उत्तराखण्ड पुलिस जवानों के परिजनों ने 4600 ग्रेड पे की मांग लेकर प्रदर्शन किया।
-नागेन्द्र प्रसाद रतूड़ी(राज्यमान्यता प्राप्त स्वतंत्र पत्रकार।)
देहरादून : पिछले कई दिनों से चल रहें ग्रेड पे मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. अब तमाम दलीलों और मान मनोबल के बावजूद उत्तराखंड पुलिस के जवानों के परिजनों ने कई स्थानों पर ग्रेड पे के मसले पर प्रदर्शन किया।
उत्तराखंड पुलिस के जवानों में ग्रेड पर के मामले पर तमाम दलीलों और अपीलों का कोई असर नहीं दिखा राजधानी में रविवार को तेज बारिश के बीच पुलिस परिजनों ने गांधी पार्क पहुंचकर पहले सांकेतिक विरोध प्रदर्शन फिर जमकर नारेबाजी भी की हाथों में तख्तियां लेकर महिलाएं गांधी पार्क पहुंचे थे इस बीच सीओ सिटी और प्रदर्शन में शामिल होने आए एक रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर के बीच एक बैनर लगाने को लेकर नोकझोंक भी हुई आपको बताते चलें कि पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार खुद इस मामले को बेहद संजीदगी से शासन स्तर पर लगातार उठा रहे हैं और मामले का हल निकाले जाने के लिए पैरवी कर रहे हैं.
सरकार के कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने खुद कुछ दिन पहले बयान जारी कर जल्द से जल्द हल निकाले जाने का भरोसा दिया था। कल ही एसएसपी देहरादून ने भी अपील करते हुए सभी से संयम बरतने की अपील की थी लेकिन इन तमाम बातों को दरकिनार करते हुए पुलिस कर्मियों के परिजन आज गांधी पार्क में थे और यह उत्तराखंड पुलिस के इतिहास में पहली बार हुआ है जब अनुशासित पुलिस फोर्स के कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर अपने परिजनों को सड़कों पर उतारा है.।
ग्रेड-पे की मांग पर पुलिस कर्मियों के परिजनों ने रविवार को प्रदेश के कई शहरों में धरना-प्रदर्शन कर विरोध दर्ज कराया। डीजीपी अशोक कुमार के मुताबिक पुलिस मुख्यालय इस मामले में लगातार अपने जवानों का पक्ष सरकार के सामने रख रहा है। ग्रेड-पे को लेकर पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर रविवार 25 जुलाई को देहरादून में परेड ग्राउंड सहित अन्य शहरों में भी पुलिस कर्मियों के परिजनों द्वारा धरना देने के मैसेज को वायरल किया जा रहा था।
उन्होंने पुलिस कर्मियों से धैर्य बनाए रखने की अपील की है। देहरादून सहित रुद्रपुर में भी पुलिस के परिजनों ने धरना देकर विरोध दर्ज कराया। पुलिस अधिकारियों द्वारा इस मामले में लगातार अधीनस्थ कर्मियों को समझाने बुझाने का भी प्रयास चलता रहा। इसी क्रम में अलग- अलग जिलों में पुलिस कप्तानों ने अपील जारी कर, पुलिसकर्मियों को 27 जुलाई को प्रस्तावित सब कमेटी बैठक का इंतजार करने को कहा गया है।
ग्रेड-पे को लेकर सरकार ने कैबिनेट की उपसमिति गठित कर रिपोर्ट मांगी है। पुलिसकर्मी इस मामले में जल्द कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। ग्रेड-पे के मसले पर परिजन सड़क पर उतर आए हैं। देहरादून में सिटी मजिस्ट्रेट से अनुमति नहीं मिलने के बावजूद रविवार को बड़ी संख्या परिजन देहरादून में गांधी पार्क पर पहुंच गए। कांग्रेस सेवादल समेत कई संगठनों से जुड़े लोगों के साथ पुलिसकर्मियों के परिजन प्रदर्शन में शामिल रहे। इन्हें पुलिसकर्मियों के 4600 गेड-पे की मांग को लेकर आवाज बुलंद की।
आखिर पुलिस कर्मियों के परिजन कबतक धैर्य रखते।अगर सरकार पहले ही इनकी न्यायोचित मांग पर कोई ध्यान देते तो पुलिसजनों के परिजनों के सड़क पर उतरने की जरूरत नहीं पड़ती पर सरकार के दो मुख्यमंत्री बदल गये सरकार ही बदलने के करीब है, पर किसी ने इनकी एक न सुनी। अनुशासित पुलिस कर्मियों के परिजन भी कब तक धैर्य रखते।उन्होंने अन्तत: अपना आक्रोश व्यक्त कर ही दिया। अगर सरकार ने उनकी न्यायोचित मांग न मानी तो पुलिस परिजन आगे भी सड़क पर उतर सकते हैं।प्रश्न यह है कि जब आईपीएस व पीपीएस को न्यायोचित ग्रेड पे मिला तो चौबीस घंटे ड्यूटी बजाने वाले पुलिस जनों की मांग मानने पर इतनी हीला हवाली क्यों?