कोविन पोर्टल पर किए पंजीकरण के अनुसार भेजे गए सदेश के क्रम में टीकाकरण किया गया। डॉ0 त्रिपाठी ने बताया कि वैक्सीनेशन अभियान पूर्णतः भारत सरकार की ऑपरेशनल गाईड लाईन के अनुसार संचालित किया गया तथा अभियान की ट्रेकिंग टीकाकरण सत्र से लेकर भारत सरकार के स्तर तक की निरन्तर गई।
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एम्स ऋषिकेश में पहली कोविड-19 टीका हाउसकीपिंग स्टाफ व दूसरा टीका एम्स निदेशक को लगा।
शनिवार से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में कोविड19 टीकाकरण अभियान शुरू हो गया। इसके तहत पहले दिन करीब 100 हैल्थ केयर वर्करों को वैक्सीन लगाई गई। एम्स ऋषिकेश में निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने फीता काटकर संस्थान में टीकाकरण अभियान का विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए सबसे पहला टीका एम्स के कोविड सेंटर में तैनात महिला हाउस कीपिंग स्टाफ मीना देवी को लगाया गया। इस अवसर पर लोगों में कोविड19 वैक्सीन को लेकर चल रही भ्रांतियों को दूर करने के लिए एम्स निदेशक पद्मश्री प्रो. रवि कांत जी ने स्वयं दूसरा टीका व संस्थान के डीन प्रो. मनोज गुप्ता जी ने तीसरा टीका लगवाया। इस अवसर पर निदेशक एम्स ने कहा कि चिकित्सा वैज्ञानिकों द्वारा अपने ही देश में तैयार की गई कोविड19 वैक्सीन को लेकर लोगों में चल रही तमाम भ्रांतियां फिजूल हैं। लिहाजा हमें टीकाकरण को लेकर किसी भी अवैज्ञानिक व तथ्यहींन बातों में नहीं आना चाहिए, वरन कोविड संक्रमण से बचाव व सुरक्षा के लिए टीकाकरण अवश्य कराना चाहिए। निदेशक एम्स ने बताया कि कोविड टीकाकरण अभियान के तहत दूसरी वैक्सीन 28 दिन के बाद लगेगी, लिहाजा तब तक हमें कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए किसी प्रकार की कोई लापरवाही नहीं बरतनी है। उन्होंने सभी को आगाह किया कि जब तक देशभर में शत- प्रतिशत लोगों को कोविड वैक्सीन नहीं लग जाती है, तब तक हमें एक दूसरे से दो गज की दूरी और मास्क है जरुरी नियम का अनिवार्यरूप से पालन करना होगा। इस अवसर पर संस्थान के डीन एकेडमिक प्रोफेसर मनोज गुप्ता जी ने बताया कि एम्स ऋषिकेश में शनिवार को कोविड वैक्सीन लगाने का अभियान शुरू कर दिया गया है। जो लगभग 4 महीने तक चलेगा।
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पौड़ी गढवाल के दो केन्द्रों पर कोविड-19 टीकाकरण हुआ।
जनपद पौड़ी गढवाल में टीकाकरण के शुभारंभ अवसर पर
जिलाधिकारी श्री गर्ब्याल ने कहा कि जनपद में दो केंद्रो में टीकाकरण शुभारंभ किया गया है। जिनमें जिला चिकित्सालय पौड़ी व बेस हाॅस्पिटल कोटद्वार शामिल हैं। कहा कि जनपद में प्रथम चरण में 3420 लोगों को टीकाकरण के दायरे में रखा गया है। जिसमें अधिकांश हेल्थ वर्कस व सफाई कर्मचारी हैं। उन्होंने कहा कि जिला चिकित्सालय पौड़ी में प्रथम दो दिवस में 128 व बेस हाॅस्पिटल कोटद्वार में 158 व्यक्तियों का वैक्सीनेशन किया जाएगा। कहा कि वैक्सीनेशन टीकाकरण लगने के बाद टीकाकरण लाभार्थी को 30 मिनट तक आॅब्जरवेशन मे रखा जा रहा है साथ ही अगर किसी टीकाकरण लाभार्थी का स्वास्थ्य बिगड़ता है तो इसके लिये भी पूरी तैयारी की गई है।
जिला चिकित्सालय पौड़ी में टीकाकरण सफाई नायक लोेकेंद्र कुमार, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा0 रमेश राणा, व नसिंग आॅफिसर ललीता नेगी तथा बेस अस्पताल कोटद्वार में वार्ड बाॅय रफीक अहमद एवं डा. जे.पी. ध्यानी, व प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा0 वीसी काला को लगाया गया। जो प्रथत तीन टीका में शामिल है।
बेस अस्पताल कोटद्वार में उपजिलाधिकारी कोटद्वार योगेश सिंह महर की निगरानी में वैक्सीनेशन टीकाकरण का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण बेस हाॅस्पिटल कोटद्वार में 158 व्यक्तियों का वैक्सीनेशन किया जाएगा। टीकाकरण की समुचित कार्य को सुगमता से संपादित किया गया।
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मुख्यमंत्री ने कुम्भ मेले की समीक्षा करते हुए अवशेष कार्यों कों शीघ्र पूर्ण किया जाय।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री आवास में कुंभ मेला की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि अवशेष कार्यों को शीघ्र पूर्ण किया जाय। सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाय। श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत सभी व्यवस्थाएं समय पर पूर्ण कर ली जाय। स्वच्छता अभियान में स्वयं सेवी संस्थाओं, सामाजिक संस्थाओं एवं जनता का सहयोग भी लिया जाय। कोविड-19 के मानकों का पूर्णतः पालन कराया जाय। जनवरी के अन्त तक स्थाई प्रकृति के सभी कार्य पूर्ण किये जाए। कार्यों की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कुंभ के दृष्टिगत व्यापक जन जागरूकता अभियान संचालित करने के भी निर्देश दिये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छ, सुन्दर एवं सुरक्षित कुंभ के आयोजन के लिए मेला प्रशासन के साथ सभी विभाग बेहतर समन्वय के साथ कार्य करें। मेला क्षेत्र में मास्क एवं सेनेटाइजर की उचित व्यवस्था की जाए।
शहरी विकास मंत्री श्री मदन कौशिक ने कहा कि कुंभ मेला श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक होता है। उन्होंने कहा कि कुभ मेला में राष्ट्रीय एवं प्रदेश के धार्मिक, सांस्कृतिक एवं आस्था से संबंधित विभिन्न पक्षों को सामने लाया जायेगा।
शासन स्तर पर कुंभ मेले की जानकारी देते हुए सचिव नगर विकास श्री शैलेश बगोली ने कहा कि कुंभ मेले से संबधित कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। इस संबंध में स्वीकृत प्रस्तावों के सापेक्ष तत्काल निर्णय लेते हुए बजट आंवटित किया जा रहा है।
मेलाधिकारी श्री दीपक रावत ने कुंभ में किये जा रहे कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि स्थाई प्रकृति के अधिकांश कार्य पूर्ण हो चुके हैं, अवशेष कार्य जल्द पूर्ण हो जायेंगे। सड़क एवं पुलों से संबधित अधिकतर कार्य पूर्ण किये जा चुके हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग के सभी आवश्यक कार्य जल्द पूर्ण किये जायेंगे।