अमर शहीद सुखदेव जी की जयंती पर नमन।
(अरुणाभ रतूड़ी जनस्वर):- आज हम महान स्वतंत्रता सेनानी, अमर शहीद सुखदेव जी की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन करते हैं। सुखदेव जी का नाम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा गया है। उनका त्याग, साहस और राष्ट्रप्रेम सदैव हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा।
सुखदेव जी का जीवन और संघर्ष:- सुखदेव जी का जन्म 15 मई 1907 को लुधियाना में हुआ था। उन्होंने अपनी शिक्षा प्राप्त करने के बाद भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रूप से भाग लेना शुरू किया। वे भगत सिंह और राजगुरु के साथ मिलकर ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ाई लड़े।
सुखदेव जी की शहादत:– सुखदेव जी को ब्रिटिश सरकार ने भगत सिंह और राजगुरु के साथ मिलकर सांडर्स हत्या मामले में फंसा दिया था। उन्हें 23 मार्च 1931 को लाहौर सेंट्रल जेल में फांसी दे दी गई थी। उनकी शहादत ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को नई दिशा और गति प्रदान की।
सुखदेव जी की विरासत आज भी हमें प्रेरित करती है। उनका त्याग, साहस और राष्ट्रप्रेम हमें यह याद दिलाता है कि स्वतंत्रता की कीमत कितनी अधिक होती है। हमें उनकी जयंती पर उनके आदर्शों और मूल्यों को अपनाने का संकल्प लेना चाहिए।
अमर शहीद सुखदेव जी की जयंती पर हम उन्हें कोटि-कोटि नमन करते हैं। उनका त्याग, साहस और राष्ट्रप्रेम सदैव हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा। हमें उनकी विरासत को संजोने और उनके आदर्शों को अपनाने का प्रयास करना चाहिए।