अनशन पर बैठे आन्दोलनकारी बलोदी के स्वास्थ्य में गिरावट#एम्सऋषिकेश में 114 किशोरों को लगे कोविड के पहले टीके -Janswar.com

 

-अरुणाभ रतूड़ी

सीएससी को लेकर अनशन पर बैठे बलोदी की तबीयत बिगड़ी।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का अनुबंध निरस्त कराने की मांग को लेकर अनशन पर बैठे उत्तराखंड आंदोलनकारी तथा लोकायुक्त आंदोलन के संयोजक परमानंद बलोदी की हालत काफी खराब हो गई है। सरकार की अनदेखी से आक्रोशित आदोलनकारक कभी भी कोई अतिवादी कदम उठ सकते हैं, इसकी आशंका से इनकार नही किया जा सकता।

मेडिकल टीम ने उनके स्वास्थ्य जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी है। उत्तराखंड क्रांति दल के आंदोलन को आज 41वां दिन था तथा परमानंद बलोदी पिछले 4 दिन से आमरण अनशन पर बैठे हैं।

इससे पहले केंद्रपाल सिंह तोपवाल 8 दिन तक अनशन पर बैठ चुके हैं 9 दिन तक अनशन पर बैठने के बाद संजय डोभाल और 8 दिन के अनशन के बाद धर्मवीर गुसाई को प्रशासन द्वारा जबरन उठा दिया गया था।

सुमन बडोनी को प्रशासन ने पांचवें दिन ही स्वास्थ्य में भारी गिरावट आने के चलते अस्पताल में भर्ती करा दिया था, जबकि 90 वर्षीय बुजुर्ग गिरधारी लाल नैथानी 2 दिन तक आमरण अनशन करने के बाद शुगर और ब्लड प्रेशर बुरी तरह गड़बड़ा जाने के बाद प्रशासन द्वारा अस्पताल में भर्ती कराए गए।

आंदोलन के 41वें दिन प्यारेलाल उनियाल, विनय डंगवाल, हेमंती नेगी, विजयलक्ष्मी नौटियाल, सरोज डंगवाल, बसंती देवी, राधा देवी, चंपा देवी, श्याम सिंह बिष्ट, जयप्रकाश, जुपा देवी, महेंद्र सिंह राणा, निर्मला भट्ट, तारा देवी यादव, जाकिर, आदि दर्जनों स्थानीय लोग धरने में शामिल हुए।


भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में सोमवार से 15 से 18 आयुवर्ग के किशोर व युवाओं का कोविड टीकाकरण शुरू हो गया है। इस अवसर पर पहले दिन करीब 114 लोगों को कोविड- 19 टीके लगाए गए। स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार की गाइडलाइन के तहत एम्स के कोविड वैक्सीनेशन सेंटर में 15 ये 18 वर्ष के किशोर व युवाओं के लिए टीकाकरण की सुविधा विधिवत शुरू हो गई है। इस अवसर पर एम्स निदेशक प्रोफेसर अरविंद राजवंशी तथा डीन एकेडमिक प्रो. मनोज गुप्ता ने बताया कि कोविड वैक्सीनेशन ही कोरोना बीमारी से बचाव का सबसे कारगर उपाय है। कोविड प्र​तिरक्षा अभियान की अध्यक्ष और सीएफएम विभागाध्यक्ष प्रोफेसर वर्तिका सक्सैना ने बताया कि कोविड वैक्सीनेशन के बाद 15 से 18 वर्ष के युवा व किशोरों को स्कूल-कॉलेजों में स्वयं को अधिक सुरक्षित महसूस करेंगे। उन्होंने बताया कि भारत सरकार की नई गाइडलाइन के अनुसार निर्धारित आयुुवर्ग के युवाओं का वैक्सीनेशन किया जा रहा है,जिसके लिए संस्थान के पास पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध है। एम्स के ​कोविड वैक्सीनेशन सेंटर के प्रभारी व सीएफएम विभाग के सह आचार्य डा. महेंद्र सिंह ने बताया कि एम्स के कोविड वैक्सीनेशन सेंटर में सोमवार को 15 से 18 आयुवर्ग की पहली वैक्सीन आईडीपीएल,ऋषिकेश निवासी 17 वर्षीय आयुष को लगाई गई। टीकाकरण केंद्र में सुबह 9 बजे से शाम पांच बजे तक लगभग 114 युवाओं को पहली डोज लगाई गई। टीकाकरण अभियान के सफलतापूर्वक संचालन में केंद्र की डा.प्रज्ञा, एएनएस जितेंद्र, नर्सिंग ऑफिसर जोमिमा, बबीता, प्रमोद, जया, कुलदीप, संगीता, बबलू, राजेश, दीपक बिष्ट आदि ने सहयोग प्रदान किया।

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