अरबों की संपत्ति होते हुए भी भ्रष्टाचार का आरोप झेल रहा है चिदम्बरम परिवार। पढिए Janswar.com में।

अरबों की संपत्ति होते हुए भी भ्रष्टाचार का आरोप झेल रहा है चिदम्बरम परिवार।

लेख-नागेन्द्र प्रसाद रतूड़ी(वरिष्ठ पत्रकार)

साढे आठ करोड़ सालाना आय व लगभब 175 करोड़ की संपत्ति वाले पलानीअप्पन चिदम्बरम देश के उन वित्तमंत्रियों में से एक हैं जिन्होंने अपने कार्यकाल में अपने बजट में कभी जनता को राहत नहीं दी तथा मंहगाई के जमाने में भी बडी़ बेरहमी से आयकर की सीमा संकुचित कर आयकर के रूप में अल्प वेतन भोगी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों से भी आयकर वसूला। आज वे स्वयं भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार हो कर पुलिस रिमांड पर हैं।
चिदंबरम की गिरफ्तारी को कांग्रेस पार्टी राजनैतिक गिरफ्तारी बता कर उन्हें पाक-साफ बताने की कोशिश कर रही है,वे अपराधी हैं या नहीं इसका फैसला तो न्यायालय करेगा।पद पर रहकर अपनों को फायदा पहुंचाने वाले राजनेता इस गिरफ्तारी से भ्रष्टाचार से दूर रहने की सीख लेंगे लगता नहीं। रही सीबीआई की बात तो उस पर आरोप लगते हैं कि वह तो सत्ता के इशारों पर नाचती है और कांग्रेस के सत्ता में रहते विरोधियों और विरोधियों के सत्ता पाते ही कांग्रेसियों व अन्य विरोधियों पर मुकदमे कर गिरफ्तार करती है।और फिर मुकदमे को लम्बा खींच कर या तो समाप्त कर देती है या अभियुक्त परमात्मा को प्यारे हे जाते हैंं याने मुकदमा स्वयं समाप्त हो जाता हैं। पर जो भी हो वर्तमान में यह संदेश तो जाता ही है कि कि व्यक्ति कितनी ही ऊंचाई पर हो अगर कानून अपनी पर आ जाय तो लोकतंत्र में बड़े से बड़े पद पर आसीन रहे व्यक्ति को न्याय के कटघरे में खड़ा किया जा सकता है।

हमारे पहाड़ में एक कहावत है “सदनी नी रैंणी रे झौंतू तेरी जमादरी”याने अरे अन्यायी झौतू(अधिकारी) तेरी जमादारी(अधिकार) हमेशा नहीं रहेगी।इसी प्रकार सत्ता पाते ही जो लोग लोकतंत्र के नाम पर अपना घर भरते हैं उनका एक न एक दिन पर्दाफाश तो होता ही है भले ही उनको सजा मिले या न मिले, पी. चिदम्बरम,जो 2004-2008 तक वित्तमंत्री व 2008-2012 गृहमंत्री तथा 2012-2014 तक भारत के वित्तमंत्री रह चुके हैं को आज पद के दुरुपयोग के अभियोग का सामना करना पड़ रहा है,इसके उदाहरण हैं।

73 वर्षीय पी चिदम्बरम का जन्म 16 दिसम्बर 1945 को तमिलनाडु के कनाडुकथन गांव के धनी व प्रतिष्ठित चेट्टियार परिवार में हुआ है। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज चेन्नई में स्नातकीय शिक्षा चेन्नई के प्रेसिडेंट कालेज से पूरी की।उन्होंने बोस्टर्न के हावर्ड यूनिवर्सिटी से बिजनेस मैनेजमेंट की परास्नातकीय शिक्षा पूरी की। चेन्नई हाईकोर्ट से वकालत प्रारंभ कर वे सुप्रीम कोर्ट के वकील के रूप में भी काम कर चुके हैं।
राजनीति में सन् 1984 में तमिलनाडु की शिवगंगा सीट से पहली बार सांसद बनने के बाद उन्होंने पीछे नहीं देखा,यह उनके परिवार का प्रभाव रहा हो या उनके द्वारा अपनी लोकसभा क्षेत्र में किए गये कार्य ।
पी चिदम्बरम ने तमिलनाडु की शिवगंगा लोकसभा सीट से 1984,1989,1991, कांग्रेस 1996व1998 में तमिल मलीना कांग्रेस 2004 व 2009 में कांग्रेस के प्रत्याशी के तौर पर जीत दर्ज करायी। देवीगौड़ा सरकार में वे पहली बार देश के वित्तमंत्री बने।

उनकी पत्नी का नाम नलनी चिदम्बरम है। जो कि सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत न्यायाधीश पी.एस.कलियासम की पुत्री हैं।नलनी चिदमबरम भी मद्रास हाईकोर्ट एवं सुप्रीमकोर्ट की वकील हैं।उनका नाम शारदा चिटफंड घोटाले में भी सामने आया है। वे 1.4 करोड़ रुपये घूस लेने के आरोपी हैं।


इनका एक बेटा है जिसका नाम कार्ति चिदम्बरम है।
पी चिदम्बरम के एक बेटे हैं जिनका नाम कार्ति चिदम्बरम है उनका जन्म 16नवम्बर1971 को हुआ। उनकी शिक्षा कैम्ब्रीज व टैक्सास विश्वविद्यालय में हुई है। वे व्यापारी होने के साथ-साथ वर्तमान में अपने पिता की पारंपरिक लोकसभा सीट शिवगंगा से कांग्रेस के सांसद भी हैं ।कार्ति चिदम्बरम के विरुद्ध एयरसेल मैक्सिस भ्रष्टाचार मामले व धन शोधन मामले का वाद चल रहा है और वे जमानत पर हैं। कार्ति चिदम्बरम की पत्नी प्रसिद्ध भरतनाट्यम नृत्यांगना व चिकित्सक डा. श्रीनिधि रंगराजन हैं। इनकी एक पुत्री अदिति नलनी चिदंमबरम है।
कई मंत्रालयों के राज्यमंत्री,मंत्री रह चुके पी चिदम्बरम पर आरोप है कि पी. चिदंबरम पर आरोप है कि उन्होंने अपने बेटे कार्ति चिदम्बरम की आईएनएक्स मीडिया कंपनी को अवैध तरीके से लाभ पहुंचाया।
फारेन इंवेस्टमेंट बोर्ड ने मई 2007 में 4.62 करोड़ निवेश की स्वीकृति दी।बोर्ड ने यह भी निर्देशित किया किकम्पनू में डाउनस्ट्रीम इन्वेस्टमेंट के लिए अलग से स्वीकृति लेनी पड़ेगी।पर कार्ति चिदम्बरम पर आरोप है कि उन्होंने अपने पिता के पद का फायदा उठाते हुए 305 करोड़ रुपये से अधिक का डाउनस्ट्रीम इन्वेस्टमेंट प्राप्त किया है। शिवगंगा लोकसभा सीट से 2019 में सांसद बने कार्ति चिदम्बरम इस सिलसिले में 23 दिन जेल रहे और वर्तमान में जमानत पर हैं।

महाराष्ट्र से राज्यसभा के सदस्य पी.चिदम्बरम की घोषित सम्पत्ति लगभग 175 करोड़,उनकी पत्नी की संपत्ति लगभग 96 करोड़ व बेटे कार्ति चिदम्बरम की संपत्ति लगभग 80 करोड़ है। अगर उनपर लगे आरोप सत्य होते हैं तो यह कथन सत्य प्रतीत होता है कि इंसान की पैसों की भूख कभी तृप्त नहीं होती वरना अरबों की संपत्ति वाले चिदम्बरम परिवार को भ्रष्टाचार के आरोप का सामना नहीं करना पड़ता।

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